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कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल का अलग अंदाज, चूल्हे पर बनाई रोटियां, लगाया भोग

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 28, 2024, 9:36 PM IST

Prahlad Patel Made Roti: मोहन सरकार के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल अलग अंदाज में नजर आए. नर्मदापुर पहुंचे कैबिनेट मंत्री ने खुद चूल्हे पर टिक्कड़ यानि की रोटियां बनाई.

Prahlad Patel Made Roti
कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल का अलग अंदाज

कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल का अलग अंदाज

नर्मदापुरम। मध्य प्रदेश सरकार के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल एक दिवसीय निजी दौरे पर नर्मदापुरम पहुंचे. यहां कैबिनेट मंत्री ने नर्मदा किनारे स्थित ग्राम खोकसर धुनी वाले दादाजी के गुरु गौरी शंकर महाराज की समाधि पर पूजा-अर्चन कर माथा टेका. इस दौरान कैबिनेट मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल अलग अंदाज में नजर आए. वह चूल्हे पर अपने हाथों से टिक्कड़ यानि की (रोटी) सेंकते हुए दिखाई दिए. उन्होंने चूल्हे पर अपने हाथों से टिक्कड़ (रोटी) बनाकर गौरीशंकर महाराज की समाधि पर भोग लगाया.

प्रहलाद पटेल ने बनाई टिक्कड़ (रोटियां)

दरअसल, कैबिनेट मंत्री निजी दौरे पर नर्मदापुरम पहुंचे थे. जहां उन्होंने चूल्हे पर खुद टिक्कड़ (रोटियां) बनाई. इसके बाद उन्होंने समाधी स्थल पर इन रोटियों का भोग लगाया और उन्होंने समाधि स्थल पर ही भोजन भी किया. इस दौरान प्रहलाद सिंह पटेल के भाई व पूर्व विधायक जालम सिंह पटेल, नर्मदापुरम विधायक डॉ सीताशरन शर्मा, सिवनी मालवा विधायक प्रेम शंकर वर्मा भी मौजूद रहे. इसके बाद उन्होंने आसपास की पंचायत से आए हुए सरपंचों से पंचायत में कैसे विकास कार्य किया जाए, इसको लेकर भी चर्चा की.

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यह एक अद्भुत स्थान

प्रदेश सरकार के मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने बताया कि 'वह पहली बार नर्मदा परिक्रमा पर जब वे पत्नी के साथ यहां पर आए थे. उस दौरान यही के सेवक से भिक्षा मांग कर गौरीशंकर महाराज जी की समाधि पर टिक्कड़ बनाकर भोग लगाया था. उन्होंने कहा कि नर्मदा का हर कंकड़ शंकर के रूप में है और परिक्रमा पथ पर गौरीशंकर महाराज जी की समाधि होना भी एक अलग ही बात है. यह ऐसा स्थान है, यहां पर गुरु और शिष्य दोनों की समाधि है. मेरा परम सौभाग्य है की मेरे गुरुजी ने जो स्थान बताया थे. उनमें एक स्थान गौरी शंकर महाराज की समाधि भी है. जीवन में मुझे और मेरे छोटे भाई जालम सिंह को जब भी मौका मिलता है, तो हम यहां आकर टिक्कड़ बनाकर भोग लगाते हैं. मैंने खुद अपने हाथों से टिक्कड़ बना कर भोग लगा कर प्रसाद ग्रहण किया है.

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