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चड़क पूजा पर भक्तों ने दिखाए हैरतअंगेज करतब, VIDEO देख रह जाएंगे दंग

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Published : Apr 15, 2019, 2:34 PM IST

शाक्तिगढ़ में रविवार को चड़क पूजा धूमधाम से की गई. इस मौके पर भक्तों ने एक से बढ़कर एक हैरतअंगेज करतब दिखाए. किसी भक्त ने जीभ में लोहे की कील चुभोई तो किसी ने नंगे पैर दहकते आग से गुजरकर लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया.

भक्तों ने दिखाए हैरतअंगेज करतब

गदरपुर: शाक्तिगढ़ में रविवार को चड़क पूजा धूमधाम से की गई. इस मौके पर भक्तों ने एक से बढ़कर एक हैरतअंगेज करतब दिखाए. किसी भक्त ने जीभ में लोहे की कील चुभोई तो किसी ने नंगे पैर दहकते आग से गुजरकर लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया.

चड़क पूजा के अवसर पर भक्तों ने ऐसे-ऐसे हैरतअंगेज करतब दिखाए कि लोग दांतों तले अंगुलियां दबाने को विवश हो गए. आस्था रखने वाले लोग दूर दराज से हजारों की संख्या में लोग आए. भक्तों ने 25 फीट ऊंची लकड़ी के खंभे से झूल कर भगवान शिव को नमन किया. इसके बाद पूरा इलाका भगवान शिव की आराधना में लीन हो गया.

भक्तों ने दिखाए हैरतअंगेज करतब

भक्तों ने कहा कि पीठ में लोहे की कील चुभोकर ईश्वर की हम लोगों ने आराधना की. खूंटे पर लोहे की कील लगाकर झूलना हमारा आस्था का प्रतीक माना जाता है. आपको बता दें कि चड़क पूजा कई वर्षों से से मनाई जा रही है. इस दौरान मेले का आयोजन भी यहां किया जाता है.

Intro:
एंकर - उधम सिंह नगर के शाक्तिगढ़ में आयोजित चड़क पूजा में शिव भक्तों ने कई तरह के हैरतअंगेज करतब दिखाकर लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया।
भक्तों में पीठ, छाती और जीभ में लोहे की कील चुभोकर चड़क पूजा में कई भक्त दहकते आग से गुजरते हैं एवं आग के अंगिठी पर काफी देर तक नंगे पैर रहते हैं और खजूर के काटे में नग्गे पैर नेतृत्व करते है और लोहे के कील खोंपकर अपने शरीर में लगे कील के हुक के सहारे करीब 25 फीट लंबे खंभे में झुलते हैं। Body:वही आस्था रखने बाले लोग दूर दराजो से हजारों की संख्या में हैरतअंगेज करतब देखने के लिए आया और भक्तों ने 25 फीट ऊंची लकड़ी के खंभे से झूल कर भगवान शिव को नमन किया। इसके बाद पूरा इलाका भगवान शिव की आराधना में लीन हो गया
ढोल और नगाड़े की थाप पर भक्त झूमते दिखे। दोपहर तीन बजे के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी

इस दौरान भक्तों ने कहां की ,,पीठ में लोहे की कील चुभोकर ईश्वर की आराधना की। खूंटे पर लोहे की कील लगाकर झूलना हमारा आस्था का प्रतीक माना जाता है। चड़क पूजा कई वर्षों से अधिक समय से मनायी जा रही है मेले का आयोजन किया गया। हजारों की संख्या में लोग भोक्ता पर्व देखने के लिए पहुंचे। व्रती शरीर पर लोहे की कील लगाकार भक्ती में नाचते-गाते है वही पारंपरिक रूप से पर्व मनाया गया। वही शाक्तिगढ़ में सुबह से उत्साह देखा गया। कील लगाने के बाद उनका उत्साह दोगुना हो गया। नाचते-गाते भक्तों ने भगवान शिव की पूजा की इस दौरान पूरा इलाका भगवान शिव की आराधना में लिंग रहा
Conclusion:बाइट - रामेश संरक्षक
बाइट - पंडित जी
बाइट - तारक धाम के अध्यक्ष
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