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मध्याह्न भोजन बंद रहने के विरोध में ग्रामीणों ने स्कूल परिसर में किया प्रदर्शन, शिक्षिकों पर लगाये गंभीर आरोप - Mid day meal

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Apr 4, 2024, 4:30 PM IST

Mid day meal बिहार में शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक लगातार कई कदम उठा रहे हैं. उनकी सख्ती के बाद सरकारी स्कूलों में कई बदलाव हुए. विद्यालयों में शिक्षक समय से पहुंच रहे हैं. बच्चों की उपस्थिति भी बढ़ी है. लेकिन, बांका जिला में एक विद्यालय ऐसा है जहां स्थिति में सुधार नहीं हुआ है. ग्रामीणों का आरोप है कि शिक्षक नहीं आते हैं, मध्याह्न भोजन भी नहीं मिलता है. पढ़ें, विस्तार से.

मध्याह्न भोजन
मध्याह्न भोजन

बांका: बिहार के बांका स्थित फुल्लीडुमर प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय रामचंदा में शिक्षकों के अनुपस्थित रहने और मध्याह्न भोजन बंद रहने का आरोप लगाते हुए अभिवावकों ने विद्यालय परिसर में प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि उन लोगों इसकी शिकायत अधिकारियों के पास की थी. जांच को लेकर किसी पदाधिकारी के आने की सूचना मिली थी. लेकिन कोई नहीं आया. जिसके बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गये और प्रदर्शन करने लगे.

क्यों किया प्रदर्शन: ग्रामीण चमेली देवी, हूरो देवी, रवीना देवी, करिश्मा देवी, मंजू देवी, पिंकी देवी, साक्षी देवी, कविता देवी, छोटी कुमारी, प्रतिमा देवी, गायत्री देवी, रामखेलावन मांझी, अरविंद मांझी, ब्रह्मदेव मांझी, अशोक मांझी एवं रामावतार मांझी ने बताया कि वे लोग महादलित हैं इसलिए ना तो कोई जनप्रतिनिधि ही प्रयास करते हैं ना ही कोई पदाधिकारी.अभिभवाकों ने आरोप लगाया कि विद्यालय में एक शिक्षिका दबंग है. वह महीना में एक दिन, एक घंटा के लिए आती है. पंजी में अपनी उपस्थिति दर्ज कर तुरंत लौट जाती है.

शिक्षिका पर गंभीर आरोपः ग्रामीणों ने बताया कि उनके बच्चे रोज विद्यालय आते हैं. एक माह बीतने को है शिक्षिका एक बार आई तो अपनी उपस्थिति बनाने. रसोइया शीला देवी एवं दमयंती देवी रोज आती है, लेकिन शिक्षिका के कारण भध्याह्न भोजन बंद है. ग्रामीणों ने बताया कि शिक्षिका चुनौती देती है कि जिला में उसपर कार्रवाई करने वाला कोई नहीं है. ग्रामीणों का कहना था कि प्रखंड के पदाधिकारी अपनी जांच में शिक्षिका को अनुपस्थित पाया था, लेकिन किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई.

आंदोलन की चेतावनीः ग्रामीणों ने बताया कि शिक्षिका की मनमानी के खिलाफ ग्रामीणों ने दर्जनों बार लिखित एवं मौखिक सूचना पदाधिकारी को दी है. लेकिन, आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर उनके बच्चों की समस्या का जल्द समाधान नहीं हुआ तो सड़क जाम करने से लेकर प्रखंड एवं जिला कार्यालय तक धरना प्रदर्शन करेंगे. डीपीओ सह प्रभारी बीईओ फुल्लीडुमर ने बताया कि जिला में टीम निरीक्षण करती है. वो रिपोर्ट करेगी.

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