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उत्तराखंड में शराबबंदी का उमा भारती ने किया समर्थन, कहा- राजस्व के लिए तलाशें अन्य विकल्प

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Published : Sep 22, 2019, 9:04 PM IST

Updated : Sep 22, 2019, 9:37 PM IST

देवप्रयाग में शराब फैक्ट्री के विरोध में 21 दिन से क्रमिक अनशन पर बैठे साधु संत और हिंदू संगठन अब पीछे हटने को तैयार नहीं है. उन्होंने उत्तराखंड में पूर्णरूप से शराब बंद करने की मांग की है. पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भी देवभूमि में शराब को पूर्णता बंद करने की बात कही है.

uma bharti supported liquor ban

हरिद्वारः देवप्रयाग में शराब फैक्ट्री के विरोध में बीते 21 दिन से संत समाज और हिंदू संगठन क्रमिक अनशन पर बैठे हैं. इस कड़ी में मातृसदन के परमाध्यक्ष शिवानंद उनका समर्थन देने पहुंचे. उन्होंने उत्तराखंड में पूर्णता शराब पर प्रतिबंध करने की मांग की. वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने प्रदेश में ही नहीं बल्कि, सभी जगह से शराब बंद करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि सरकार को शराबबंदी से पहले राजस्व प्राप्ति के विकल्प ढूंढने चाहिए.

देवप्रयाग में शराब फैक्ट्री के विरोध 21वें दिन भी जारी रहा क्रमिक अनशन.

देवप्रयाग में शराब फैक्ट्री के विरोध में 21 दिन से क्रमिक अनशन पर बैठे साधु संत और हिंदू संगठन अब पीछे हटने को तैयार नहीं है. उनकी मांग है कि जब तक सरकार देवप्रयाग में शराब फैक्ट्री को बंद नहीं करती है, तब तक वो अपने आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे. इस अनशन को त्यागी समाज और टैक्सी-मैक्सी एसोसिएशन ने भी अपना समर्थन दिया है.

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श्री ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि स्वामी शिवानंद के समर्थन के बाद उनके अनशन को बल मिला है. अब वो इस शराब की फैक्ट्री को बंद कराने के लिए ना तो हटेंगे, ना झुकेंगे और अब अपनी रणनीति को मजबूत करेंगे.

मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है. यहां पर शराब का पूर्णतया प्रतिबंध होना चाहिए. उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां पर हजारों तीर्थ यात्री पहुंचते हैं. ऐसे में राज्य सरकार शराब बेचकर यात्रियों की भावनाओं के साथ कुठाराघात करने का प्रयास कर रही है.

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उन्होंने कहा कि शराब के खिलाफ ये आंदोलन हरिद्वार से शुरू होकर पूरे भारत में फैलेगा. इससे सरकार को सबक लेने की जरुरत है. उत्तराखंड में शराब फैक्ट्री ही नहीं, बल्कि बिहार और गुजरात की तर्ज पर शराब बिक्री पर पूर्णतया प्रतिबंध लगना चाहिए.

वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भी देवभूमि में शराब को पूर्णता बंद करने की बात कही है. उनका कहना है कि वे पूरी तरह शराब बंदी के पक्ष में हैं. शराब उत्तराखंड में ही नहीं, बल्कि सभी जगह बंद होनी चाहिए.

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साथ ही कहा कि सरकार को शराबबंदी से पहले राजस्व के विकल्प तलाशने चाहिए और उसके बाद शराबबंदी करनी चाहिए. विकल्प तलाशने से ही शराबबंदी हो पाएगी. गुजरात सरकार ने भी राजस्व प्राप्त करने को लेकर पहले से ही विकल्प तलाश लिए थे. जिससे शराबबंदी हो पाई.

