लखनऊ: योगी आदित्यनाथ सरकार सोलर एनर्जी को प्रोत्साहित कर रही है. अयोध्या और वाराणसी के साथ 17 महानगरों को भी सोलर सिटी के रूप में डेवलप किया जाएगा. सरकार का लक्ष्य ग्रामीण इलाकों को सोलर ग्राम के रूप में विकसित करने का है. अयोध्या को प्रदेश की पहली सोलर सिटी के रूप में विकसित करने का टारगेट है. इस पर तेजी से काम चल रहा है. वाराणसी में भी बड़े पैमाने पर सोलर प्लांट लगाने की तैयारी हो रही है.
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बताया कि बहुत जल्द उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा के क्षेत्र में एक अग्रणी राज्य बनकर सामने आएगा. इसकी शुरुआत हो चुकी है. अयोध्या को हमारी सरकार सोलर सिटी के रूप में विकसित कर रही है. भगवान राम के चरणों से शुभारंभ हुआ है तो स्वाभाविक रूप से सफलता और बेहतर मिलेगी. अयोध्या के सर्किट हाउस की छत पर रूफटॉप सोलर प्लांट लग चुका है. अयोध्या में 14 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन होने लगा है और बाकी 40 मेगावाट का प्लांट लग चुका है, जिसका उत्पादन भी जल्द होने लगेगा. ऊर्जा मंत्री ने अयोध्या में सोलर सिटी को लेकर हुए कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि अयोध्या में 2500 से ज्यादा स्ट्रीट लाइट्स सौर एनर्जी से संचालित होने लगी हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में सोलर बोट का शुभारंभ कर दिया है. कई स्थानों पर वाटर एटीएम सौर ऊर्जा से चलायमान हैं. अयोध्या में लगभग 40 चौराहे ऐसे हैं जहां सोलर ट्री लगाए गए हैं.
वाराणसी में 25 हजार रूफटॉप सोलर प्लांट बनेंगे
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि वाराणसी में 25 हजार रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने का लक्ष्य मिला है. इस पर तेजी से कार्य किया जा रहा है और जल्द ही अयोध्या की तर्ज पर वाराणसी को भी सोलर सिटी के रूप में विकसित कर लिया जाएगा. यही नहीं, अयोध्या और वाराणसी की तर्ज पर राज्य के 17 महानगरों को भी सोलर सिटी के रूप में विकसित किए जाने की तैयारी है. इसके साथ ही प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में भी सोलर प्लांट लगाने की कार्रवाई शुरू की जाएगी. प्रदेश में चार्जिंग स्टेशन लगाए जाने के लिए कहा कि जल्द ही इसका रोडमैप शेयर किया जाएगा. प्रदेश में व्यापक पैमाने पर चार्जिंग स्टेशन बनाने की तैयारी है, क्योंकि जब तक चार्जिंग स्टेशन नहीं बनेंगे तब तक लोग ईवी का उपयोग नहीं करेंगे.
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