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लोकसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं की नाराजगी कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती, पार्टी बना रही ये रणनीति

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 9, 2024, 5:06 PM IST

लोकसभा चुनाव की राह में कांग्रेस के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं की नाराजगी और आपसी मनमुटाव बड़ी चुनौती है. कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर करने, उनमें आपसी मनमुटाव खत्म करने और लोकसभा चुनाव में एकजुट करने की दिशा में प्रदेश नेतृत्व गंभीर है. आखिर क्या है पार्टी नेतृत्व की रणनीति, पढ़िए यह रिपोर्ट.

Govind Singh Dotasara,  Rajasthan congress
लोकसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं की नाराजगी कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती.

लोकसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं की नाराजगी कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती.

जयपुर. विधानसभा चुनाव में सत्ता गंवाने के बाद लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस के सामने पार्टी के कई कार्यकर्ताओं की नाराजगी और उनमें आपसी मनमुटाव को दूर करना बड़ी चुनौती है. पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का दावा है कि चुनाव से पहले कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर कर लिया जाएगा. कांग्रेस इसके लिए ब्लॉक और जिला कांग्रेस कमेटियों का दायरा बढ़ाएगी. कमेटियों में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाएगी, ताकि ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं को संगठन में मौका मिल सके.

लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस इन दिनों सभी लोकसभा सीटों पर टिकट वितरण के लिए पैनल बनाने के लिए पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से रायशुमारी में जुटी है. पिछले दिनों प्रदेश इलेक्शन कमेटी के पर्यवेक्षक जब सभी लोकसभा सीट पर कार्यकर्ताओं का मन टटोलने गए तो उनके सामने भी कार्यकर्ताओं की नाराजगी खुलकर सामने आई. ऐसे में अब कांग्रेस के सामने अपने कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करना बड़ी चुनौती है. हालांकि, पार्टी नेताओं का कहना है कि सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे.

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11 सीटों पर मजबूती का दावा :राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सत्ता गंवानी पड़ी थी. हालांकि, पार्टी ने 70 सीट जीतकर मजबूत विपक्ष की बुनियाद रखी है. इसी आधार पर कांग्रेस के नेताओं का दावा है कि विधानसभा चुनाव के परिणामों के अनुसार 11 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस मजबूत है. उनका यह भी कहना है कि पिछली बार के मुकाबले पार्टी का वोट प्रतिशत बढ़ा है. ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट कर मजबूती से लोकसभा चुनाव के मैदान में जोर आजमाइश की तैयारी में जुटी है.

दो चुनाव में नहीं खोल पाई खाता :पिछले दो लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी सीटों पर कांग्रेस को शिकस्त का सामना करना पड़ा था. कांग्रेस एक बार फिर मजबूती के साथ लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरने की तैयारी में है. विभिन्न लोकसभा क्षेत्रों में पहुंचे प्रदेश इलेक्शन कमेटी के पर्यवेक्षकों के सामने भी गुटबाजी और आपसी फूट सामने आई थी. ऐसे में एक बात साफ है कि बिना कार्यकर्ताओं को एकजुट किए कांग्रेस के लिए लोकसभा चुनाव के मैदान में बाजी मारना टेढ़ी खीर साबित हो सकती है.

यहां सामने आई नाराजगी :जयपुर शहर लोकसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं का मन टटोलने आए पर्यवेक्षक रामलाल जाट के सामने ही कार्यकर्ता आपस में उलझ पड़े थे. रामलाल जाट ने समझाइश कर माहौल शांत करवाया. बारां के छाबड़ा में भी पर्यवेक्षक प्रमोद जैन भाया के सामने पार्टी के कार्यकर्ता आपस में उलझ गए थे. इसी तरह झालावाड़ में भी पर्यवेक्षक प्रताप सिंह खाचरियावास की मौजूदगी में कार्यकर्ताओं की नाराजगी सामने आई थी.

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कमेटियों में 25 प्रतिशत करेंगे बढ़ोतरी:कार्यकर्ताओं की नाराजगी को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का कहना है, जब बड़ा परिवार होता है तो छोटी-छोटी बातें होती हैं. उसे ठीक करने के लिए ही हम धरातल पर नेताओं को भेज रहे हैं. किसी कार्यकर्ता के मन में किसी तरह की बात न हो, कोई आपसी मनमुटाव न हो. हमने तय कर लिया है कि कहीं कोई कार्यकर्ता हमारी ब्लॉक या जिले की कमेटी में रह गया हो तो उसमें 25 फीसदी की बढ़ोतरी कर देंगे. जिससे कार्यकर्ताओं को संगठन में जगह मिले और सबको अवसर मिले.

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