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मुंबई, केरल और तमिलनाडु से आने वालों की अवश्य कराएं कोरोना जांच- नीतीश कुमार

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Published : Sep 12, 2021, 7:50 AM IST

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना संक्रमण, कोरोना टीकाकरण, वायरल फीवर समेत कई मुद्दों को लेकर समीक्षा बैठक की. उन्होंने इन मामलों में कई दिशा-निर्देश दिये. पढ़ें पूरी खबर...

Nitish Kumar
Nitish Kumar

पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने कोरोना के हालात (Corona In Bihar), कोविड वैक्सिनेशन (Covid Vaccination) और बच्चों में फैल रहे वायरल बुखार (Viral Fever) की स्थिति की समीक्षा को लेकर बैठक की. स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Health Minister Mangal Pandey) सहित मौजूद सभी अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश दिए.

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इसमें उन्होंने कहा कि सभी लोग मास्क का प्रयोग जरुर करें. यह कोरोना संक्रमण (Corona Infection) से बचाव के साथ-साथ अन्य वायरल बीमारियों से बचाव में भी उपयोगी है. माइकिंग के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर लोगों को सचेत एवं जागरुक करते रहें. बच्चों में वायरल बुखार को लेकर अलर्ट और एक्टिव रहने का निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया.

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में जिनका टीकाकरण बचा हुआ है, उनका जल्द से जल्द टीकाकरण करायें. ग्रामीण क्षेत्रों में भी विशेष अभियान चलाकर टीकाकरण का कार्य तेजी से पूर्ण करें. उन्होंने कहा कि खासकर मुंबई, केरल और तमिलनाडु से आने वाले लोगों की कोरोना जांच अवश्य करायें. रेलवे स्टेशन एवं बस स्टैंड पर बाहर से आने वालों पर विशेष नजर रखें. इन जगहों पर कोरोना जांच की व्यवस्था रखें.

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नीतीश कुमार ने कहा कि बच्चों के इलाज के लिये अस्पतालों में दवा की पर्याप्त उपलब्धता रखें. वायरल बुखार को लेकर विभाग द्वारा उठाये जा रहे कदमों के संबंध में मीडिया के माध्यम से लोगों को जानकारी दें. ग्रामीण क्षेत्रों में भी विशेष अभियान चलाकर टीकाकरण का कार्य तेजी से पूर्ण करें.

मुख्यमंत्री कोरोना जांच में तेजी लाने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि कोरोना जांच की संख्या और बढ़ायें और इसे प्रतिदिन दो लाख तक करें. रेलवे स्टेशन एवं बस स्टैंड पर बाहर से आने वाले लोगों पर विशेष नजर रखें. इन जगहों पर भी कोरोना जांच की व्यवस्था रखें.

स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बच्चों में वायरल बुखार से बचाव को लेकर उठाये जा रहे कदमों की जानकारी दी. साथ ही कोरोना संक्रमण की अद्यतन स्थिति, कोरोना जांच एवं वैक्सीनेशन के संबंध में विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने मेडिकल कॉलेज अस्पतालों एवं जिला अस्पतालों में वायरल बुखार से पीड़ित बच्चों एवं उनके उपचार के संबंध में जानकारी दी.

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उन्होंने बताया कि सभी अस्पतालों में दवा की उपलब्धता पर्याप्त है. वायरल बुखार को लेकर विभाग पूरी तरह से एक्टिव है. उसकी सघन मॉनिटरिंग की जा रही है. वायरल बुखार को लेकर लोगों को घबराने की जरुरत नहीं है. प्रत्यय अमृत ने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन का काम शहरी क्षेत्रों में लगभग शत-प्रतिषत पूर्ण हो गया है. अगर कोई बचे हुये हैं तो उनका टीकाकरण भी जल्द से जल्द करा लिया जायेगा. ग्रामीण क्षेत्रों में भी टीकाकरण कार्य तेजी से चल रहा है.

टीकाकरण कोरोना से बचाव का कारगर उपाय है. इसके साथ ही कोरोना की जांच भी उतना ही महत्वपूर्ण है. कोरोना जांच की संख्या और बढ़ायें. इसे प्रतिदिन दो लाख तक ले जायें. लोग मास्क का प्रयोग जरुर करें. यह कोरोना संक्रमण से बचाव के साथ-साथ अन्य वायरल बीमारियों से बचाव में भी उपयोगी है. माइकिंग के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर लोगों को सचेत एवं जागरुक करते रहें.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों में वायरल बुखार को लेकर अलर्ट और एक्टिव रहें. वायरल बुखार के लक्षणों पर भी नजर बनाये रखें. बच्चों के इलाज में किसी प्रकार की कोताही नहीं हो. अस्पतालों में दवा की पर्याप्त उपलब्धता रखें. उन्होंने कहा कि वायरल बुखार को लेकर विभाग द्वारा उठाये जा रहे कदमों के संबंध में मीडिया के माध्यम से लोगों को जानकारी दें.

बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, बी.एम.एस.आई.सी.एल. के प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार झा, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह, अपर सचिव स्वास्थ्य कौशल किशोर एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे.

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