प्रयागराज :पर्यटन विभाग की तरफ से कुम्भ मेला 2025 से पहले संगम नगरी प्रयागराज के पौराणिक महत्व वाले प्रसिद्ध मंदिरों को फसाड लाइट से सजाया जाएगा. इसके लिए पर्यटन विभाग की तरफ से शहर के मंदिरों को संवारने का काम शुरू किया जाएगा. जिले की पर्यटन अधिकारी के अनुसार शहर के 20 से अधिक मंदिरों को चुना गया है. इनका कुम्भ मेला से पहले सौंदर्यीकरण किया जाएगा. 2 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज में दौरे पर आते हैं तो उनके हाथों से इन सभी विकास कार्यों का शिलान्यास करवाया जा सकता है.
संगमनगरी के मठ-मंदिरों को महाकुम्भ 2025 के शुरू होने से पहले सजाया संवारा जाएगा. जिला पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने बताया कि पर्यटन विभाग की तरफ से शहर के प्राचीन और पौराणिक महत्व वाले मंदिरों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा. अभी तक जिले के अलग-अलग क्षेत्र के मंदिरों को पर्यटन के लिए विकसित करने की योजना बन चुकी है.
जिला पर्यटन अधिकारी ने बताया कि करोड़ों की लागत से मंदिरों के गेट से लेकर उनके भवन के आसपास तक के क्षेत्र को विकसित किया जाएगा. मंदिर परिसर के साथ ही आसपास के इलाके को विकसित करके वहां पर लोगों के बैठने-उठने की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही मंदिर परिसर में जरूरत के मुताबिक छाया करने के लिए शेड की व्यवस्था की जाएगी.
इन मंदिरों की शोभा बढ़ाएगा फसाड लाइट :प्रयागराज के धार्मिक और पौराणिक महत्व वाले मंदिरों को विकसित किया जाएगा. इससे सिविल लाइंस स्थित हनुमत निकेतन मंदिर के बाहर पर्यटन विभाग की तरफ से फसाड लाइट्स लगाई जाएगी. यह सिर्फ सिविल लाइंस के हनुमान मंदिर में ही नहीं बल्कि दूसरे मंदिरों में भी लगाई जाएगी.