देहरादून: नए मोटर व्हीकल एक्ट की जुर्माने की बढ़ी हुई दरों को लेकर लोगों में अब खौफ दिखने लगा है. वाहन चालकों में किस तरह इसका डर है, आप देहरादून आरटीओ विभाग में लगी लम्बी लाइन से अंदाजा लगा सकते हैं. नए मोटर व्हीकल एक्ट आने से पहले आरटीओ विभाग में सामान्य ही आवेदक आते थे, लेकिन एक सितंबर से ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों की तादाद कई गुना बढ़ चुकी है.
लाइसेंस के लिए वेटिंग 15 अक्टूबर तक पहुंच गई थी और 5,000 से ज्यादा लोग ऑनलाइन आवेदन कर चुके थे, लेकिन आरटीओ विभाग ने कार्मिकों को अतिरिक्त काम करने को निर्देशित कर दिया है कि प्रतिदिन 200 के करीब आवेदकों की परीक्षा ली जाएगी जिससे आवेदन करने वालों की हफ्ते भर में परीक्षा हो जाए.
परिवहन विभाग में ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया ऑनलाइन है. पहले लर्निंग लाइसेंस के लिए 250 से 300 लोग प्रतिदिन आवेदन करते थे जिसमें 150 लोगों के लाइसेंस रोज बन जाते थे. ऐसे में आवेदन करने के एक-दो दिन बाद लाइसेंस बनाने का नंबर आ जाता था, लेकिन नए मोटर व्हीकल एक्ट की बढ़ी हुई जुर्माने की दरों के डर से बिना ड्राइविंग लाइसेंस वाले 1 सितंबर से लर्निंग लाइसेंस के लिए आवेदन कर रहे हैं. जिस कारण आरटीओ में आवेदकों का भारी इजाफा हो गया है, यही कारण है कि ऑनलाइन आवेदन करने वालों की वेटिंग 15 अक्टूबर तक पहुंच गई थी, लेकिन आरटीओ विभाग ने इस समस्या का निस्तारण किया है और अब हफ्ते भर में ही आवेदकों की परीक्षा ली जा रही है.
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आरटीओ अधिकारी अरविंद पांडे ने बताया कि ड्राइविंग लाइसेंस बनने के लिए आवेदन काफी हो रहे हैं और काफी भीड़ होने के कारण आवेदन नहीं ले रहे थे लेकिन बढ़ती आवदेकों की संख्या को देखते हुए पहले 150 लोगों की परीक्षा ले रहे थे उसको बढ़ाकर 200 कर दिया है.
उन्होंने कहा कि कार्मिकों को भी अतिरिक्त प्रयास करके अतिरिक्त समय देने के लिए कहा है. पहले आरटीओ में 120 ही आवेदक आते थे फिर उसके बाद 150 कर दिए, लेकिन एमवी एक्ट होने के कारण आरटीओ में काफी संख्या में लोग आने लगे हैं, जो स्लोट लोग ले रहे थे तो उनका नंबर अक्टूबर में आने लगा. उसको देखते हुए 50 और बढ़ाकर 200 कर दिए हैं, ताकि एक हफ्ते के अंदर परीक्षा हो सके.