Sri Nagar Fourth Phase Voting: देश में लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण में जम्मू कश्मीर की श्रीनगर सीट के लिए करीब 40 फीसदी मतदान हुआ. इस चरण में कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. देखना होगा कि ऊंट किस करवट बैठेगा.
श्रीनगर में मतदान केंद्र पर भीड़ (ANI VIDEO)
श्रीनगर : जम्मू और कश्मीर लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण में, अलगाववादी नेताओं या संगठनों के चुनाव बहिष्कार के आह्वान के बावजूद, श्रीनगर में मतदान प्रतिशत लगभग 40 प्रतिशत रहा. यहां पर 17.47 लाख से अधिक मतदाताओं में से करीब 6.39 लाख मतदाताओं ने 24 दावेदारों के लिए अपने मत डाले.
ये चुनाव एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हैं क्योंकि केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद ये जम्मू और कश्मीर में होने वाले पहले आम चुनाव हैं. इसके साथ ही इस क्षेत्र को दो केंद्र शासित प्रदेशों - जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया गया. दिलचस्प बात यह है कि किसी अलगाववादी नेता या संगठन के किसी भी चुनाव बहिष्कार के आह्वान ने इस चुनावी चक्र में एक दिलचस्प आयाम नहीं जोड़ा.
मतदान संपन्न होने के तुरंत बाद श्रीनगर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, मुख्य निर्वाचन अधिकारी (जम्मू-कश्मीर) पांडुरंग के पोल ने कहा, 'कुल मिलाकर, मतदान शांतिपूर्ण रहा. आज कहीं से कोई नकारात्मक घटना की सूचना नहीं मिली. पिछले चार वर्षों में स्थिति में सुधार हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप इस चुनाव के लिए शाम 7 बजे तक श्रीनगर में 36.74 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 1989 के बाद दूसरा सबसे अधिक है. 1996 में 40.94 प्रतिशत, 1999 में 30.06 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि 2004 में, 18.57 प्रतिशत, 2014 में 25.55 प्रतिशत, 2019 में, 14.43 प्रतिशत है.
युवाओं की भागीदारी के संदर्भ में, पोल ने उल्लेख किया कि दो लाख पंजीकृत युवा मतदाता थे, और कश्मीरी प्रवासियों के लिए 26 विशेष मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे, जिसमें 6,000 से अधिक प्रवासी मतदाताओं ने भाग लिया. पोल ने यह भी उल्लेख किया कि श्रीनगर में ईवीएम प्रतिस्थापन की दर सबसे कम 0.1 प्रतिशत थी, जबकि जम्मू में सबसे अधिक तीन प्रतिशत थी.
05:40PM शाम 5 बजे तक जम्मू कश्मीर में 35.75 फीसदी वोटिंग होने की खबर है.
03:43PM जम्मू कश्मीर में दोपहर 3 बजे तक करीब 29.93 फीसदी वोटिंग हुई है.
02:48PM अपनी पार्टी अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी ने कहा कि भगवान की कृपा से आज किसी दबाव के मतदान हो रहा है. मुझे लगता है कि यह लोकतंत्र की पहली जीत है... हम भी वोट देने के लिए निकले हैं, कोई दबाव नहीं है.' कोई भी हो, मैं सभी से वोट डालने की अपील करता हूं.'
वह यह भी कहते हैं, "क्या आपने 1987 जैसा कोई माहौल देखा?...उन लोगों को पकड़ें जिन्होंने एफआईआर दर्ज कराई थी। एनसी-पीडीपी ने झूठी एफआईआर दर्ज कीं...उन्होंने कहा कि एफआईआर वापस ले ली जाएगी लेकिन ऐसा कभी नहीं किया गया... "
02:00PM चुनाव आयोग ने बताया कि जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में दोपहर 1 बजे तक करीब 23.57 फीसदी मतदान हुआ है.
12:03PM चुनाव आयोग के मुताबिक सुबह 11 बजे तक राज्य में करीब 14.94 फीसदी वोटिंग हुई है.
