दिल्ली

delhi

खेलो इंडिया विंटर गेम्स 2024 का हुआ समापन, सेना ने जीते 10 गोल्ड मेडल

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 25, 2024, 9:18 PM IST

खेलो इंडिया शीतकालीन गेम्स 2024 का कश्मीर के गुलमर्ग में हुआ समापन. प्रतियोगिता में सेना के खिलाड़ियों ने सबसे ज्यादा 10 गोल्ड मेडल पर अपना कब्जा जमाया. वहीं, कर्नाटक ने 9 और महाराष्ट्र ने 7 स्वर्ण पदक अपने नाम किए. पढ़ें पूरी खबर.

Khelo India Winter Games 2024
खेलो इंडिया शीतकालीन गेम्स 2024

गुलमर्ग (जम्मू और कश्मीर): गुलमर्ग रविवार को खेलो इंडिया शीतकालीन गेम्स के चौथे संस्करण के समापन समारोह का गवाह बना, जो 21 फरवरी को शुरू हुआ था. इसमे लगभग 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के एथलीटों ने भाग लिया, जिसमें 800 खिलाड़ियों ने विभिन्न खेलों में अपना कौशल दिखाया.

खेलो इंडिया शीतकालीन गेम्स 2024 का कश्मीर के गुलमर्ग में हुआ समापन

भारतीय सेना के एथलीटों ने खेलों में अपना दबदबा बनाया और सबसे अधिक संख्या में स्वर्ण (10) पदक हासिल किए, जिससे खेलो इंडिया पर शानदार प्रभाव पड़ा. कर्नाटक के एथलीटों ने 9 स्वर्ण पदकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि महाराष्ट्र ने 7 स्वर्ण पदकों की प्रभावशाली पदक तालिका के साथ तीसरा स्थान हासिल किया.

गुलमर्ग के गोल्फ कोर्स में एक शानदार समारोह में पुरस्कार विजेताओं को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया. स्वर्ण पदक जीतने वाले एथलीटों ने खुशी जाहिर की, और अन्य राज्यों के प्रतिभागियों ने कश्मीर और गुलमर्ग की मेहमाननवाजी की तारीफ की.

जम्मू-कश्मीर के एथलीटों ने भी चमक बिखेरी और विभिन्न स्पर्धाओं में कई पदक जीते. विशेष रूप से शाहिद अहमद चीची ने खेलो इंडिया की समग्र सफलता में योगदान देते हुए स्वर्ण पदक जीता.

समापन समारोह में खेल परिषद के सचिव नुजहत गुल और गुलमर्ग विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वसीम राजा विशेष अतिथि थे. नुजहत गुल ने अपने संबोधन में गुलमर्ग में खेलो इंडिया शीतकालीन खेलों के सफल समापन पर खुशी व्यक्त की.

खेल प्रतियोगिताओं के अलावा खेलो इंडिया के तहत विभिन्न सांस्कृतिक एवं कलात्मक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. प्रसिद्ध कलाकारों ने कार्यक्रम में जादू का स्पर्श जोड़ते हुए अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया. आयोजकों का मानना है कि खेलो इंडिया न केवल शीतकालीन खेलों को बढ़ावा देता है बल्कि गुलमर्ग में पर्यटन को भी बढ़ावा देता है.

ये भी पढ़ें :-

ABOUT THE AUTHOR

...view details