Intro:देवभूमि उत्तराखंड के देवप्रयाग में शराब फैक्ट्री लगने के विरोध में 21 दिन से क्रमिक अनशन पर बैठे संत समाज और हिंदू संगठन को अपना समर्थन देने गंगा के लिए कई बार अनशन करने वाली संस्थान मातृ सदन के परमाध्यक्ष शिवानंद पहुंचे तो वहीं इस अनशन को त्यागी समाज और टैक्सीमैक्स एसोसिएशन ने भी अपना समर्थन दिया स्वामी शिवानंद ने उत्तराखंड में पूर्णता शराब पर प्रतिबंध करने की मांग की वही पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भी शराब को देवभूमि ही नहीं सभी जगह शराब बंद करने की बात कही और कहा कि सरकार को शराबबंदी से पहले राजस्व प्राप्ति के विकल्प ढूंढने चाहिएBody:देवप्रयाग में शराब फैक्ट्री के विरोध में 21 दिन से क्रमिक अनशन पर बैठे साधु संत और हिंदू संगठन अब पीछे हटने को तैयार नहीं है और उनकी मांग है कि जब तक सरकार देवप्रयाग में शराब फैक्ट्री को बंद नहीं करती है वह अपने आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे श्री ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि स्वामी शिवानंद के समर्थन के बाद उनके अनशन को बल मिला है अब वो इस शराब की फैक्ट्री को बंद कराने के लिए ना हटेंगे ना झुकेंगे और अपनी रणनीति को और मजबूत करेंगे

बाइट--पंडित अधीर कौशिक----अध्यक्ष----श्री ब्रह्मण सभा

गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए संस्था मातृ लम्बी लड़ाई लड़ता चला रहा है और कई बार गंगा के लिए मातृ सदन द्वारा आमरण अनशन भी किया गया आज देवप्रयाग में शराब की फैक्ट्री के विरोध में बैठे संतो हिंदू संगठनों को अपना समर्थन देने मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद अनशन स्थल पर पहुंचे मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है और यहां पर शराब का पूर्णतया प्रतिबंध होना चाहिए उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां पर हजारों यात्री तीर्थ यात्रा के लिए आते हैं और राज्य सरकार शराब बेचकर यात्रियों की भावनाओं के साथ कुठाराघात करने का प्रयास कर रही है उन्होंने कहा कि शराब के खिलाफ ये आंदोलन हरिद्वार से शुरू होकर पूरे भारतवर्ष में फैलेगा सरकार चेते और इन से वार्ता कर उत्तराखंड में शराब फैक्ट्री ही नहीं बल्कि बिहार और गुजरात की तर्ज पर शराब बिक्री पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाए।

बाइट--स्वामी शिवानंद----परमाध्यक्ष----मातृ सदन

वही पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भी देवभूमि मैं शराब को पूर्णता बंद करने की बात कही उमा भारती का कहना है कि मैं पूरी तरह शराब बंदी के पक्ष में हूं शराब देवभूमि में ही नहीं बल्कि सभी जगह बंद होनी चाहिए सरकारों को शराबबंदी से पहले राजस्व के विकल्प तलाशने चाहिए और उसके बाद शराबबंदी करनी चाहिए विकल्प तलाशने से ही शराबबंदी हो पाएगी शराबबंदी गुजरात में सफल हो पाई है क्योंकि वहां की सरकार ने राजस्व प्राप्त करने के पहले ही विकल्प तलाश लिए थे कई और राज्यों में भी शराबबंदी की गई मगर उनके द्वारा राजस्व के विकल्प ना तलाशने पर शराबबंदी विफल रही

बाइट--उमा भारती----राष्ट्रीय उपाध्यक्ष----भाजपा Conclusion:देवप्रयाग में शराब फैक्ट्री बंद कराने के लिए अब संत समाज और हिंदू संगठनों के समर्थन में कई लोग खड़े हो गए हैं साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भी देवभूमि के साथ सभी जगह पर शराबबंदी करने की बात कही अब देखना होगा उत्तराखंड सरकार देवभूमि में राजस्व की प्राप्ति के लिए कोई और विकल्प तलाश कर लोगो की धार्मिक आस्था का ख्याल रखते हुए क्या शराबबंदी कर पाएगी
Last Updated : Sep 22, 2019, 9:37 PM IST
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