रामनगर: आम आदमी पार्ट के प्रदेश उपाध्यक्ष शिशुपाल रावत ने प्रेसवार्ता कर बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बीजेपी प्रदेश की जनता की कोई फिक्र नहीं है न तो देश की चिंता है. बीजेपी नेताओं को अपने सैर सपाटे और अपने ऐशो आराम की ज्यादा चिंता है.
शिशुपाल रावत का कहना है कि प्रदेश अभी भी कोरोना की दूसरी चपेट से पूरी तरह उबर नहीं पाया है. लेकिन बीजेपी नेता पांच सितार रिसोर्ट में चिंतन शिविर कर रहे हैं और आगामी विधानसभा चुनाव के नाम पर पिकनिक मना रहे हैं. उन्होंने कहा कि लचर स्वास्थ्य सेवाएं, महंगाई, बेरोजगारी और तमाम दूसरे संकटों से त्रस्त है और दूसरी ओर सरकार से लेकर बीजेपी के नेता रामनगर के पांच सितारा रिसोर्ट में मस्त हैं.
ये भी पढ़ें: दून अस्पताल में सामान्य मरीजों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू
बीजेपी को गद्दी का लालच
आप के नेता का आरोप है कि जिस वक्त प्रदेश की जनता को सरकार से मदद की सबसे ज्यादा जरूरत थी उस वक्त प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर पूरी कैबिनेट और इनकी पार्टी गायब थे. उस वक्त आम आदमी पार्टी का हर कार्यकर्ता प्रदेश की जनता की मदद के लिए आगे आया. इससे सबक लेने के बजाय बीजेपी नेता अभी भी राजनीति और गद्दी का लालच लिए चुनाव के लिए चिंतन कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें: एक साल ज्यादा लंबित 573 मुकदमों का जल्द होगा निस्तारण, DGP ने दिए निर्देश
बीजेपी को जनता से नहीं है सरोकार
उन्होंने आगे कहा कि विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना की तीसरी लहर जल्द ही दस्तक दे सकती है, लेकिन अभी भी प्रदेश में लाखों लोगों को टीके लगने बाकी हैं. तीसरी लहर को लेकर कोई तैयारी नहीं है जब प्रदेश सरकार को हर युवा और बुजुर्ग को टीके लगवाने के लिए सोचना चाहिए था. कोरोना की तीसरी लहर की रोकथाम के लिए चिंतन करना चाहिए था लेकिन इन सभी बातों को छोड़कर बीजेपी को अपने चुनावों की रणनीति को लेकर चिंतन शिविर की ज्यादा चिंता है. जिसकी आप पार्टी कड़े शब्दों में निंदा करती है. उन्होंने कहा बीजेपी के चिंतन शिविर का मतलब सिर्फ और सिर्फ राजनीति करना है, उसे प्रदेश की जनता के सरोकारों से कोई मतलब नहीं है.
ये भी पढ़ें: धरने मे बैठे सदस्यों को उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने भी दिया समर्थन
आप के प्रदेश उपाध्यक्ष का कहना है कि अगर बीजेपी को चिंतन करना ही है तो राज्य के बदतर हालात पर चिंतन करे. बीजेपी को इस पर चिंतन करना चाहिए कि तीसरी लहर आएगी तो लोगों को अस्पतालों में बेड, ICU और अन्य बुनियादी सुविधाएं कैसे मुहैया कराई जाएं. लेकिन ऐसा करने के बजाय बीजेपी सरकार पांच सितारा होटल में पिकनिक मनाने में मस्त है. राज्य सरकार ने जिन अस्पतालों को कोविड सेंटर बनाने की घोषणा की उनकी जमीनी सच्चाई डराने वाली है. उन अस्पतालों में किसी तरह के इंतजाम नहीं हैं. उनका कहना है कि बीजेपी की चिंतन बैठक एक छलावा है जिसमें सरकारी धन का जमकर दुरुपयोग किया गया है. अगर सरकार में थोड़ी सी भी शर्म है तो इस चिंतन शिविर के दिखावे को छोड़कर प्रदेश में बिगड़े स्वास्थ्य हालातों पर ध्यान दें.