पुदुकोट्टई/चेन्नई (तमिलनाडु): सीबीसीआईडी पुलिस को 26 दिसंबर, 2022 को पुडुकोट्टई जिले की कीला मुथुक्कडु पंचायत के अंतर्गत वेंगइवायल गांव में अनुसूचित जाति के लोगों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली पानी की टंकी में मानव अपशिष्ट मिलाए जाने के मामले में एक साल बाद भी दोषियों का पता नहीं चला है.
इस मामले में अब तक 139 लोगों ने बयान दिए हैं, जिनमें से 31 लोगों का डीएनए ब्लड सैंपल टेस्ट और दो लोगों का वॉयस सैंपल टेस्ट किया गया. हालांकि, सीबीसीआईडी जांच को असफलताओं का सामना करना पड़ा है क्योंकि इनमें से कोई भी परीक्षण सुसंगत नहीं रहा है. मानव अपशिष्ट नमूनों से लिया गया डीएनए भी संरक्षित किया गया है.
इसके बाद वेंगइवायल गांव के लोगों ने घोषणा की थी कि वे चुनाव का बहिष्कार करेंगे क्योंकि पुलिस आज तक दोषियों को नहीं ढूंढ पाई है. इराइयुर और वेंगइवायल गांव में 561 मतदाता हैं. इसमें से अकेले वेंगइवायल में 59 वोट हैं. इसमें तीन समूह रह रहे हैं. ऐसे में आज के संसदीय चुनाव में वोट डालने के लिए उनके लिए इराइयुर में एक अलग मतदान केंद्र बनाया गया था. लेकिन वेंगइवायल गांव के लोग आज सुबह से वोट डालने मतदान केंद्र पर नहीं गए. इस संबंध में वेंगइवायल गांव निवासी मुरुगन ने ईटीवी भारत से कहा, 'हमें अभी तक न्याय नहीं मिला है. इसलिए, जब तक दोषियों को नहीं ढूंढ लिया जाता हम आगामी सभी विधानसभा और स्थानीय निकाय चुनावों का बहिष्कार करेंगे.'
वेंगइवायल गांव की लता ने ईटीवी भारत से कहा, 'वे हमें अपराधियों के रूप में देखते हैं. लेकिन अगर वे हमें पीड़ित के रूप में देखते तो हमें न्याय मिल जाता. इसलिए हम आने वाले सभी चुनावों में तब तक वोट नहीं देंगे जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता.'
उन्होंने काला झंडा फहराकर और मुंह पर काला कपड़ा बांधकर अपना विरोध जताया. कहा कि जब तक मामला सुलझ नहीं जाता और दोषियों को पकड़ा नहीं जाता तब तक वे आगामी विधानसभा और स्थानीय निकाय चुनावों का बहिष्कार करेंगे.