बेगूसराय:जिले में में रेलवे के निजीकरण के विरोध सहित अन्य मांगों को लेकर ईसीआरईयू और एक्टू की ओर से प्रदर्शन किया गया. इस दौरान उन्होंने बेगूसराय रेलवे स्टेशन पर जोरदार प्रदर्शन किया. दर्जनों की संख्या में लोगों ने सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को निजी कम्पनियों के हवाले कर अंबानी-अडानी की तिजोरी भरने का आरोप लगाया. उन्होंने प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
बेगूसराय: रेलवे के निजीकरण के विरोध में सड़कों पर उतरे संगठन के लोग, सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
रेलवे के निजीकरण के विरोध में ईसीआरईयू और एक्टू की ओर से जोरदार प्रदर्शन किया गया. इस दौरान दर्जनों की संख्या में लोगों ने सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
ईस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन के सोनपुर मंडल के सहायक सचिव घनश्याम पासवान के नेतृत्व में बेगूसराय रेलवे स्टेशन पर नेशनल मूवमेंट टू सेव रेलवे के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर प्रदर्शन किया गया. इस दौरान मांग की गई की जनता की सवारी रेलवे को बेचने पर रोक लगाई जाए. साथ ही साथ उत्पादन इकाईयों का निगमीकरण, निजीकरण बंद करने, एनपीएस समाप्त कर ओपीएस बहाल करने, सर्विस रिव्यू के नाम पर जबरन रिटायर करना बंद करने, केंद्रीय कर्मचारियों , पेंशनर्स को महंगाई भत्ते को तुरंत जारी करने, ठेका प्रथा पर रोक लगाने, बेरोजगार युवाओं को रेलवे में भर्ती कर खाली पदों को तत्काल भरने की मांग की गई.
'कर्मचारियों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही सरकार'
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए मंडल सहायक सचिव घनश्याम पासवान ने कहा कि रेलवे हमारे देश का सबसे महत्वपूर्ण और सर्वाधिक मुनाफा देने वाला सार्वजनिक क्षेत्र है. इसे बेचकर राष्ट्रहित से खिलवाड़ ही नहीं, बल्कि कार्यरत लाखों एम्पलाइज और उनके परिवार के सदस्यों को भूखे मारने की कोशिश की जा रही है. शहीदों को याद करते हुए कहा कि शहीदों की परंपरा को आगे बढ़ाएंगे, रेलवे को बचायेंगे. इस दौरान ऐक्टू के जिला प्रभारी चन्द्र देव वर्मा ने कहा कि मोदी सरकार सारे सार्वजनिक क्षेत्र को निजी हवाले कर अंबानी-अडानी जैसे कार्पोरेट जगत की थैली भरने में लगी हुई है. शनिवार को आयोजित इस प्रदर्शन में मुरारी कुमार, विकास कुमार ठाकुर, दिलीप कुमार सिंह, विरजू महतो, उमेश रजक, नागो पासवान, जयजयराम महतो, मो. अनवर, दिनेश सिंह, चन्द्रमौली महतो सहित कई लोग शामिल रहे.