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बाल बंदी भी बन सकेंगे अग्निवीर और झारखंड पुलिस के आरक्षी, शुरू हुई पढ़ाई और ट्रेनिंग

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 6, 2024, 10:18 PM IST

Updated : Feb 6, 2024, 10:26 PM IST

Child prisoners will become Agniveer. झारखंड में बाल कैदियों के लिए एक अच्छी खबर है. अब वे झारखंड पुलिस और अग्रिवीर के लिए अप्लाई कर सकेंगे. इन बच्चों के लिए अपनी आगे की जिंदगी बेहतर करने के लिए काफी अच्छा अवसर रहेगा.

Child prisoners Agniveer
Child prisoners Agniveer

कर्नल जेके सिंह का बयान

धनबाद: बाल सुधार गृह मे बंद बाल बंदियों के लिए अच्छी खबर है. अग्निवीर और झारखंड पुलिस में बाल बंदी बहाल हो सकेंगे. इसके लिए उन्हें तैयारी कराई जाएगी. उन्हे पढ़ाई के साथ ही फिजिकल ट्रेनिंग भी दी जाएगी।आज से इसकी शुरुआत की गई है.

झारखंड बाल सुधार गृह के नोडल ऑफिसर कर्नल जेके सिंह ने यह जानकारी मीडिया को दी है. जिले भुदा के बरमसिया स्थित बाल सुधार गृह मे उन्होंने बताया कि जो योग्य हैं, उनकी तैयारी अग्निवीर और झारखंड पुलिस के आरक्षी के पद के लिए की जा रही है. जो बाल सुधार गृह में हैं, उनके लिए भी यह है और जो बाल सुधार गृह से बाहर जा चुके हैं, दोनों के लिए व्यवस्था दी गई है.

अग्निवीर के लिए 17 साल से 23 साल उम्र सीमा निर्धारित है. यह मैट्रिक और इंटर पास अभ्यर्थियों के लिए है. अग्निवीर में बहाल होने के लिए आठवीं पास के पद सृजित है. इस पद का नाम ट्रेड्स मैन है. वहीं झारखंड पुलिस के आरक्षी के पद के लिए 22 फरवरी तक समय है. बाल बंदियों या फिर जो बाहर जा चुके हैं. उनकी परीक्षा की तैयारी के लिए हम ऑनलाइन पढ़ाई कराएंगे. क्वालीफाई होने के बाद उनकी फिजिकल तैयारी कराई जाएगी. यह पूरी तरह से निःशुल्क है. पढ़ाई और ट्रेनिंग के लिए सामान्य आहर्ता रखी गई है. जैसे पांच पेड़ लगा और उनकी देखभाल करना, जो बच्चे ड्रॉप आउट हैं, मतलब जो स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. उन्हे स्कूल जाने के लिए प्रेरित करना, इस तरह की कुछ आहर्ता रखी गई है.

Last Updated :Feb 6, 2024, 10:26 PM IST

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