हरिद्वार: उत्तराखंड में दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून ने दस्तक दे दिया है. हर साल बरसात के मौसम में हरिद्वार के कई क्षेत्रों में गंगा के बढ़ते जलस्तर से नुकसान पहुंचता है. जिसको देखते हुए सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने देर शाम बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जैसे (कांगड़ी गांव) का स्थलीय निरीक्षण किया.
इस दौरान हरिद्वार ग्रामीण विधायक और गन्ना राज्य मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने सिंचाई मंत्री को अवगत कराया कि यहां पिछले कई वर्षों से बरसात के दौरान गांव की ओर कटान होता रहता है. उन्होंने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत से भी गांव में तटबंध बनाने को पत्राचार किया गया था.
मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने सिंचाई मंत्री से कांगड़ी से लेकर गाजी वाली तक गंगा के बीचों-बीच पानी के बहाव के लिए खुदाई करवाने की अनुमति मांगी. जिस पर सिंचाई मंत्री ने तत्काल अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि कांगड़ी गांव में गंगा की जलधारा को मोड़ने के लिए दो योजनाएं बनाई गई है. उसको स्वीकृत कर दिया गया है. गाजी वाला में गंगा का जलस्तर बढ़ने से वहां पर काफी कटान हुआ था इसके लिए भी उनके द्वारा पैसे स्वीकृत किए गए हैं. सभी कार्य जल्द शुरू किए जाएंगे. इससे बरसात के मौसम में लोगों को राहत मिलेगी.
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बता दें कि, बरसात के मौसम में श्यामपुर क्षेत्र के गाजी वाल और कांगड़ी गांव में काफी नुकसान होता है. लंबे समय से इस क्षेत्र में गंगा की धारा को मोड़ने की मांग उठती रही है. जिसका निरीक्षण करने सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज भी पहुंचे. साथ ही मंत्री द्वारा इस क्षेत्र में दो योजनाएं भी बनाई गई है. जिससे बरसात के मौसम में क्षेत्र के लोगों को राहत मिल सके.