पिथौरागढ़: केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री किरेन रिजिजू (Union Law and Justice Minister Kiren Rijiju) पिथौरागढ़ में बहुउद्देश्यीय विधिक एवं चिकित्सकीय जागरूकता शिविर (Multi purpose legal and medical awareness camp in Pithoragarh)में शिरकत करने पहुंचे हैं. जहां उत्तराखंड के मुख्य न्यायाधीश राघवेंद्र सिंह चौहान (Chief Justice of Uttarakhand Raghavendra Singh Chouhan) ने उनका स्वागत किया.
केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू की मौजूदगी में पिथौरागढ़ में एक विधिक कैंप का आयोजन किया गया. विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा आयोजित कैंप में सुप्रीम कोर्ट के जज उदय उमेश ललित के साथ ही उत्तराखंड हाईकोर्ट के भी कई जज मौजूद रहे. इस दौरान किरेन रिजिजू ने कहा कि उनकी कोशिश है कि देश के आम आदमी को न्याय हर कीमत पर मिले. इसके लिए वे अंग्रेजो के दौर से चले आ रहे कई बेतुके कानूनों में बदलाव भी करने जा रहे हैं. आम आदमी और न्याय के बीच दूरी हर कीमत पर कम होनी चाहिए. साथ ही उन्होंने उत्तराखंड स्टेट लीगल अथॉरिटी के काम की काफी सराहना की.
केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने अपने संबोधन में कहा कि न्याय को सरल बनाना है. ताकि आम जनता को इसका लाभ मिल सके. वह भी पहाड़ से ताल्लुक रखते हैं, इसलिए उनको पता है कि दूरस्थ पहाड़ी क्षेत्रों में न्याय सुलभ कराना आसान नहीं है. इसके बावजूद उत्तराखंड विधिक सेवा प्राधिकरण आम जनता तक न्याय पहुंचाने में पूरे देश में पहले स्थान पर रहा है.
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उन्होंने कहा कि देश मे कानून को और सरल बनाने की जरूरत है. ताकि आम जनमानस भी कानूनी दस्तावेजों को समझ सके. इस तरह के आयोजन को और अधिक समय के लिए आयोजित किया जाना चाहिए. ताकि लोगों को कानूनी जानकारियां समय-समय पर मिलती रहे. इस शिविर से लोगों को काफी फायदा होगा. इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने विकलांगों को व्हीलचेयर के साथ अन्य सामग्री प्रदान की.
बता दें कि पिथौरागढ़ के देवसिंह मैदान में आयोजित बहुउद्देश्यीय विधिक एवं चिकित्सकीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया है. जिसका उद्देश्य सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में न्याय से वंचित लोगों को त्वरित न्याय दिलाने और निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का लाभ देना है.