पटना: पटना के गांधी मैदान में हुए सीरियल ब्लास्ट मामले में सजा मुकर्रर किए जाने को लेकर भाजपा ने खुशी जताई है. ये ब्लास्ट भाजपा के ही हुंकार रैली के दौरान हुए थे. एनआईए को इसकी जांच का जिम्मा सौंपा गया था. अब एनआईए कोर्ट (NIA Court) ने 9 लोगों को दोषी करार देते हुए फैसला सुनाया. इनमें से 4 को फांसी, 2 को आजीवन कारावास, 2 को 10-10 साल कारावास की सजा और 1 को सात साल कारावास की सजा सुनायी गई है.
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हुंकार रैली के दौरान गांधी मैदान में सीरियल ब्लास्ट हुए थे. आतंकियों ने बड़ी घटना को अंजाम देने की कोशिश की थी. रैली में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिस्सा लिया था. खचाखच भरे गांधी मैदान में सीरियल ब्लास्ट के दोषियों को सजा सुनाई गई. सजा के फैसले से भाजपा खेमे में खुशी की लहर है.
'पाकिस्तान देश में लगातार आतंकी घटनाओं को अंजाम देने में लगा है. लेकिन हमारी सुरक्षा एजेंसियां तत्पर हैं. गांधी मैदान ब्लास्ट मामले में जो कोई दोषी थे, उन्हें कोर्ट ने सजा दी है. कोर्ट के फैसले का हम स्वागत करते हैं. ऐसे फैसले से भविष्य में आतंकी घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी.'-अजफर शमशी, भाजपा प्रवक्ता
कब-कब और कहां-कहां हुआ था धमाका
- पहला धमाका: सुबह 9.30 बजे... पटना जंक्शन के प्लेटफॉर्म नम्बर 10 के शौचालय में
- दूसरा धमाका: सुबह 11.40 बजे... उद्योग भवन गांधी मैदान में
- तीसरा धमाका: दोपहर 12.05 बजे... रीजेंट सिनेमा हॉल के पास
- चौथा धमाका: दोपहर 12.10 बजे... गांधी मैदान में बापू की पुरानी प्रतिमा के पास
- पांचवां धमाका: दोपहर 12.15 बजे... गांधी मैदान के दक्षिणी हिस्से में ट्विन टावर के पास
- छठा धमाका: दोपहर 12.20 बजे... गांधी मैदान के पश्चिमी हिस्से में स्टेट बैंक के पास
- सातवां धमाका: दोपहर 12.45 बजे... गांधी मैदान के चिल्ड्रेन पार्क के पास
दो घंटे तक ब्लास्ट की न्यूज नहीं हुई थी फ्लैश
पहले विस्फोट के बाद दो घंटे तक कहीं भी न्यूज प्लैश नहीं की गई थी, लगभग दो घंटे बाद सभी न्यूज चैनल पर ब्रेकिंग न्यूज चलने लगी. 11.40 बजे से 12.15 बजे के बीच बीजेपी नेता शाहनवाज़ हुसैन के गांधी मैदान स्थित मंच से भाषण दे रहे थे. इसी दौरान गांधी मैदान में चार विस्फोट हो चुके थे. गांधी मैदान में जब विस्फोट हो रहे थे, उसी वक्त नरेन्द्र मोदी पटना हवाई अड्डे पर उतर रहे थे.
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तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह और अरुण जेटली पहले ही पहुंच चुके थे. जेटली गांधी मैदान के सामने स्थित मौर्या होटल में ठहरे थे. हुंकार रैली के बाद पत्रकारों से बात करते हुए जेटली ने कहा था कि मोदी की सुरक्षा व्यवस्था देख रहे गुजरात पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था 'सर, हम मोदी से कह रहे हैं कि वह हवाई अड्डे पर ही रुके रहें और सभा स्थल पर नहीं आएं. रैली को रद्द करना पड़ेगा.'
रद्द नहीं की गई थी रैली
इसके बावजूद रैली रद्द नहीं की गई. मोदी एयरपोर्ट से गांधी मैदान स्थित मंच पर पहुंचे. उस वक्त मंच पर मोदी, राजनाथ, अरुण जेटली, सुशील मोदी, रवि शंकर प्रसाद के अलावे बिहार बीजेपी के कई नेता मौजूद रहे. खतरे से बेखबर गांधी मैदान में मौजूद जनता नारे लगा रही थी. मोदी मंच पर आए और भाषण शुरू किया. एक तरफ मोदी भाषण दे रहे थे, तो दूसरी तरफ विस्फोट हो रहा था.
इसके बाद पूरे मामले की जांच NIA को सौंपी गई. पटना सीरियल ब्लास्ट मामले की जांच के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी की ओर से दो आरोप पत्र दायर किए गए. एनआइए ने एक को मृत दिखाते हुए 12 आतंकवादियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था, जिसमें एक नाबालिग था, जिसे गायघाट स्थित किशोर न्याय बोर्ड ने गांधी मैदान सीरियल बम ब्लास्ट और बोधगया सीरियल बम ब्लास्ट दोनों मामलों में सजा सुना दी है. एनआईए के अनुसार, पटना के गांधी मैदान में घटना को अंजाम देने के लिए आतंकियों ने विस्फोटक पदार्थ की खरीदारी रांची से की थी. बताया जाता है कि सभी आरोपी रांची से बस के जरिए सुबह-सुबह ही बस से पटना पहुंचे थे. हालांकि अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हो सका है कि हुंकार रैली को असफल बनाने के लिए आतंकियों को कहां से फंडिंग की गई थी.
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