उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

प्रतियोगी परीक्षाओं के साॅल्वर गैंग का भंडाफोड़, सरगना समेत तीन सदस्य गिरफ्तार, लेखा-जोखा डायरी बरामद - Agra Solver Gang Arrested

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Mar 30, 2024, 4:01 PM IST

Updated : Mar 30, 2024, 4:46 PM IST

आगरा पुलिस ने प्रतियोगी परीक्षाओं के साॅल्वर गैंग (Solver Gang) के सरगना समेत तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गैंग में एक सिपाही और परीक्षाएं कराने वाली टीसीएस कंपनी के एक अधिकारी का नाम भी शामिल है. हालांकि ये दोनों पुलिस की गिरफ्त से अभी दूर हैं.

म

प्रतियोगी परीक्षाओं के साॅल्वर गैंग का भंडाफोड़. देखें पूरी खबर

आगरा :आगरा की थाना हरीपर्वत पुलिस ने प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को पास कराने का ठेका लेने वाले सॉल्वर गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से फर्जी प्रवेश पत्र, नगदी और बाइक बरामद हुई हैं. सॉल्वर गैंग से पुलिस का एक सिपाही भी जुड़ा है, जो सॉल्वर बनकर परीक्षाओं में बैठता था.


डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि सॉल्वर गैंग के सदस्य पालीवाल पार्क से होकर गुजरने वाले हैं. पुलिस ने बेरिकेड्स लगाकर चेकिंग शुरू की तो एक बाइक पर तीन लोग आते दिखाई दिए. पुलिस ने मौके से कुआं खेड़ा के मनीष उर्फ विनोद कुमार, फतेहाबाद का कोचिंग संचालक ओमपाल सिंह और फिरोजाबाद का अरुण यादव पकड़ा. तलाशी में तीनों के पास से प्रतियोगी परीक्षाओं में इस्तेमाल किए जाने वाले फर्जी दस्तावेज, नगदी और एक बाइक मिली. गैंग का सरगना मनीष उर्फ विनोद कुमार है. पूछताछ में उसने बताया कि परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र और आधार कार्ड में सॉल्वर की फोटो लगाकर परीक्षाओं में सॉल्वर की एंट्री कराते थे. सॉल्वर गैंग में यूपी पुलिस का एक सिपाही भी शामिल है, जो कन्नौज में तैनात है. वह प्रतियोगी परीक्षाओं में सॉल्वर बनकर बैठता था. पूछताछ में परीक्षाएं कराने वाली टीसीएस कंपनी के एक अधिकारी का नाम भी सामने आया है. इसके अलावा सॉल्वर के रूप में चार नाम सरगना ने उजागर किए हैं.


डीसीपी सिटी सूरज राय के मुताबिक सॉल्वर गैंग के सरगना मनीष के मोबाइल से कई प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़े फर्जी दस्तावेज बरामद हुए है. यूपी पुलिस की परीक्षा में भी सॉल्वर गैंग ने परीक्षार्थियों को पास कराने का ठेका लिया था. हालांकि पुलिस की सतर्कता के कारण परीक्षा में सेंध नहीं लगा सके. पुलिस की परीक्षा में जिन-जिन परीक्षार्थियों से एडवांस रुपया सॉल्वर गैंग ने उठाया था. उन्हें वापस करना पड़ा, एक एप भी आरोपी मनीष के मोबाइल में मिली है. जिसमें परीक्षार्थियों के डाटा रखा जाता था. मनीष एक मोबाइल में तीन नंबरों से व्हाट्सएप चला रहा था. इसके लिए आरोपी क्लोन एप की मदद लेते थे. इन व्हाट्सएप में कुछ पीडीएफ फाइल भी पुलिस को मिली है. जिसका संबंध प्रतियोगी परीक्षाओं से है. आरोपियों के पास एक डायरी भी मिली है. जिसमें कई सरकारी कर्मचारियों की जानकारियां लिखी हैं. उसी डायरी में परीक्षाओं में पास कराने के नाम पर रुपये का लेन-देन का पूरा लेखा-जोखा है. मामले की गहनता से जांच की जा रही है. जल्द ही सॉल्वर गैंग से जुड़े अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा.

यह भी पढ़ें : आगरा बुलाकर जौनपुर के कारोबारी का किया अपहरण, 50 लाख मांगी फिरौती; पुलिस ने ऐसे बचाया - Kidnapping Of Jaunpur Ice Trader

यह भी पढ़ें : कारोबारी का अपहरण: दारोगा और सिपाही गिरफ्तार, हसनगंज थाना प्रभारी सस्पेंड

Last Updated : Mar 30, 2024, 4:46 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details