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Flood In Bihar: अररिया में बाढ़ का कहर, ग्रामीण और शहरी इलाकों में घुसा पानी

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Published : Jul 14, 2023, 3:43 PM IST

अररिया में बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात में उत्पन्न हो गये हैं. लगातार हो रही बारिश के कारण जिले की कई प्रमुख नदियां उफान पर है. जिसके चलते ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में बाढ़ का पानी घुस गया है. जिसके चलते कई जगहों पर आवागमन ठप हो गया है. पढ़ें पूरी खबर..

अररिया में बाढ़ का कहर
अररिया में बाढ़ का कहर

अररिया के कई इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी

अररिया:बिहार के अररिया में लगातार हो रही बारिश के कारण शहर के हालात बिगड़ते जा रहे हैं. जगह-जगह जल जमाव की समस्या उत्पन्न हो गई है. कई जगहों पर सड़कों के ऊपर 2 फीट से ज्यादा पानी चल रहा है. लोग इस बात से चिंतित हैं कि अगर बारिश बंद नहीं हुई तो आगे हालात बद से बदतर हो जाएंगे. फिलहाल जिले के कई इलाकों में पानी घुस गया है. जिससे लोगों को परेशानी बढ़ने लगा है.

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अररिया में बाढ़ का कहर: अररिया जिले में 2 दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है. इस बारिश के कारण शहर के बस स्टैंड रोड, मारवाड़ी पट्टी, रहिका टोला, इस्लामनगर, निजाम नगर, जहांगीर टोला, खरैया बस्ती आदि जगहों पर सड़कों पर पानी जमा हो गया है. इसके अलावा नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 11, 13, 20, 23, 26, 29 जैसे इलाकों के निचले हिस्से में बारिश का पानी नदी से मिल गया है.

बाढ़ से स्थानीय लोगों की बढ़ी परेशानी: स्थानीय लोगों का कहना है कि स्थिति यही रहा तो जल्द ही घर छोड़ने पड़ जाएंगे. वहीं सड़कों पर पानी जमा हो जाने से वाहनों के आवागमन में भी परेशानी हो रही है. मौसम विभाग के अनुसार अभी बारिश में कमी के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. बता दें कि शहरी इलाके के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी नदियों का जलस्तर बढ़ता जा रहा है.

नेपाल में हो रही बारिश से बाढ़ का खतरा: दरअसल, नेपाल के पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश के कारण जिले से होकर बहने वाली पहाड़ी नदियां उफान पर है. इन नदियों में नुना, बकरा, परमान, कनकई, लोहंदरा जैसी नदियों का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. इसके साथ ही इन नदियों का पानी ग्रामीण इलाकों में भी प्रवेश कर गया है.

बरसाती नदियां हर साल लाती है तबाही: भारत नेपाल की सीमा पर अवस्थित जिले के सिकटी प्रखंड में नुना नदी अपना कहर बरपा रही है. कई जगहों पर सड़कें ध्वस्त हो गई है. इसके साथ नदी का पानी गांव की ओर प्रवेश कर गया है. इसके साथ ही बकरा, परमान नदी पलासी प्रखंड के पिपरा बिजवार, सोहंदर जैसे जगह पर कटाव तेज कर दी है. वहीं बाढ़ का पानी अररिया प्रखंड के मदनपुर बाजार में भी प्रवेश कर गया है. सड़कों पर बह रहे पानी के कारण आवागमन लगभग ठप हो गया है. इसके साथ ही रिहायसी इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है.

"बैरगाछी एबीएम सड़क पर कसैला से मदनपुर ओपी होते हुए मदनपुर बाजार होकर हाई स्कूल जाने वाले सड़क पर बाढ़ का पानी आ जाने से स्थिति काफी खराब हो गई है. मदनपुर का ऐतिहासिक मदनेश्वर धाम मंदिर के परिसर में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. मंदिर के अंदर स्थापित शिवलिंग पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. हनुमान मंदिर चौक पर सड़क पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है. मदनपुर के करीब धोकडिया गांव में बाढ़ ने कहर ढाना शुरू कर दिया है. बाढ़ के कारण मदनपुर टापू में तब्दील हो गया है."- संजय भगत, मदनपुर

हर साल डूबता है मदनपुर का इलाका: बता दें कि हर वर्ष बाढ़ का पानी मदनपुर इलाके में भारी तबाही मचाता है. इसके बाद परमान और बकरा नदी जोकीहाट के इलाके में चली जाती है. जहां कई नदियों से कटान तेज हो गया है. लोगों को भय सता रहा है कि अगर स्थिति इसी प्रकार बनी रही तो आगे के दिनों में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ जाएगा. हालांकि जिला प्रशासन हर वर्ष बारिश के पूर्व की तैयारी करता है. लेकिन यह तैयारी सिर्फ कागजों पर ही रह जाती है.

हर साल होता है करोड़ों का नुकसान: बाढ़ की तैयारी के दिखावे में कहीं बांध मरम्मत, कहीं सड़कों को बचाने का कार्य तो कहीं आश्रय स्थल बनाया जाता है. इसके साथ लोगों को आवागमन में परेशानी नहीं हो, इसके लिए नाव की व्यवस्था की जाती है. लेकिन बाढ़ के दिनों में इसका कहीं भी असर देखने को नहीं मिलता है. जिस कारण अररिया जिले में हर वर्ष करोड़ों का नुकसान होता है और कहीं कहीं जान माल की भी क्षति होती है.

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