देहरादूनः प्रदेश में उपचुनाव के लिए तारीखों का ऐलान अब तक नहीं हो पाया है. राज्य में पिथौरागढ़ सीट पर उपचुनाव होना है. पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत के निधन के बाद पिथौरागढ़ सीट पिछले करीब साढ़े 3 महीने से रिक्त चल रही है. ऐसे में दिसंबर के पहले हफ्ते तक इस सीट पर उपचुनाव कराया जाना जरूरी है. हालांकि, राजनीतिक दलों का ध्यान फिलहाल राज्य में होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर है, लेकिन बावजूद इसके कांग्रेस में पिथौरागढ़ सीट के लिए दावेदारों की फेहरिस्त बढ़ रही है. फिलहाल इस सीट पर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मथुरादास जोशी ने दावेदारी ठोकी है.
मथुरादत्त जोशी पिछले 40 साल से कांग्रेस में सक्रिय हैं और उत्तर प्रदेश के समय से ही पार्टी में विभिन्न पदों पर रहे हैं. हालांकि, इस सीट से चुनाव लड़ते आ रहे 2 बार के विधायक मयूख महर की दावेदारी सबसे प्रबल है, लेकिन पिथौरागढ़ उपचुनाव के लिए अब मथुरा दत्त जोशी समेत जगतराम खाती और मुकेश पंत को भी दावेदार माना जा रहा है. मथुरा दत्त जोशी ने बताया कि वह पार्टी के लिए पिछले 40 साल से काम कर रहे हैं और ऐसे में उन्होंने पार्टी के सामने टिकट को लेकर इच्छा जाहिर की है.
आपको बता दें कि पिथौरागढ़ सीट पर प्रकाश पंत के निधन के बाद ये सीट खाली हुई थी, जबकि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद ही पिथौरागढ़ सीट पर उपचुनाव कराए जाने की बात कही जा रही है. पंचायत चुनाव के लिए 21 अक्टूबर को मतगणना होनी है, जिसके बाद पिथौरागढ़ सीट पर उपचुनाव की तारीख तय की जा सकती है. विधानसभा उपचुनाव के लिए 6 महीने की बाध्यता होने के चलते यह चुनाव 5 दिसंबर तक कराया जाना अनिवार्य है. ऐसे में पंचायत चुनाव के बीच में ही पिथौरागढ़ से जुड़े कांग्रेसी नेता इस सीट पर अपनी दावेदारी जताने में जुट गए हैं.
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पिथौरागढ़ उपचुनाव पर कांग्रेस में दावेदारों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है. हालांकि दो बार के विधायक रहे मयूख महर इस सीट पर प्रबल दावेदार हैं, लेकिन पार्टी के मुख्य प्रवक्ता मथुरादास जोशी ने इस सीट पर दावेदारी ठोंककर पार्टी नेताओं को सोचने पर मजबूर कर दिया है.