दिल्ली

delhi

'राजनीति से संन्यास लेने का फैसला अच्छा कदम', गौतम गंभीर के राजनीति छोड़ने के ऐलान पर आई प्रतिक्रिया

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Mar 2, 2024, 3:12 PM IST

Gautam Gambhir quits politics: सांसद गौतम गंभीर ने राजनीति से संन्यास लेने का फैसला किया है. जिसके बाद से उनके क्षेत्र के लोगों की मिली जुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है. जानिए पूर्वी दिल्ली के लोगों का क्या कहना है.

Etv Bharat
Etv Bharat

गौतम गंभीर के राजनीति छोड़ने के ऐलान पर आई प्रतिक्रिया

नई दिल्ली:पूर्व क्रिकेटर और पूर्वी दिल्ली से मौजूदा सांसद गौतम गंभीर ने राजनीति से संन्यास लेने का बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने खुद ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है. इस खबर के बाद से उनके क्षेत्र के लोगों की मिलीजुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है. कुछ लोग चाहते हैं कि वे राजनीती में बने रहे वहीं कुछ लोगों का कहना है कि वह क्रिकेटर के तौर पर ज्यादा अच्छे हैं, उन्होंने सांसद होने के बावजूद क्रिकेट में ज्यादा समय दिया.

पूर्वी दिल्ली की रहने वाली ऋतु जैन ने कहा की, गौतम गंभीर सांसद होने के नाते अच्छा काम कर रहे थे, उन्होंने गरीबों और जरूरतमंदों के लिए काम किया है, उन्होंने जनरसोई की शुरुआत की थी. जिसमें हर किसी को एक रुपये में भरपेट खाना मिलता है, राजनीति छोड़ना उनका निजी फैसला है, लेकिन हम चाहते हैं वह सांसद बने रहें. मधुर गोयल और शोभा अग्रवाल का कहना है कि गौतम गंभीर राजनीति और क्रिकेट दोनों में अच्छा काम कर रहे हैं. वह उनके दोनों फैसले से साथ हैं.

वहीं, रजत सेठ का कहना है कि पूर्वी दिल्ली के सांसद होने के नाते गौतम गंभीर ने यहां के लोगों को टाइम नहीं दिया, उनका ज्यादा फोकस क्रिकेट की तरफ है उन्होंने ज्यादा समय क्रिकेट को दिया. ऐसे में अगर उन्होंने राजनीति से संन्यास का फैसला लिया है तो यह उनका अच्छा कदम है. रजत का कहना है कि पूर्वी दिल्ली को ऐसा सांसद चाहिए जो इस क्षेत्र का हो और क्षेत्र के लोगों के बीच रहकर काम करें.

अपने संसदीय क्षेत्र में किए कई काम:आपको बता दें कि, मशहूर क्रिकेटर गौतम गंभीर को भारतीय जनता पार्टी ने वर्ष 2019 में पूर्वी दिल्ली लोकसभा का टिकट दिया था. जहां से वह भारी मतों से जीत कर सांसद बने हैं. उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में कई काम किए हैं मौजूदा समय में वह दिल्ली में पांच जन रसोई और एक जन लाइब्रेरी चला रहे हैं. जहां आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को केवल 1 रुपए में खाना खाने को मिलता है, वहीं, जन लाइब्रेरी के माध्यम से छात्रों को अच्छे माहौल में पढ़ने की सुविधा मिलती है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details