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रैंकिंग में टॉप-10 में बिहार के 4 जिले शामिल, विशेषज्ञ बोले- 'इससे पूरे प्रदेश के विकास को देखना सही नहीं'

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Published : Apr 6, 2022, 10:14 PM IST

नीति आयोग की रिपोर्ट (NITI Aayog Report) को लेकर पिछले साल बिहार में खूब सियासत हुई थी. सरकार की तरफ से केंद्र सरकार और नीति आयोग को पत्र भी भेजा गया था. वहीं, विपक्ष को नीतीश कुमार के विकास पर निशाना साधने का मौका भी मिल गया था, लेकिन अब नीति आयोग ने फरवरी महीने की डेल्टा रैंकिंग जारी की है. 2022 की रैंकिंग में देश के 122 आकांक्षी जिलों (एस्पिरेशनल डिस्टिक) में से बिहार के कटिहार को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है. पढ़ें पूरी खबर..

नीति आयोग की रिपोर्ट
नीति आयोग की रिपोर्ट

पटना:नीति आयोग की डेल्टा रैंकिंग (Delta ranking of NITI Aayog) जारी की है, जिसमें देश के 122 आकांक्षी जिलों में से कटिहार को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ. टॉप टेन में बिहार के 4 जिले शामिल (Four districts in top ten in Delta ranking) हैं. जिसमें कटिहार के साथ गया, मुजफ्फरपुर और खगड़िया है. प्रथम तीन स्थान बिहार के जिलों को मिले हैं. सरकार के लिए यह एक बड़ी राहत की बात है, लेकिन विपक्ष सवाल खड़ा कर रहा है और नीति आयोग की रिपोर्ट को संदेह के घेरे में बता रहा है. वहीं, अर्थशास्त्री और विशेषज्ञ का कहना है कि केवल कुछ जिलों से बिहार के विकास की बात नहीं की जा सकती है.

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डेल्टा रैंकिंगमें टॉप 10 में 4 जिले:देश के पिछड़े जिलों में विकास की गति तेज करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री के दिशा निर्देश में 122 आकांक्षी जिलों में स्वास्थ्य और पोषण, कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास, मूलभूत आधारभूत संरचनाएं और अन्य सूचकांकों पर संचालित कार्यों में गति प्रदान करने के उद्देश्य से पहल की गई है. इसी के तहत बिहार के 12 जिलों में कार्य चल रहा है और कटिहार को फरवरी महीने में नीति आयोग की जो डेल्टा रैंकिंग जारी की गई है. कटिहार हेल्थ मिशन के सूचकांक में 73 अंक पाकर देश में प्रथम स्थान आया है. गया को दूसरा, मुजफ्फरपुर को तीसरा और खगड़िया को सातवां स्थान मिला है.

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इन जिलों का अच्छा परफॉर्मेंस:इसके अलावा पूर्णिया को 14वां, सीतामढ़ी को 19वां, बेगूसराय को 48वां, शेखपुरा को 54वां, जमुई को 56वां और अररिया को 57वां, नवादा को 64वां, औरंगाबाद को 80वां और बांका को 89वां रैंक मिला है, लेकिन बड़ा सवाल है कि जिन क्षेत्रों में बिहार के कई जिलों ने अच्छा परफॉर्मेंस किया है नीति आयोग ने शिक्षा स्वास्थ्य जैसे विषयों को लेकर पिछले साल कई रिपोर्ट जारी की थी और बिहार को देश में फिसड्डी बताया था.

''सत्ता पक्ष का जिस प्रकार से संस्थाओं में हस्तक्षेप हुआ है उसके बाद से ही रिपोर्ट पर सवाल उठते रहे हैं. लेकिन, जब तक दूसरा तथ्य नहीं हो. उस रिपोर्ट को मानने के सिवाय कोई दूसरा विकल्प नहीं है. ऐसे यह बिहार के लिए बड़ी उपलब्धि है, लेकिन बिहार के कुछ जिलों से पूरे बिहार के विकास को देखना सही नहीं होगा.''-एनके चौधरी, आर्थिक विशेषज्ञ

''नीति आयोग का क्या पैरामीटर है इसको देखना होगा. यदि सभी जिलों के लिए एक पैमाना बनाकर रिपोर्ट तैयार की गई होगी तो इसके आधार पर अन्य जिलों के विकास की बात की जा सकती है. लेकिन, केवल कुछ जिलों के आधार पर पूरे प्रदेश कि विकास की बात करना सही नहीं होगा.''-बीएन प्रसाद, प्रोफेसर, ए एन सिन्हा शोध संस्थान

RJD ने रिपोर्ट पर उठाए सवाल: वहीं, नीति आयोग की हालिया रिपोर्ट पर सियासत भी शुरू है. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी (RJD spokesperson Mrityunjay Tiwari) नीति आयोग की रिपोर्ट पर ही सवाल खड़ा कर रहे हैं और कह रहे हैं कि ''रिपोर्ट संदेह के घेरे में है, क्योंकि पिछले साल फिसड्डी बता रहे थे और इस बार देश में जिलों को टॉप करा रहे हैं.''

रिपोर्ड से BJP उत्साहित: बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह (BJP spokesperson Arvind Singh) का कहना है कि ''नीति आयोग का एक मापदंड है, जो जहां बैठता है उस हिसाब से रिपोर्ट तैयार की जाती है. बिहार सरकार विकास के लिए रात दिन मेहनत कर रही है. हमारे कुछ जिले बहुत अच्छा काम किए हैं. ये रिपोर्ट ये बताती है कि बिहार विकास की ओर अग्रसर है. हम चरवाहा विद्यालय की ओर नहीं बल्कि हम मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज और यूनिवर्सिटी खोलने में लगे हैं.''

डिप्टी सीएम ने दी सभी DM को बधाई: नीति आयोग की रिपोर्ट को लेकर बिहार सरकार भी लगातार आपत्ति दर्ज कराती रही है, लेकिन फरवरी महीने की जो रिपोर्ट जारी हुई है, सरकार में इस रिपोर्ट को लेकर उत्साह दिख रहा है. रिपोर्ट जारी होने के बाद उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने संबंधित जिलों के डीएम को बधाई भी दी और यह भी कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व के साथ-साथ अधिकारियों की मेहनत का प्रतिफल है. आने वाले समय में अन्य जिलों में भी बेहतर परफॉर्मेंस होगा.

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