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साहिबगंज के नींबू पहाड़ पर अवैध खनन मामले की सीबीआई जांच तेज, ज्यादा संख्या में पहुंचे अधिकारी

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Mar 19, 2024, 2:16 PM IST

Illegal mining case on nimbu Hill. साहिबगंज में अवैध खनन मामले की जांच फिर से तेज हो गई है. सीबीआई की टीम यहां पहुंचकर तेजी से जांच में जुट गई है. हाईकोर्ट ने पहले नींबू पहाड़ पर अवैध खनन मामले की सीबीआई जांच पर रोक लगा दी थी. बाद में जांच की मंजूरी दी गई है.

CBI investigation into illegal mining case on nimbu Hill in Sahibganj intensified
CBI investigation into illegal mining case on nimbu Hill in Sahibganj intensified

साहिबगंज के नींबू पहाड़ पर अवैध खनन मामले की सीबीआई जांच तेज

साहिबगंजः जिला में वृहत पैमाने पर अवैध खनन, परिवहन की जांच सीबीआई ने तेज कर दी है. रांची और धनबाद से सीबीआई की टीम पहुंची है. कुल संख्या बढ़कर छह हो चुकी है. एक पदाधिकारी के अनुसार और भी टीम आने वाली है. इस माह के अंत तक पोस्टमार्टम होगा और एक अप्रैल से ऑपरेशन शुरु होगा.

सीबीआई की टीम 1250 करोड़ रुपये के अवैध खनन की जांच करने साहिबगंज पहुंची है. इसके पूर्व 18 दिसंबर 2023 को पहुंची थी. जिला में आने के साथ ही उस दौरान ईडी का गवाह व फरार दाहू यादव के आवास पर पहुंच छानबीन की थी. आज मंगलवार को टीम डीएमओ केके किष्कू के साथ जिरवाबाड़ी थाना क्षेत्र के सिमरिया मौजा( नींबू पहाड़) की मापी के लिए निकली. सोमवार को मापी की गई थी लेकिन खदान में पानी रहने की वजह से परेशानी हुई. साथ ही नेट की सुविधा नहीं रहने से गूगल से नींबू पहाड़ की पूर्व का स्थिति देखने में सीबीआई को परेशानी हुई. तकनीकी रुप से काम करने के लिए और भी टीम को बुलाया गया है. आज पुलिस फोर्स सहित चार गाड़ी से टीम निकली है.

ज्ञात हो कि नींबू पहाड़ उस समय सुर्खियों में आया जब भवानीचौकी के ग्राम प्रधान विजय हांसदा ने मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और जहाज चालक दाहू यादव, छोटू यादव, बच्चू यादव सहित अन्य लोगों पर जाति सूचक, मारपीट को लेकर आरोप लगाकर एसटी एससी थाना में मामला दर्ज किया था. थाना ने गंभीरता नहीं दिखाई तो साहिबगंज व्यवहार न्यायालय से परिवाद दायर किया गया था. उसके बाद पुलिस द्वारा हथियार के साथ पकड़कर जेल में बंद कर दिया था. हाइकोर्ट से अपील की थी कि इस मामले को सीबीआई जांच कराई जाए. उसके बाद विजय हांसदा ने कई बार अपना बयान बदला. हाइकोर्ट ने मामलो को संदिग्ध देखते हुए सीबीआई से जांच कराने का आदेश दिया है.

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