पटना: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections) को लेकर प्रथम चरण का मतदान हो गया. पार्टियों में जोड़तोड़ और गुणा भाग का काम पूरा हो गया है. शेष चरणों के लिए चुनाव प्रचार चरम पर है. इधर, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार में अभी भी सरगर्मी और उठापटक जारी है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण जेडीयू है. यूपी चुनाव में भाजपा और जेडीयू में सहमति (Alliance between BJP and JDU in UP elections) नहीं होने को लेकर केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (Union Minister RCP Singh) अपनी ही पार्टी में निशाने पर हैं. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (JDU National President Lalan Singh), उपेंद्र कुशवाहा समेत कुछ अन्य नेताओं में दोनों दलों में सहमति नहीं बनने को लेकर इशारों में ही आरसीपी सिंह पर सवाल (JDU leaders allegations) खड़ा किया था.
इन नेताओं को कहना था कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के साथ गठजोड़ की जिम्मेदारी आरसीपी सिंह को दी गई थी. गठबंधन क्यों और कैसे नहीं हुआ, इसका जवाब आरसीपी सिंह को देना चाहिए. इन नेताओं का यह भी कहना है कि आरसीपी सिंह यदि सही समय पर उत्तर प्रदेश में भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर पार्टी को सूचित कर देते तो जेडीयू को तैयारी का ज्यादा वक्त मिलता. पार्टी और अधिक सीटों पर चुनाव लड़ती लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जेडीयू को इससे नुकसान हुआ.
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अब आरसीपी सिंह पटना पहुंच चुके हैं. समझा जा रहा है कि वे अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब देंगे. आज, शुक्रवार को उन्होंने एक प्रेस वार्ता (RCP Singh press conference in Patna) बुलाई है. इससे काफी अहम राजनीतिक घटनाक्रम माना जा रहा है. समझा जा रहा है कि वे अपने ऊपर उठाये जा रहे तमाम सवालों के जवाब दे सकते हैं. जेडीयू के नेताओं और कार्यकर्ताओं की इस प्रेस वार्ता पर निगाहें टिकी हुई हैं.
बता दें कि जैसे ही दिल्ली से आरसीपी सिंह पटना पहुंचे, एयरपोर्ट पर पहले से भारी संख्या में मौजूद उनके समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया. इस दौरान जदयू कार्यकर्ताओं व नेताओं ने आरसीपी सिंह का फूल-माला व गुलदस्ते से स्वागत किया. आरसीपी सिंह से जब पूछा गया तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि आइए न, सब बोलेंगे, काहे परेशान हैं. जदयू कार्यकर्ताओं का मान करने वाली पार्टी है. यही हमारे नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सिद्धांत है.