देहरादून: उत्तराखंड सरकार प्रदेश में हवाई सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए प्रयासरत है. ऐसे में सरकार सिविल एविएशन के लिए बेहतर व्यवस्था और नई हवाई पट्टियों को स्थापित करने पर विशेष जोर दे रही है. इसी कड़ी में भारत सरकार की मदद से इस योजना को जल्द से जल्द परवान चढ़ाने के लिए बातचीत की गई है.
बता दें कि सामरिक दृष्टि से उत्तराखंड में एयर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना बहुत जरूरी है. वहीं, पर्यटन और राज्य में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए ये हवाई सेवाओं को सुदृढ़ करना भी अतिमहत्वपूर्ण है. इसी को देखते हुए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश में 3 हवाई पट्टी को विकसित करने के लिए भारत सरकार के सामने प्रस्ताव रखा है. ताकी इनका इस्तेमाल भारतीय वायुसेना और रक्षा मामलों को लेकर किया जा सकेगा.
पढ़ें: पूर्व नौसेनाध्यक्ष देवेंद्र जोशी ने सैनिक धाम के नाम की सरकार से मिलने वाली 1 लाख की राशि
वहीं, उत्तरकाशी जिले के चिन्यालीसौड़, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा के साथ रानीखेत के चौखुटिया में भी हवाई पट्टी को विकसित करने का प्रस्ताव रखा है. उधर, अच्छी खबर ये भी है कि उधम सिंह नगर में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट की स्थापना की रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई है. भारत सरकार में नागरिक उड्डयन सचिव प्रदीप खरोला और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन अरविंद सिंह ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मिलकर ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट की स्थापना की रिपोर्ट प्रस्तुत की.
उधम सिंह नगर में जिला प्रशासन द्वारा ग्रीनफिल्ड एयरपोर्ट स्थापित करने के लिए 11,00 एकड़ भूमि चिन्हित की गई है. जिससे भविष्य में इसे इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रूप में अपग्रेड किया जा सकता है. ऐसे में सचिव, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारत सरकार प्रदीप खरोला और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इण्डिया के चैयरमेन अरविंद सिंह ने उत्तराखण्ड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह व अन्य अधिकारियों के साथ चिन्हित भूमि का निरीक्षण कर मुख्यमंत्री को रिपोर्ट सौंपी है.
वहीं, वर्तमान में पंतनगर एयरपोर्ट में लगभग 267 एकड़ भूमि है. 530 वर्गमीटर का पेसेन्जर टर्मिनल है. यहां व्यस्तम समय में हैंडलिंग क्षमता 50 यात्रियों की है. ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बन जाने से यहां की क्षमता काफी बढ़ जाएगी. ऐसे में इसे आगे जाकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रूप में भी विकसित किया जा सकता है.