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एक साल से 'लापता' था तीन बच्चों का पिता, जोमैटो से मिले एक सुराग ने परिजनों से मिलवाया

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Published : Aug 9, 2022, 4:26 PM IST

फूड डिलीवरी एप जोमैटो की मदद से उत्तराखंड पुलिस ने एक साल से लापता तीन बच्चों के पिता को ढूंढ निकाला. लापता व्यक्ति का नाम कपिंद्र है, जो हल्द्वानी का रहने वाला है. कपिंद्र का एक साल से कोई सुराग नहीं लग रहा था. परिजन और पुलिस उसकी तलाश कर थक चुकी थी, लेकिन तभी पुलिस को जोमैटो से एक बड़ा सुराग मिला और पुलिस ने उसे सकुशल खोज निकाला.

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हल्द्वानी: करीब एक साल से लापता चल रहे व्यक्ति को आखिरकार हल्द्वानी पुलिस ने खोज निकाला, वो भी जोमैटो की मदद से. एक साल बाद अपने लाल को पाकर परिजन की काफी खुश हैं और उन्होंने पुलिस का शुक्रिया अदा किया है.

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक राजपुरा क्षेत्र निवासी कपिंद्र पुत्र वीर सिंह करीब एक साल पहले घर से नौकरी की तलाश में दिल्ली के लिए निकला था, लेकिन इसके बाद उसका परिजनों से कोई संपर्क नहीं हुआ. परिजनों ने कुछ दिनों तक कपिंद्र को इधर-उधर काफी ढूंढा, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा. आखिर में थक हारकर परिजनों ने राजपुरा पुलिस चौकी में कपिंद्र की गुमशुदगी दर्ज कराई.
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पुलिस ने भी काफी हाथ पैर मारे, लेकिन कपिंद्र का कुछ पता ही नहीं चल पा रहा था. इसी बीच पुलिस को पता चला कि पैन कार्ड के जरिए कपिंद्र अपनी केवाईसी अपडेट कराई है, वहीं, उसके खाते में रुपयों का ट्रांजेक्शन भी हुआ है. पुलिस ने बैंक से जानकारी ली तो पता चला कि ऑनलाइन फूड डिलीवरी जोमैटो से कपिंद्र के खाते में ट्रांजेक्शन किया गया है.

चौकी प्रभारी ने तत्काल जोमैटो ऑफिस से संपर्क किया और कपिंद्र के बारे में जानकारी ली और उसका मोबाइल नंबर भी मांगा. पुलिस ने कपिंद्र को नंबर सर्विलांस डाला तो उसकी लोकेशन 8 अगस्त को गुरुग्राम हरियाणा मिली, जिसके बाद पुलिस की टीम हरियाणा पहुंची और कपिंद्र को सकुशल बरामद किया.
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पुलिस द्वारा जब कपिंद्र से उसके गुमशुदा होने का कारण पूछा गया तो उसने बताया गया कि वह अपने परिवार का एकमात्र सहारा है. बेरोजगारी के कारण जब वह अपने परिजनों के लिए आर्थिक रूप से कुछ नहीं कर पा रहा था तो वह नौकरी की तलाश में दिल्ली चला गया.

जब वहां भी कम वेतन पर परिजनों के लिए कोई भी सेविंग नहीं कर पा रहा था तो उसने मजबूरन अपने परिवार से संपर्क छोड़ दिया. फिलहाल अब वह अपने परिजनों से मिलकर बेहद खुश है. क्योंकि गुमशुदा कपिंद्र के सकुशल मिलने पर उसकी पत्नी तीन छोटे बच्चे एवं पिताजी के चेहरों पर भी खुशी की झलक साफ देखी जा सकती है.

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