बिहार

bihar

शराबबंदी की समीक्षा के बाद सरकार का बड़ा फैसला, केके पाठक बने मद्य निषेध विभाग में अपर मुख्य सचिव

By

Published : Nov 17, 2021, 10:17 PM IST

केके पाठक बने मद्य निषेध विभाग में अपर मुख्य सचिव

केके पाठक (KK Pathak) को निबंधन, उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग में अपर मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है. उनकी नियुक्ति को बिहार में शराबबंदी (Prohibition Law in Bihar) को प्रभावी तरीके से लागू कराने की दिशा में अहम माना जा रहा है.

पटना:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) बिहार में शराबबंदी (Prohibition Law in Bihar) को और सख्ती से लागू करने की दिशा में लगातार कोशिश कर रहे हैं. मंगलवार को उन्होंने सभी मंत्रियों और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर कई अहम फैसले लिए, तो वहीं बुधवार को उन्होंने एक और महत्वपूर्ण निर्णय लिया है.

ये भी पढ़ें: बिहार में सख्ती से लागू होगा शराबबंदी कानून, मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार का बयान

सीएम नीतीश कुमार ने शराबबंदी की समीक्षा के बाद प्रशासन के स्तर पर पहला बड़ा फैसला लिया है. आईएएस अधिकारी केके पाठक (KK Pathak) को निबंधन, उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग में अपर मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है.

कड़क आईएएस अधिकारी के तौर पर पहचान रखने वाले केके पाठक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापसी के बाद बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग पटना में योगदान देकर पदस्थापन की प्रतीक्षा कर रहे थे. अब सरकार ने उन्हें अगले आदेश तक निबंधन, उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग में अपर मुख्य सचिव के पद पर पदस्थापित किया है.

ये भी पढ़ें: समीक्षा के बाद बड़ा फैसला, इलाके में मिली शराब तो नपेंगे थानेदार

आपको बताएं कि मंगलवार को समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी कानून को प्रभावी तरीके से लागू कराने के लिए कई अहम निर्देश दिए हैं. इसके तहत जिस थाने में कोई कार्रवाई नहीं हुई है, वहां सख्ती से कार्रवाई करने को कहा गया है. शहरों में होम डिलीवरी को रोकने का आदेश दिया है. शराब मिलने पर थानाध्यक्ष सस्पेंड होंगे. चौकीदार ने अगर शराब की जानकारी नहीं दी तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसको लेकर मुख्यालय में हर दूसरे दिन समीक्षा बैठक होगी.

ABOUT THE AUTHOR

...view details