10:36AM चौथे चरण के मतदान के दौरान जानकारी मिली हैं कि यहां के खानयार में अभी तक एक भी वोट नहीं पड़ा है. वहीं, चदूरा में 9.62 फीसदी वोटिंग हुई है. गांदरबल में 8.83 फीसदी मतदान की खबर है. इस बीच, सेंट्रल शाल्टेंग और चन्नापोरा क्षेत्रों में अपेक्षाकृत कम मतदान हो रहा है. जानकारी के मुताबिक यहां पर अभी तक क्रमशः 3.16 फीसदी और 2.77 प्रतिशत मतदान हुआ है. ईदगाह, हब्बा कदल, हजरतबल, लाल चौक और जदीबल में भी कमोबेश यही हाल है. खबर लिखे जाने तक यहां पर 2.10 फीसदी से 4.70 फीसदी वोट पड़े.
कुल मतदान सुबह 9 बजे तक श्रीनगर में 5.07 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है. बता दें, निर्वाचन आयोग ने दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले से लेकर मध्य कश्मीर के कंगन क्षेत्र तक 18 विधानसभा क्षेत्रों में 2135 मतदान केंद्र स्थापित किए हैं. चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए आयोग द्वारा कड़े सुरक्षा उपाय किये गये हैं.
श्रीनगर: लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण में आज केंद्र शासित प्रदेश जम्मू- कश्मीर में भी मतदान हो रहा है. जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में 17.47 लाख से अधिक पात्र मतदाता संसद में एक सीट के लिए अपने प्रतिनिधि का चुनाव करेंगे. इस सीट पर 24 उम्मीदवार अपने भाग्य आजमा रहे हैं.
बता दें, श्रीनगर के लिए यह चुनाव महत्वपूर्ण है क्योंकि केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को रद्द करने के बाद केंद्र शासित प्रदेश में होने वाला यह पहला आम चुनाव 2024 है. वर्ष 1962 में स्थापित श्रीनगर संसदीय सीट पांच जिलों में फैली हुई है. इसमें श्रीनगर, बडगाम, गांदरबल, पुलवामा और शोपियां शामिल हैं. यहां 17.47 लाख से अधिक मतदाता हैं.
श्रीनगर में अपना वोट डालने के बाद नेशनल कॉफ्रेस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि यह दुखद है कि वे कहते हैं कि कोई हिंसा नहीं है और सब कुछ सुचारू है, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को 2 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है. मैं केंद्रीय गृह मंत्री और प्रधानमंत्री मोदी से पूछना चाहता हूं कि हमारे कार्यकर्ताओं को क्यों बंद कर दिया गया है? क्या वे डरते हैं कि वे निश्चित रूप से हारेंगे?'
वहीं, पोलिंग एजेंटों को परेशान किए जाने के बारे में पूछे जाने पर, जेकेएनसी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमने उनके नाम भी लिखे हैं. दूसरों ने केवल यह कहा है कि उनके कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है, लेकिन हमने अपने 8 कार्यकर्ताओं के नाम दिए. यह एक प्रयास है 'प्रशासन की ओर से मतदान प्रक्रिया को खराब करने की कोशिश की गई है और यह निंदनीय है...'
परंपरागत रूप से जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) का गढ़ रही इस सीट पर पार्टी ने अब तक हुए 13 चुनावों में से 10 में जीत हासिल की है. डॉ. फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और बेगम अकबर जहां अब्दुल्ला जैसी उल्लेखनीय हस्तियों ने इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है. हालाँकि, कांग्रेस पार्टी यहां जीत हासिल करने वाली एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी बनी हुई है.
इसे 1996 में गुलाम मोहम्मद मीर मगामी ने हासिल किया था. हाल के वर्षों में राजनीतिक प्रतिनिधित्व में विविधता देखी गई. 2014 में जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के तारिक हमीद कर्रा ने जीत हासिल की थी. वर्तमान चुनावी लड़ाई में श्रीनगर निर्वाचन क्षेत्र में एक जीवंत अभियान का माहौल देखा जा रहा है. ऐतिहासिक शहर में भी चुनाव को लेकर उत्साह है. वोटर बहिष्कार के आह्वान की अनुपस्थिति से उत्साहित है. इससे मतदाता मतदान पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है.