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Har Har Mahadev : 56 फीट कांवर के साथ 6000 कांवरियों का जत्था बासुकीनाथ रवाना, कहलगांव गंगा घाट से उठाया जल

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Published : Aug 12, 2023, 6:04 AM IST

कहलगांव से 6000 कांवरिया का जत्था बासुकीनाथ रवाना हो गया. कांवरिया अपने साथ 56 फीट का कांवर साथ लेकर निकले. कांवरियों के मनोरंजन के लिए अलग-अलग राज्यों से कलाकारों का समूह भी पहुंचा हुआ था. पढ़ें पूरी खबर..

भागलपुर में कांवर यात्रा
भागलपुर में कांवर यात्रा

भागलपुर में 56 फीट का कांवर आकर्षण का केंद्र

भागलपुर :बिहार के भागलपुर में 56 फीट का कांवर आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. जिले के कहलगांव से 6000 कांवरियों का जत्था 56 फीट का कांवर लेकर पैदल बाबा बासुकीनाथ को जला चढ़ाने रवाना हुआ. इस मौके पर कोलकाता, बिहार, झारखंड और यूपी से बुलाए गए कलाकारों ने जोरदार मनोरंजन किया. कहलगांव में पड़ाव संघ की ऐतिहासिक 111वीं कांवर यात्रा शहर के किला दुर्गा स्थान से निकाली गई.

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कांवर यात्रा में 6000 श्रद्धालु शामिल : कांवर यात्रा में करीब 6000 से अधिक महिला-पुरुष और बच्चे कांवरिये शामिल हुए. इसकी अगुवाई पड़ाव संघ के अध्यक्ष संतोष कुमार चौधरी के साथ भाजपा के विधायक पवन कुमार यादव, आरजेडी नेता बासुकी यादव, जदयू के नेता इंजीनियर सुभानंद मुकेश, डॉ मनोज कुमार ने की. कांवर यात्रा शुरू होते ही बोल बम और हर हर महादेव के नारे से पूरा कहलगांव प्रक्षेत्र गुंजायमान हो उठा. साथ ही पूरा कहलगांव अनुमंडल भगवामय हो गया.

कांवरियों के स्वागत के लिए उमड़ा जनसैलाब : शहर में कांवरियों का स्वागत करने जनसैलाब उमड़ पड़ा. इस दौरान विभिन्न संगठनों की ओर से कांवरियों को शर्बत, पानी, चाय तथा पान आदि का वितरण किया गया. इसके पहले कांवरियों ने शहर के राजघाट, चारोधाम घाट, सतीघाट स्थित उत्तरवाहिनी गंगा में स्नान कर जल भरे तथा किला दुर्गा स्थान समेत शहर के विभिन्न मंदिरों में कांवर रख पूजा अर्चना की, इसके बाद यात्रा की शुरुआत की.

56 फीट का कांवर आकर्षण का केंद्र : कांवर यात्रा में आकर्षण का केंद्र 56 फीट का कांवर था. इसे दो दर्जन से ज्यादा कांवरिया कांधे पर लिए चल रहे थे. कांवर यात्रा के साथ कानपुर के कलाकारों ने आकर्षक झांकी निकाली. वहीं बंगाल के 24 परगना जिले की महिला टीम ढाक बजाते और नृत्य करते साथ चल रही थी. वहीं कांवरियों के मनोरंजन के लिए भागलपुर के अजीत सिंह, कानपुर के सुरजीत अलबेला, पूर्णिया के मनजीत रानी कौर, झारखंड की ऋषिता राज, कानपुर की कंचन त्रिवेदी, विराटनगर के परमजीत कौर, प्रयागराज की साक्षी सहित 25 कलाकारों की टीम थी.

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