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राज्यपाल आनंदी बेन पटेल बोलीं- भगवान का आशीर्वाद काम नहीं आता, पूजा करने से कुछ नहीं मिलने वाला

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 21, 2024, 9:46 PM IST

Updated : Feb 21, 2024, 9:56 PM IST

सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के 16वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अथिति राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि भगवान का पूजा-अर्चना करने से कुछ मिलने वाला नहीं है, किसी गरीब की मदद करोगे तो वही काम आने वाला है.

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मेरठ में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने मेधावियों को सम्मानित किया.

मेरठ :प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बुधवार को मेरठ में कहा कि अमृतकाल चल रहा है. अगले 25 वर्ष युवाओं को बड़ी जिम्मेदारी निभानी होगी. कहा कि परिवार के साथ ही देश के विकास के लिए योगदान देना होगा. भगवान का आशीर्वाद काम नहीं आता, पूजा-अर्चना करने से कुछ मिलने वाला नहीं है, किसी गरीब की मदद करोगे तो वही काम आने वाला है.

सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के 16वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अथिति राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कई अन्य कार्यक्रमों में भी हिस्सा लिया. इस दौरान सरकार की कई योजनाओं के बारे में सभी को जागरूक किया. राज्यपाल ने महिला समागम समृद्धि कार्यक्रम का फीता काटकर उद्घाटन किया. उन्होंने कृषि विश्वविद्यालय में लगाए गए 32 स्टालों का भी अवलोकन किया. इस दौरान छात्रों को उपाधियां बांटीं तो उनके चेहरे पर खुशी के भाव थे.

कृषि उत्पादन बढ़ाना होगा

राज्यपाल ने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम् के लक्ष्य को पूरा करने के लिए कृषि उत्पादन बढ़ाना होगा. कहा कि आज जरूरत है कि ऑर्गेनिक उत्पादन की तरफ किसान ध्यान दें. जिससे स्वास्थ्य को भी दुरुस्त रखा जा सके. उन्होंने मिलेट्स उत्पादों को लेकर कहा कि इस पर रिसर्च कर उसके परिणाम से लोगों को अवगत कराने की जरूरत है. कहा कि जो युवा पदक लेकर निकल रहे हैं, उन्हें देश की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए शोध और नवाचार के बाद उन्हें प्रचारित व प्रसारित भी करना है, ताकि लाभ हर नागरिक को मिल सके. राज्यपाल ने कहा कि 9 साल से 16 साल तक की बालिकाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचाने के लिए विकसित एसपीजी वैक्सीन सरकार ने अनिवार्य कर दी है. इस वैक्सीन से बेटियों को कैंसर से बचाया जा सकता है.

कहा कि मां का साथ 20 से 25 साल ही रहता है, जबकि सास का साथ सालों तक रहता है. कहा-जो माता-पिता बच्चों को ऊंगली पकड़कर आगे बढ़ाते हैं, जब वे वृद्ध होते हैं तो उन्हें उम्मीद होती है कि वे उनका ध्यान रखेंगे. कहा कि चरित्र निर्माण और राष्ट्रप्रेम यूनिवर्सिटीज में प्राप्त होता है. बड़े बड़े लोगों को देखते हैं तो सपना आता है कि कैसे बड़ा बनें. सही रास्ता क्या है, गलत रास्ता क्या है, इसी समय पर वह रास्ता पकड़ना पड़ता है. यही स्टूडेंट के लिए संकल्प करने का अवसर है. आने वाले तीस साल में क्या क्या जरूरत पड़ेगी ऐसी दूरदृष्टि बनानी पड़ेगी. हमें आबादी पर भी कंट्रोल करना पड़ेगा, दूसरा उत्पादन बढ़ाना पड़ेगा.

सभी को मिलकर काम करना होगा

राज्यपाल ने कहा कि सभी को मिलकर काम करना होगा. किसान भी आगे आएं, विभाग भी आगे आएं. मुझे लगता है कि आधी सम्पत्ति वेस्ट यूपी में ही है. मैं यह अपेक्षा करती हूं. सीएसआर है यहां, व्यापारियों के पास जाना होगा. बोलीं-भगवान का आशीर्वाद काम नहीं आता. पूजा अर्चना करने से कुछ मिलने वाला नहीं है. किसी गरीब की मदद करोगे तो वही काम आने वाला है. दरअसल उनका कहने का अर्थ था कि वेस्ट यूपी में काफी सम्पन्नता है. जरूरत है कि अधिकारी सम्पन्न लोगों से मिलें, उन्हें प्रेरित करें ताकि समाज की बेहतरी के लिए कुछ करें.

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Last Updated :Feb 21, 2024, 9:56 PM IST

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