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मुजफ्फरपुर: जहरीली शराबकांड में राजनीति शुरू, 7 लोगों की हुई थी मौत, कई अभी भी हैं इलाजरत

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Published : Oct 30, 2021, 11:07 PM IST

मुजफ्फरपुर में जहरीली शराब से मौत के बाद गांव में नेताओं का दौरा शुरू हो गया है. शनिवार की सुबह जाप सुप्रीमो पप्पू यादव पहुंचे और वैशाली सांसद वीणा देवी भी गई थीं. दोनों नेताओं ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है.

जहरीली शराबकांड में राजनीति शुरू
जहरीली शराबकांड में राजनीति शुरू

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजप्फरपुर में रूपौली गांव (Rupauli Village in Muzaffarpur) में कथित जहरीली शराब से मौत(Death By Drinking Spurious Liquor) के आंकड़ों में इजाफा जारी है. शनिवार को मौत का आंकड़ा 7 पहुंच गया. सूत्रों की मानें तो अभी भी विभिन्न जगहों पर करीब दर्जन भर लोग अपना इलाज करवा रहे हैं. वहीं अब इसको लेकर राजनीति (Politics) भी तेज हो गई हैं. जहरीली शराब से मौत के बाद गांव में नेताओं का भी दौरा शुरू हो गया है.

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जहरीली शराबकांड में घायलों में से दो की हालत चिंताजनक बनी हुई है. जिला प्रशासन द्वारा उक्त गांव में एफएसएल टीम को भी भेजा गया था. टीम ने अपना सैंपल कलेक्ट किया है. वहीं, पुलिस की टीम को कई खाली शराब की बोतलों के साथ-साथ अन्य कई सामान भी हाथ लगी है जिसको एफएसएल टीम को सौंपा गया है.

घटना के बाद गांव में डीएम प्रणव कुमार, एसएसपी जयंत कांत सहित जिले के कई आला अधिकारियों ने दौरा किया और लोगों से बातचीत भी की. वहीं, पूरे मामले में 2 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है. जिनके यहां शराब की पार्टी थी और जिनके द्वारा आयोजन कराया गया था. मृतकों में मुन्ना सिंह, अवनीश कुमार सिंह, धीरेश कुमार सिंह, अविनाश कुमार राम, बिपुल शाही, देवेंद्र भगत और हेमंत मिश्रा शामिल हैं.

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पूरे मामले की पुष्टि सरैया एसडीपीओ राजेश शर्मा ने की है और कहा है कि- 'अब तक मरने वालों की संख्या 7 हो गई है लेकिन सातवें मौत की जांच पड़ताल की जा रही है. आखिर मौत का कारण क्या है. मेडिकल टीम द्वारा क्लियर किया जाएगा.' वहीं स्थानीय लोगों की मानें तो कुछ लोग इलाजरत भी हैं. इसका पता लगाया जा रहा है.

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वहीं, मुजफ्फरपुर एसपी जयंत कांत ने देर शाम सरैया थाना के थानाध्यक्ष रविंदर यादव और प्रभारी थाना अध्यक्ष मोहम्मद कलामुद्दीन को घटना के लिए तत्काल लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया है. अब सवाल उठता है कि स्थानीय स्तर के पदाधिकारियों में पूरी घटना की जवाबदेही सिर्फ दो ही लोगों की थी या फिर और पदाधिकारियों पर गाज गिरती है.

परिजनों से मिलने के बाद जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि- 'जब पूर्ण शराबबंदी है तो फिर किसी भी इलाके में अवैध शराब या जहरीली शराब का पाया जाना सिर्फ और सिर्फ थानाध्यक्ष और थाना स्तर के ही संबंधित पदाधिकारियों की जवाबदेही है या फिर वरीय अधिकारियों की भी जवाबदेही तय होनी चाहिए. मद्य निषेध विभाग, एंटी लिकर टीम, डीएसपी, एसपी और डीएम पर कार्रवाई क्यों नहीं होती है. यह सभी लोग जानते हैं कि सफेदपोश लोगों का कमाई का जरिया बन गया है यह शराबबंदी.'

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उन्होने कहा कि कई जगह ऐसी घटनाएं हुई हैं लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ और सिर्फ खानापूर्ति हुई है. सरकार और प्रशासन चाहे तो सब कुछ संभव है. इस सरकार में सिर्फ जनता ही मरेगी और निचले स्तर के अधिकारियों पर कार्रवाई कर खानापूर्ति होगी.

बता दें कि गुरुवार की देर रात सरैया थाना क्षेत्र के रेपुरा-रुपौली गांव में लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. शराब पीने से मौत की सूचना पर सरैया थाना पुलिस और एसडीपीओ गांव पहुंचे और मामले की जांच की. इस दौरान पुलिस ने ग्रामीणों से भी पूछताछ की. ग्रामीणों के अनुसार, बुधवार की रात गांव में शराब पार्टी हुई थी. कई लोगों ने एक साथ शराब का सेवन किया था.

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नोट- इस तरह की किसी भी शिकायत के लिए मद्य निषेध अर्थात् शराब से जुड़ी कोई भी शिकायत टाल फ्री नंबर 15545 पर की जा सकती है

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