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शाम 4 बजे के बाद यमुनोत्री धाम के दर्शन नहीं कर पाएंगे श्रद्धालु, जाने क्यों?

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Published : Sep 19, 2021, 9:31 PM IST

उत्तराखंड हाईकोर्ट के आदेश पर 18 सितंबर से चारधाम यात्रा शुरू हो गई है. इसी क्रम में उत्तरकाशी जिला प्रशासन ने यमुनोत्री धाम में यात्रियों के जाने के लिए समय सीमा तय की है. प्रतिदिन शाम 4 बजे से सुबह 6 बजे तक जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम के लिए जाना प्रतिबंधित रहेगा. वहीं, धाम में सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक श्रद्धालु दर्शन पूजन कर सकेंगे.

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उत्तरकाशी

उत्तरकाशीः चारधाम यात्रा पर हाईकोर्ट द्वारा रोक हटाने पर प्रदेश सरकार ने उत्तराखंड के चारों धामों में यात्रा शुरू कर दी है. इसी क्रम में उत्तरकाशी जिला प्रशासन ने यमुनोत्री धाम में यात्रियों के जाने के लिए समय सीमा तय की है. जिला प्रशासन की ओर से निर्णय लिया गया है कि प्रतिदिन शाम 4 बजे से सुबह 6 बजे तक जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम के लिए जाना प्रतिबंधित रहेगा. यमुनोत्री पैदल मार्ग कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त होने के कारण सुरक्षा के लिहाज से यह निर्णय लिया गया है. वहीं, धाम में सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक श्रद्धालु दर्शन पूजन कर सकेंगे.

एसडीएम बड़कोट शालिनी नेगी ने बताया कि 18 सितंबर शनिवार से चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद डीएम मयूर दीक्षित और एसपी मणिकांत मिश्रा ने यमुनोत्री धाम में यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम के 5 किमी पैदल मार्ग पर एक-दो स्थानों पर क्षतिग्रस्त है. जिसके मद्देनजर सुरक्षा को देखते हुए यमुनोत्री धाम के लिए शाम 4 बजे से सुबह 6 बजे तक जानकीचट्टी से यात्रियों की आवाजाही रोक दी जाएगी. सुबह 6 बजे से यात्रियों को यमुनोत्री धाम जाने की अनुमति दी जाएगी. नेगी ने बताया कि क्षतिग्रस्त पैदल मार्ग को दुरुस्त करने के लिए संबंधित विभाग को निर्देश दिए गए हैं.

एसडीएम शालिनी नेगी ने कहा कि चारधाम यात्रा में कई प्रदेशों से यात्री आते हैं, जिन्हें पहाड़ में चलने का अधिक अनुभव नहीं होता है. इसलिए सुरक्षा को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है. साथ ही प्रतिबंधित समय पर अगर किसी को यमुनोत्री धाम जाना होगा तो विशेष कार्य या आपातकालीन स्थिति में ही अनुमति दी जा सकती है. बता दें कि यमुनोत्री धाम के लिए अब यात्रियों को अनुमति समय में 6 किमी की दूरी तय करनी होगी.

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ऐसे करें रजिस्ट्रेशन: केदारनाथ धाम में प्रतिदिन 800 श्रद्धालुओं, बद्रीनाथ धाम में 1000, गंगोत्री में 600, यमनोत्री धाम में कुल 400 श्रद्धालुओं के जाने की अनुमति दी की गयी है. चारधाम यात्रा पर उत्तराखंड से बाहर के श्रद्धालुओं के लिए देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल http://smartcitydehradun.uk.gov.in में रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है और ई- पास के लिए देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट www.devasthanam.uk.gov.in या http://badrinah-Kedarnath.uk.gov.in प्रत्येक श्रद्धालु को कोविड निगेटिव रिपोर्ट अथवा दोनों डोज वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट जमा करना है. उत्तराखंड के लोगों को स्मार्ट सिटी पोर्टल में पंजीकरण की आवश्यकता नहीं है.

42 हजार ई-पास जारीः गढ़वाल आयुक्त एवं उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने बताया कि रविवार को बदरीनाथ धाम के लिए 1645, केदारनाथ के लिए 2160, गंगोत्री के लिए 788, और यमुनोत्री धाम के लिए 598 ई-पास जारी किये गए हैं. ऐसे में अब तक कुल 42 हजार से अधिक ई-पास जारी किये गए हैं. जिनमें दिन तक बदरीनाथ धाम 9989, केदारनाथ हेतु 18934, गंगोत्री हेतु 4727, यमुनोत्री हेतु 4361 ई-पास जारी हो चुके है. अभी लगातार ई-पास जारी किए जा रहे हैं.

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