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गाजा संघर्ष पर भारत ने कहा- दोनों पक्ष बातचीत करें, केवल 'दो-राज्य समाधान' ही स्थायी शांति का रास्ता

By ANI

Published : Mar 5, 2024, 8:19 AM IST

India On Gaza Conflict : भारत ने गाजा में जारी संघर्ष पर एक बार फिर 'दो-राज्य समाधान' के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहरायी है. संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि दोनों पक्षों को बातचीत के माध्यम से इस समाधान तक पहुंचना चाहिए ताकि क्षेत्र में स्थायी समाधान स्थापित हो सके.

India On Gaza Conflict
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज की फाइल फोटो. (IANS)

न्यूयॉर्क : भारत ने एक बार फिर से इजरायल और फिलिस्तीन के बीच शांति की वकालत की है. भारत ने दोनों देशों के बीच चल रहे युद्ध के संदर्भ में कहा कि केवल दो राज्य समाधान ही इस क्षेत्र शांति स्थापित कर सकते हैं. संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि भारत दो-राज्य समाधान का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि केवल उसी स्थिति में शांति संभव होगी जब फिलिस्तीनी लोग इजरायल की सुरक्षा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एक स्वतंत्र देश में स्वतंत्र रूप से रह सकेंगे.

वह स्थानीय समय के अनुसार सोमवार को वीटो के उपयोग पर संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक को संबोधित कर रहीं थीं. कंबोज ने कहा कि संघर्ष पर भारत की स्थिति स्पष्ट रही है. हमने इसे कई मौकों पर कहा है. उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के बीच सीधी और सार्थक बातचीत के माध्यम से दो-राज्य समाधान तक पहुंचना होगा. यही समाधान स्थायी शांति प्रदान करेगा. भारत दो-राज्य समाधान का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है. भारत चाहता है कि फिलिस्तीनी लोग स्वतंत्र रूप से रहने में सक्षम हों. कम्बोज ने कहा कि भारत इजराइल की सुरक्षा जरूरतों को ध्यान में रखता है.

तत्काल तनाव कम करने का आग्रह करते हुए, भारत की स्थायी दूत ने कहा कि स्थायी समाधान पर पहुंचने के लिए, हम तत्काल तनाव कम करने, हिंसा से बचने, सभी बंधकों को रिहा करने, उत्तेजक और तनावपूर्ण कार्रवाइयों से बचने और सीधी शांति वार्ता की शीघ्र बहाली के लिए स्थितियां बनाने की दिशा में काम करने का आग्रह करते हैं.

उन्होंने कहा कि संघर्ष पर भारत की स्थिति स्पष्ट है. हमारी सरकार ने कई अवसरों पर इसे दोहराया है. इजरायल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष के कारण बड़े पैमाने पर नागरिकों, विशेषकर महिलाओं और बच्चों की जानें गई हैं. उन्होंने कहा कि जैसा कि मैंने पहले उल्लेख किया है, यह इसके परिणामस्वरूप एक खतरनाक मानवीय संकट भी पैदा हो गया है.

उन्होंने दृढ़ता से कहा कि यह स्पष्ट रूप से अस्वीकार्य है. कम्बोज ने कहा कि हमने संघर्ष में नागरिकों की मौत की कड़ी निंदा की है. हिंसा और शत्रुता को और बढ़ने से रोकने के लिए यह महत्वपूर्ण है. किसी भी संघर्ष की स्थिति में नागरिक जीवन को नुकसान से बचना जरूरी है. अंतर्राष्ट्रीय कानून का हर परिस्थिति में सम्मान किया जाना चाहिए.

इजराइल-हमास युद्ध पर भारत के रुख को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि संघर्ष का कारण पिछले साल 7 अक्टूबर को इजराइल में हुए आतंकवादी हमले थे. भारत उन हमलों की स्पष्ट निंदा करता है और ऐसी ही सभी को करना चाहिए.

कंबोज ने कहा कि आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ भारत का दीर्घकालिक और समझौता न करने वाला रुख है. आतंकवाद और बंधक बनाने का कोई औचित्य नहीं हो सकता है. हम सभी बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई की मांग करते हैं.

उन्होंने स्थिति को और बिगड़ने से रोकने के लिए गाजा के लोगों को मानवीय सहायता तुरंत बढ़ाने का आह्वान किया. कंबोज ने कहा कि हम सभी पक्षों से इस प्रयास में एक साथ आने का आग्रह करते हैं. हम इस संबंध में संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के प्रयासों का स्वागत करते हैं. भारत ने फिलिस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता प्रदान की है और आगे भी करता रहेगा.

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