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औरंगाबाद: प्रसव रूम में गिरा छत का प्लास्टर, बाल-बाल बचे 'जच्चा-बच्चा'

दाउदनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन जर्जर हो चुका है. 58 साल पुराने इस भवन में एक बड़ा हादसा होने से टल गया. वहीं वहां उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि वे लोग डरे-सहमे काम कर करते हैं.

गिरा छत
गिरा छत

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Published : May 28, 2021, 9:07 PM IST

औरंगाबाद: दाउदनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रसव रूम के छत का निचला हिस्सा उखड़ कर नीचे गिर पड़ा. गनीमत रही कि जिस वक्त यह हादसा हुआ, उससे महज कुछ मिनट पहले प्रसव रूम में एक गर्भवती महिला का प्रसव कराया गया था. प्रसव कराने वाली महिला को वार्ड शिफ्ट कर दिया गया था. छत का गिरा हुआ मलवा प्रसव रूम में ही बिखरा पड़ा था. बारिश के कारण उसे हटाया नहीं जा सका था.

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58 वर्ष पुराना भवन
गौरतलब है कि पीएचसी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रदाउदनगर करीब 58 वर्ष पुराना और जर्जर हो चुका है. अस्पताल परिसर में लगे एक शिलालेख के अनुसार सितंबर 1963 में इस अस्पताल का शिलान्यास गया जिला के तत्कालीन जिला पदाधिकारी संतोष कुमार चंद्र के माध्यम से किया गया था. संभव है कि उसी दौरान इस अस्पताल के भवन का निर्माण भी हुआ और उसी भवन में आज तक अस्पताल संचालित हो रहा है. इस भवन के छत का निचला हिस्सा टूट कर गिरते रहता है. प्रसव रूम के साथ-साथ महिला और पुरुष मरीजों का वार्ड और वहां तक जाने वाले रास्ते का छत,ओपीडी, टीकाकरण कक्ष, दवा वितरण कक्ष समेत पूरे भवन का छत जर्जर और क्षतिग्रस्त स्थिति में पहुंच चुका है. जिसका निचला हिस्सा प्रायः टूट कर गिरते रहता है.

जर्जर भवन

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महिला स्वास्थ्यकर्मी हुई थी चोटिल
अस्पताल में उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि वे लोग डरे-सहमे काम कर रहे हैं. खासकर जब भी मूसलाधार बारिश और आंधी- पानी आता है तो डरते-सहमे हुये काम करता पड़ता है. कुछ महीना पहले टीकाकरण कक्ष के पास छत का निचला हिस्सा अचानक टूटकर गिर जाने से एक महिला स्वास्थ्य कर्मी चोटिल हो गई थी.

‘जर्जर भवन की समस्या है. प्रसव रूम में मरीज और एएनएम बाल-बाल बचे हैं. इसके बारे में जिला स्वास्थ समिति को पहले भी अवगत कराया गया है. वहीं फिर नये सिरे से अवगत कराया जा रहा है.’-डॉ. शिव शंकर झा, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी

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