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बक्सर में DEO की नई पहल, विद्यालयों में जाकर बच्चों को खुद दे रहे हैं नैतिक शिक्षा का प्रशिक्षण

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Published : Aug 30, 2021, 9:55 AM IST

शिक्षा का प्रशिक्षण

बक्सर में डीईओ इन दिनों एक नई पहल की शुरुआत कर स्कूलों में बच्चों को नैतिक शिक्षा देने की कवायद में जुटे हुए हैं. उनका कहना है कि बच्चों में शिक्षा के साथ-साथ नैतिक शिक्षा का भी विकास होना बेहद जरूरी है.

बक्सर: बिहार के बक्सर (Buxar) जिले में स्कूली बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी ने एक नई पहल की शुरुआत की है. नव नियुक्त जिला शिक्षा पदाधिकारी अमर भूषण (DEO Amar Bhushan) खुद विद्यालयों में जाकर बच्चों के बीच योग एवं नैतिक शिक्षा (Moral Education) का प्रशिक्षण दे रहे हैं. इस दौरान डीईओ ने कहा कि बच्चों में नैतिक मूल्यों का विकास होना बेहद जरूरी है.

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डीईओ ने कहा कि यदि बच्चों को सभी प्रकार की शिक्षा दी जा रही है, लेकिन नैतिक मूल्य का विकास नहीं हो रहा है, तो कहीं न कहीं शिक्षा अधूरी रह जा रही है. आने वाले समय में प्रयास होगा कि जिले के प्रत्येक विद्यालयों में योग और नैतिक शिक्षा दी जाए. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वे एक कार्यक्रम में चुरामानपुर मध्य विद्यालय गए हुए थे. जहां उन्होंने बच्चों को योग्य शिक्षा और नैतिक शिक्षा के माध्यम से शरीर को स्वस्थ रखने के अलग-अलग तरीकों को बताया.

देखें वीडियो.

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'नई शिक्षा नीति 2020 पर अभी बहुत सारे काम भारत वर्ष में चल रहे हैं. इस वर्तमान समय में बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ नैतिक शिक्षा का ज्ञान देना जरूरी है. इसके साथ ही साथ नैतिक मूल्यों का विकास पदाधिकारियों और शिक्षकों में भी होना जरूरी है.'-अमर भूषण, डीईओ

डीईओ ने शिक्षकों को बताया कि नैतिक शिक्षा के अन्तर्गत बच्चों को मानसिक रूप से कैसे मजबूत करेंगे. साथ ही बच्चों को गलत विषयों की ओर जाने से कैसे रोकेंगे. इन सारे विषयों पर लगभग ढाई से तीन घंटे का सेशन चला. वैसे सेशन सामान्यतः 45 मिनट से 1 घंटे का ही होता है.

डीईओ ने कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में पूरे जिले में नैतिकता का संदेश जाए. इसके साथ ही बताया कि आने वाले समय में उनका कार्यक्रम सभी प्रखंडों में किया जाएगा. जिससे सभी के चेतना का विकास हो सके. प्रत्येक स्कूलों में 10-10 मिनट के सेशन चलेगा. जिसके अंतर्गत बताया जाएगा कि शारीरिक और मानसिक रूप से कैसे स्वस्थ रहा जा सकता है.

डीईओ ने आगे कहा कि कोरोना काल के दौरान सभी ने किसी न किसी अपनों को खोया है. जिसके कारण लोग डिप्रेशन में रहने लगे हैं. ऐसे लोगों को नैतिक शिक्षा के के जरिए उन्हें पुन: उनकी पहले की स्थिति में लाने की कोशिश की जाएगी. इसके साथ ही बताया जाएगा कि डिप्रेशन से अपने आप को कैसे रोक पाए.

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