ETV Bharat / state

श्रीनगर में आवारा पशुओं के लिए करोड़ की लागत से बनेगी गौशाला, पौड़ी प्रशासन ने नगर निगम को दी 70 नाली भूमि

author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Dec 2, 2023, 3:53 PM IST

big Cow shed will built for stray animals in Srinagar श्रीनगर में आवारा पशुओं के लिए 80 नाली भूमि पर करोड़ों की लागत से गौशाला बनाई जाएगी. इस संबंध में श्रीनगर नगर निगम को जिला प्रशासन ने 70 नाली भूमि दे दी है. पढ़ें पूरी खबर.

Etv Bharat
Etv Bharat

श्रीनगर: श्रीनगर नगर निगम में घूम रहे आवारा पशुओं के लिए बड़ी गौशाला का निर्माण किया जाएगा. जिसके लिए पौड़ी रोड पर जिला प्रशासन ने 70 नाली भूमि नगर निगम को हस्तांतरित कर दी है. अभी तक 10 नाली भूमि पर गौशाल बनी है, जिसे बड़ा बनाने के लिए नगर निगम ने 3.45 करोड़ की डीपीआर तैयार कर शासन को भेजी है. गौशाला बनने से शहर में घूम रहे आवारा पशुओं से लोगों को निजात मिलेगी.

नगर निगम ने 70 नाली सरकारी भूमि को किया हस्तांतरित: आवारा पशुओं के लिए नगर निगम श्रीनगर ने पौड़ी रोड पर 10 नाली भूमि में गौशाला बनाई है, जहां क्षमता के अनुसार 40 आवारा पशु रखे गए हैं. जिनकी देखभाल के लिए नगर निगम ने दो लोगों को तैनात किया है, लेकिन फिर भी बाजार को आवारा पशुओं से निजात नहीं मिल पा रही है. अभी भी दर्जनों आवारा पशु नगर में घूम रहे हैं, जो आए दिन बाजार में लोगों पर हमला कर उन्हें चोटिल करते हैं. कई बार आवारा पशुओं के चलते बाजार में जाम की स्थिति भी बन जाती है. ऐसे में नगर निगम ने जिला प्रशासन से पौड़ी रोड पर बनी गौशाला से सटी 70 नाली सरकारी भूमि को नगर निगम को हस्तांतरित करने की मांग की थी, ताकि वहां पर बड़ी गौशाला बनाई जा सके.

80 नाली भूमि पर बनेगी गौशाला: अपर नगर आयुक्त रविराज बंगारी ने बताया कि गौशाला के लिए अब नगर निगम की 10 और जिला प्रशासन से मिली 70 नाली भूमि को जोड़कर 80 नाली भूमि पर बड़ी गौशाला का निर्माण किया जाएगा. जिसमें सैकड़ों की संख्या में आवारा पशुओं को रखने की व्यवस्था होगी. उन्होंने कहा कि इस संबंध में 45 करोड़ की डीपीआर तैयार कर शासन को भेजी गई है.

ये भी पढ़ें: रुद्रप्रयाग में असहाय पशुओं को मिलेगा आशियाना, रैंतोली के पास गौशाला का निर्माण शुरू

नगर निगम करता है चारे और पानी की व्यवस्था : अपर नगर आयुक्त रविराज बंगारी ने बताया कि पशुओं के लिए सुबह पानी का टेंकर गौशाला में भेजा जाता है, जबकि दोपर के समय चरवाहे पशुओं को जंगल लेकर जाते हैं और शाम को चारे की व्यवस्था नगर निगम ही करता है. उन्होंने कहा कि नई गौशाला में गाय, सांड और बछड़ों के लिए अलग-अलग शेड बनाए जाएंगे, ताकि वे आपस में लड़कर चोटिल न हो सकें.

ये भी पढ़ें: विकासनगर में बेसहारा पशुओं के लिए बनेगी गौशाला, यात्रियों की यात्रा होगी सुरक्षित

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.