ETV Bharat / state

जमरानी बांध के लिए मुख्यमंत्री जल्द आवंटित करेंगे धनराशि: अजय भट्ट

अजय भट्ट ने कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही जमरानी बांध का निर्माण शुरू करवाएगी. जिससे तराई भाबर के लाखों किसानों को सिंचाई के लिए पानी और कई जिलों को पेयजल आपूर्ति की जा सकेगी.

नैनीताल सांसद अजय भट्ट
author img

By

Published : Jul 8, 2019, 9:46 AM IST

Updated : Jul 8, 2019, 9:56 AM IST

नैनीताल: राज्य के एक बड़े क्षेत्र की धरा को सींचने के लिए जमरानी बांध की परिकल्पना की गई थी. लेकिन 52 सालों से राज्य में जमरानी बांध राजनीतिक उपेक्षा का शिकार बनता जा रहा है. जिसके बाद अब नैनीताल सांसद अजय भट्ट ने संसद में इस बांध का मुद्दा उठाया है. जिसके लिए अजय भट्ट के अनुसार राज्य सरकार जल्द ही धनराशि स्वीकृत करेगी.

नैनीताल सांसद अजय भट्ट

हल्द्वानी पहुंचे सांसद अजय भट्ट ने कहा कि पिछले 52 साल से जमरानी बांध फाइलों में चल रही थी. लेकिन उन्होंने संसद में इस मामले को उठाकर राष्ट्रीय योजना में शामिल किए जाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि चीफ इरिगेशन द्वारा अधिकारियों के साथ इस मामले में बैठक भी की. इस परियोजना के लिए राज्य से केंद्र को कुछ धनराशि दी जानी है. जिसके लिए मुख्यमंत्री द्वारा जल्द धनराशि की स्वीकृत कर दी जाएगी

पढ़ें- हरीश की 'डेनिस' का त्रिवेंद्र ने 'हिलटॉप' से दिया जवाब, हरदा ने ताजा की पुरानी यादें

ये है मामला
देहरादून के क्षेत्र भाबर में पेयजल और सिंचाई की समस्या को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने जमरानी बांध की स्वीकृति 1974 में दी थी. जिसमें करीब 61 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं. लेकिन कई अड़चनें और बजट के अभाव में 52 साल बाद भी जमरानी बांध पूरा नहीं बन पाया है. अब इस परियोजना की लागत 2,584 करोड़ रुपए पहुंच गया है.

ये होगा फायदा
जमरानी बांध परियोजना बन जाने से 14 मेगावाट विद्युत उत्पादन के साथ साथ तराई भाबर के इलाकों का पेयजल और सिंचाई संकट खत्म हो जाएगा.

नैनीताल: राज्य के एक बड़े क्षेत्र की धरा को सींचने के लिए जमरानी बांध की परिकल्पना की गई थी. लेकिन 52 सालों से राज्य में जमरानी बांध राजनीतिक उपेक्षा का शिकार बनता जा रहा है. जिसके बाद अब नैनीताल सांसद अजय भट्ट ने संसद में इस बांध का मुद्दा उठाया है. जिसके लिए अजय भट्ट के अनुसार राज्य सरकार जल्द ही धनराशि स्वीकृत करेगी.

नैनीताल सांसद अजय भट्ट

हल्द्वानी पहुंचे सांसद अजय भट्ट ने कहा कि पिछले 52 साल से जमरानी बांध फाइलों में चल रही थी. लेकिन उन्होंने संसद में इस मामले को उठाकर राष्ट्रीय योजना में शामिल किए जाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि चीफ इरिगेशन द्वारा अधिकारियों के साथ इस मामले में बैठक भी की. इस परियोजना के लिए राज्य से केंद्र को कुछ धनराशि दी जानी है. जिसके लिए मुख्यमंत्री द्वारा जल्द धनराशि की स्वीकृत कर दी जाएगी

पढ़ें- हरीश की 'डेनिस' का त्रिवेंद्र ने 'हिलटॉप' से दिया जवाब, हरदा ने ताजा की पुरानी यादें

ये है मामला
देहरादून के क्षेत्र भाबर में पेयजल और सिंचाई की समस्या को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने जमरानी बांध की स्वीकृति 1974 में दी थी. जिसमें करीब 61 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं. लेकिन कई अड़चनें और बजट के अभाव में 52 साल बाद भी जमरानी बांध पूरा नहीं बन पाया है. अब इस परियोजना की लागत 2,584 करोड़ रुपए पहुंच गया है.

ये होगा फायदा
जमरानी बांध परियोजना बन जाने से 14 मेगावाट विद्युत उत्पादन के साथ साथ तराई भाबर के इलाकों का पेयजल और सिंचाई संकट खत्म हो जाएगा.

Intro:sammry- जमरानी बांध परियोजना में तेजी।
एंकर- नैनीताल संसदीय क्षेत्र के सांसद अजय भट्ट द्वारा संसद सत्र में जमरानी बांध के निर्माण परियोजना की मांग को उठाकर अब लगने लगा है कि जमरानी बांध निर्माण में तेजी आएगी। हल्द्वानी पहुंचे नैनीताल सांसद अजय भट्ट ने कहा कि पिछले 52 साल से जमरानी बांध परियोजना फाइलों में चल रही थी। इस मामले को संसद में उठाने के बाद अब इस पर योजना में तेजी आई है।


Body:सांसद अजय भट्ट द्वारा संसद में जमरानी बांध परियोजनाएं उठाए जाने का मामला का आसरा अब धरातल पर दिखने लगा है ।हल्द्वानी पहुंचे सांसद अजय भट्ट ने कहा कि पिछले 52 साल से जमरानी बांध फाइलों में चल रही थी लेकिन उन्होंने संसद में इस मामले को उठाकर राष्ट्रीय योजना में शामिल किए जाने की मांग की है। जिसके बाद से अब इस पर योजना की गति में तेजी आई है। उन्होंने कहा कि चीफ इरिगेशन के अधिकारियों के साथ इस मामले में बैठक हो चुकी है इस परियोजना के लिए राज्य से केंद्र को कुछ धनराशि दी जानी है। जिसके लिए मुख्यमंत्री से वार्ता हो चुकी है और जल्द पैसा स्वीकृत दिया जाएगा। अजय भट्ट का कहना कि निश्चित रूप से केंद्र सरकार जल्द ही जमरानी बांध का निर्माण शुरू करेगी जिससे की तराई भाबर के लाखों किसानों को सिंचाई के पानी और कई जिलों को पेयजल आपूर्ति की जाएगी।

बाइट -अजय भट्ट सांसद नैनीताल



Conclusion:भाबर के पेयजल और सिंचाई की समस्या को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने जमरानी बांध की स्वीकृति 1974 में की थी जो करीब 61 करोड रुपए में बना था लेकिन कई अड़चनें और बजट के अभाव में 52 साल बाद भी जमरानी बांध नहीं बन पाया। अब इस परियोजना की लागत 2584 करोड़ रुपए पहुंच गया है। ऐसे में बजट के अभाव के चलते नैनीताल सांसद अजय भट्ट ने इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग को संसद में उठाया था।
गौरतलब है कि जमरानी बांध परियोजना के बन जाने से 14 मेगावाट विद्युत उत्पादन के साथ साथ तराई भाबर के इलाको की पेयजल और सिंचाई संकट की समस्या खत्म हो जाएगा।
Last Updated : Jul 8, 2019, 9:56 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.