Haridwar Encroachment: हरिद्वार में व्यापारियों ने प्रशासन पर लगाए दोहरा व्यवहार करने का आरोप

Haridwar Encroachment: हरिद्वार में व्यापारियों ने प्रशासन पर लगाए दोहरा व्यवहार करने का आरोप
हरिद्वार में अतिक्रमण को लेकर जारी कार्रवाई पर सवाल खड़े हो रहे हैं. व्यापारियों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन एक तरफा ही कार्रवाई कर रहा है. उनका कहना है कि पुलिस अपर बाजार से अतिक्रमण हटाती है, लेकिन निचले बाजार में जाती तक नहीं है. जबकि, निचले बाजार में ही अतिक्रमण का बोलबाला है.
हरिद्वारः बीते 6 महीने के भीतर हरिद्वार प्रशासन पुलिस के साथ मिलकर कई बार बाजारों से अतिक्रमण हटा चुका है, लेकिन पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई पर अब सवालिया निशान लगने लगे हैं. रेलवे स्टेशन से हरकी पैड़ी तक तो पुलिस कई बार अवैध अतिक्रमण को हटा चुकी है, लेकिन हरिद्वार के निचले बाजारों में एक बार भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं की गई है. जबकि, इन इलाकों में सबसे ज्यादा अतिक्रमण है.
बता दें कि लगभग पूरे महीने हरिद्वार में यात्रियों का रेला लगा रहता है, लेकिन बाजारों में सड़क पर किए गए अतिक्रमण के कारण न केवल ट्रैफिक व्यवस्था बाधित होती है. बल्कि आने जाने वाले लोगों और यात्रियों को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. जिसको लेकर पुलिस और प्रशासन क्षेत्र में आए दिन अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाता है, लेकिन पुलिस की यह कार्रवाई अब सवालों के घेरे में आने लगी है.
पुलिस जहां एक रोड पर स्थित दुकानदारों के अतिक्रमण को डंडे के बल पर हटाती जाती है तो वहीं हरिद्वार के व्यस्ततम बड़ा बाजार, मोती बाजार, रामप्रसाद गली, कूचा घाट, मोती बाजार, हनुमानगढ़ सब्जी मंडी चौराहा, विष्णु घाट, रामघाट सरीखे बाजारों में जाने की जरूरत ही नहीं समझती. इन इलाकों में हालत ये हैं कि यहां पर सुबह से लेकर रात तक यात्रियों ही नहीं बल्कि आम लोगों का भी चलना फिरना रहता है.
सोमवार को पुलिस और प्रशासन ने शिव मूर्ति से लेकर हरकी पैड़ी तक के अपर रोड स्थित बाजार में अतिक्रमण हटाए. कई जगहों पर व्यापारियों से अतिक्रमण हटाने को लेकर हल्की-फुल्की नोकझोंक भी हुई, लेकिन प्रशासन के किसी भी अधिकारी ने आज तक नीचे स्थित बाजारों में जाने की हिम्मत नहीं जुटाई है.
पुलिस और प्रशासन की इस कार्रवाई से लगता है कि दोनों क्षेत्र के बाजारों में पुलिस का अलग-अलग मापदंड है. अपर रोड पर दुकानों के बाहर सड़कों पर लगने वाले सामान अतिक्रमण की श्रेणी में आता है तो वहीं नीचे के बाजारों में अतिक्रमण को शायद पुलिस और प्रशासन अतिक्रमण मानता ही नहीं. यही कारण है कि आज तक पुलिस और प्रशासन की टीम नीचे के बाजारों में जाकर अतिक्रमण हटाने की हिम्मत नहीं जुटा पाई है.
क्या कहते हैं सिटी मजिस्ट्रेट: हरिद्वार के सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश सिंह का कहना है कि आज अपर रोड क्षेत्र में अतिक्रमण हटाया गया और इसी हफ्ते नीचे के बाजार में किए गए तमाम अतिक्रमण को हटाया जाएगा. यदि अतिक्रमण हटाने के दौरान किसी भी व्यापारी ने किसी तरह का कोई बवाल किया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश सिंह ने कहा कि जिस तरह अपर रोड को पूरी तरह से अतिक्रमण मुक्त किया गया है. वैसे ही नीचे के तमाम बाजारों से अतिक्रमण हटाकर लोगों की सुविधा के लिए सड़क को चौड़ा किया जाएगा. जिससे राहगीरों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना न करना पड़े.
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