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KK Pathak Effect : 'महिला टीचर भड़काऊ कपड़े पहनकर न आएं स्कूल.. पुरुष शिक्षकों के लिए भी ये है गाइडलाइन..'

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Published : Jul 29, 2023, 5:50 PM IST

बिहार में स्कूलों की दशा सुधारने के लिए केके पाठक ने कुछ निर्देश दिए थे जिसके आलोक में बेगूसराय शिक्षा अधिकारी ने आदेश जारी किया है. उस आदेश में महिला और पुरुष टीचर्स के लिए गाइडलाइन दी गई है. साथ ही स्कूलों में साफ सफाई को लेकर भी नजर रखने की जिम्मेदारी शिक्षकों के कंधे पर सौंपी गई है. अब वो आदेश सोशल मीडिया पर भी घूमने लगा है.

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बेगूसराय :बिहार के शिक्षा विभाग को दुरुस्त करने के लिए केके पाठक ने सभी स्कूलों के लिए एक फरमान जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि शिक्षक/शिक्षिकाओं को शालीन और भारतीय परिधान में कपड़े पहनकर स्कूल आना चाहिए. स्कूलों की साफ-सफाई से लेकर पढ़ाई लिखाई के स्टेंडर्ड को मेंटेन रखने की जिम्मेदारी भी शिक्षकों की रहेगी. केके पाठक का सख्त निर्देश है कि महिला शिक्षक भड़काऊ और चमकीले कपड़े पहनकर स्कूल न आएं. पुरुषों को लिए भी दाढ़ी (बाद में हटा दिया गया) और जींस पैंट न पहनकर आने को निर्देशित किया गया है. नियम का उल्लंघन करने पर एक दिन का वेतन काटने का आदेश है.

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बेगूसराय शिक्षा अधिकारी का लेटर वायरल: इस आदेश के आने से स्कूलों में टीचर राइट टाइम हो गए है. साफ सफाई होने से स्कूल भी चकाचक दिखने लगे हैं. शिक्षा विभाग का ये आदेश इन दिनों सुर्खियां बटोर रहा है. जहां शिक्षा व्यवस्था को सुचारू करने के लिए रोज नए-नए फरमान जारी किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में बेगूसराय जिला शिक्षा पदाधिकारी शर्मीला रॉय का एक आदेश पत्र भी सुर्खियों में है. 28 अगस्त को जारी इस पत्र में शर्मिला राय ने विद्यालय संचालन के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिया है.

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भड़काऊ कपड़े पहने तो खैर नहीं: शिक्षण कार्य करने के लिए रूटीन चार्ट अनिवार्य रूप से विद्यालय में लगाना होगा. वरीयता अनुसार कार्यरत शिक्षकों की सूची फ्लेक्स बोर्ड पर लगाना सुनिश्चित किया जाए. विद्यालय के कार्यालय में वर्ग वार छात्रों के नामांकन एवं दैनिक उपस्थिति दर्ज करना होगा. इतना ही नहीं कॉलम नंबर 10 में शिक्षकों को टी शर्ट जींस और बढ़ी दाढ़ी पर रोक लगाने के साथ को शिक्षिका भड़काऊ कपड़े पहनकर स्कूल न आने का आदेश जारी किया है. आदेश में कहा है कि यदि निरीक्षण के क्रम में ऐसा पाए जाता है तो एक दिन का वेतन काट लिया जाएगा. हालांकि बाद में इस आदेश को संशोधित करते हुए 'दाढ़ी' शब्द को हटा दिया गया.

केके पाठक का दिख रहा असर : दरअसल, लेटर के माध्यम से शर्मिला राय ने अपर मुख्य सचिव केके पाठक के द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दिए गए निर्देश के हवाले से कुल 14 बिंदुओं पर आदेश पत्र जारी किया है. इसमें शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों के लिए फरमान और गाइड लाइन जारी किये गए हैं. बतातें चलें की शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए खुद भी स्कूलों का दौरा कर रहे हैं.

शिक्षकों पर पढ़ाई से लेकर सारी एक्टिविटी: इसी कड़ी में जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा जारी आदेश में विद्यालय की नियमित साफ-सफाई, खेल मैदान की साफ-सफाई, शौचालय, खेलकूद की गतिविधियों को सुचारू रूप से शुरू करना, प्रयोगशाला एवं प्रयोगशाला उपकरण की नियमित साफ-सफाई एवं छात्रों के समक्ष प्रदर्शित करना. विज्ञान चार्ट पेपर, भौगोलिक मानचित्र नियमित रूप से सर्व सुलभ स्थान पर लगाना, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करना, क्लास में जाने से पूर्व शिक्षकों को अपना मोबाइल प्रधानाध्यापक के कक्ष में रखकर ही शिक्षण कार्य करना, वर्ग कक्ष में कुर्सी का प्रयोग नहीं करना शामिल है.

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