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पटना जंक्शन पर राम भरोसे कोरोना जांच... बिहार को ये लापरवाही भारी ना पड़ जाए..!

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Published : Dec 12, 2021, 5:06 PM IST

कोरोना की तीसरी लहर और कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन को लेकर केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार भी अलर्ट है. पटना जंक्शन पर बाहर से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच करना जरूरी है लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. बाहर से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच नहीं की जा रही है.

पटना जंक्शन पर कोरोना जांच में लापरवाही
पटना जंक्शन पर कोरोना जांच में लापरवाही

पटना: प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर(Third Wave of Corona) के रूप में ओमिक्रोन ( Omicron Variant Of Corona virus) दस्तक दे चुका है. सरकार की तरफ से बाहर से आने वाले लोगों को कोरोना जांच (Corona Test) करना है लेकिन पटना जंक्शन पर बाहर से आने वालों यात्रियों की कोरोना जांच नहीं की जा रही है.

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रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट और भीड़भाड़ वाली जगहों पर एतिहात बरतने के लिए कड़ा निर्देश दिया गया है. बाहर के प्रदेशों से आने वाले यात्रियों से वैक्सीन की दोनों डोज चेक करना है और कोविड जांच टेस्ट करवाना है. पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन पर मुंबई से पहुंची ट्रेन सैकड़ों की संख्या में पटना जंक्शन पर यात्री उतरे लेकिन उनका कोविड-19 जांच नहीं हो पाया. सरकार के दिशा निर्देश के बाद पटना जंक्शन पर को कोविड जांच के लिए एक काउंटर बनाया गया है लेकिन वहां लोगों का कोरोना जांच नहीं किया जा रहा है.

कोरोना जांच राम भरोसे

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राज्य में इन दिनों नए वेरिएंट का मामला बढ़ा है और कई लोग संक्रमित भी पाए गए हैं. लेकिन पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन पर कोविड जांच की व्यवस्था सिर्फ गेट नंबर 3 के पास में किया गया है. पटना जंक्शन पर मुंबई के साथ-साथ गुजरात दिल्ली और कई राज्यों से अधिकतर यात्री पहुंचते हैं. मुंबई से आने वाले ट्रेन के यात्रियों की कोविड-19 जांच नहीं करना कहीं ना कहीं बिहार पर भारी पड़ सकता है.

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देशभर में कोरोना की तीसरी लहर के रूप में नया वेरिएंट एक बार फिर से बढ़ना शुरू हो गया है. पटना जंक्शन पर प्रतिदिन कई राज्यों से दर्जनों ट्रेन पहुंच रही है. इन ट्रेनों से मुंबई से हजारों रेल यात्री रोजाना बिहार आ रहे हैं लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के बावजूद रेलवे प्रशासन और जिला प्रशासन की ओर से रेलवे स्टेशन पर सिर्फ खानापूर्ति के लिए कोविड-19 जांच काउंटर लगाया गया है.

स्क्रीनिंग की व्यवस्था है और ना ही थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था है. पूरी तरीके से जो व्यवस्था है. वह बेपटरी हो चुकी है. यूं कहे तो पटना जंक्शन पर कोरोना संक्रमण की रोकथाम की जो व्यवस्था है. वह राम भरोसे है. ऐसे में बिहार में भी कोरोना प्रसार की संभावना अब अधिक बढ़ गई है. रेलवे प्रशासन की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं किया गया है. एक जवान तक पटना जंक्शन पर यात्रियों से पूछताछ करने वाला नजर नहीं आता है. पटना जंक्शन पर जांच शत-प्रतिशत नहीं हो पा रहा है.

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पटना जंक्शन पर कोविड जांच कर रहे जितेंद्र कुमार ने बताया कि सरकार के दिशा-निर्देश के बाद एक टीम पटना जंक्शन पर हमेशा मौजूद रह रही है लेकिन रेलवे प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिल रहा है जिसका नतीजा है कि यहां पर कोविड जांच ढंग से नहीं हो पा रहा है.

'मुंबई से जो ट्रेन आई है उसमे मात्र एक यात्री की ही जांच हो पाई है. कुछ यात्री हैं वो दूसरे गेट से निकल गए और कई तो अधिकारी बताकर निकल जा रहे हैं. लोग भी काफी लापरवाह दिख रहे हैं और मामला जब ज्यादा बढ़ता है तो हम लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है.' -

'पटना जंक्शन पर कई गेट है लेकिन वहां पर कोई व्यवस्था नहीं है. लोग आसानी से निकल जाते हैं रेलवे प्रशासन को मदद करना चाहिए तब जाकर के शत-प्रतिशत जांच हो पाएगा.'- जितेंद्र कुमार, स्वास्थ्यकर्मी

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