ETV Bharat / state

किसान ने जैविक तरीके से उगाया काला गेहूं, कई बीमारियों में है फायदेमंद

जॉलीग्रांट के किसान राजकुमार पुंडीर ने जैविक तरीके से काला गेहूं उगाया है. यह गेहूं कई गुणों से भरपूर है, जो कई बीमारियों में फायदेमंद साबित होता है.

black wheat
काला गेहूं
author img

By

Published : Apr 23, 2021, 11:56 AM IST

Updated : Apr 23, 2021, 2:29 PM IST

डोईवालाः पारंपरिक खेती के साथ ही किसान अब काले गेहूं की खेती को आतुर दिखाई दे रहे हैं. जहां एक ओर पारंपरिक खेती से किसानों का मोह भंग हो रहा है तो वहीं दूसरी ओर किसान उन्नत किस्म के बीजों से खेती को नया आयाम दे रहे हैं. इनमें जॉलीग्रांट का एक किसान राजकुमार पुंडीर भी हैं. जिन्होंने अपने खेत जैविक तरीके से काला गेहूं उगाया है. गेहूं की पैदावार में उन्होंने किसी भी रासायनिक खाद का प्रयोग नहीं किया है. उन्होंने इस बार काले गेहूं को प्रयोग के तौर पर लगाया था. जिसका अच्छा बेहतरीन परिणाम मिला है.

किसान राजकुमार पुंडीर ने जैविक तरीके से उगाया काला गेहूं.

किसान राजकुमार पुंडीर ने बताया उन्हें पारंपरिक खेती के बजाए एक्सपेरिमेंटल खेती करने का शौक रहा है. उन्होंने एक बेवसाइट के जरिए सुल्तानपुर से काला गेहूं मंगवाया था. जब उन्होंने काले गेहूं के बारे में जानकारी जुटाई तो यह गेहूं कई गुणों से भरपूर पाया. उन्होंने काले गेहूं को प्रयोग के तौर पर लगाया, जिसकी पैदावार भी दूसरे गेहूं से बेहतर साबित हुई. अगले सीजन में वो कई बीघा खेत में इस गेहूं को उगाएंगे.

ये भी पढ़ेंः फूलों की खेती से महक रही बलवीर सिंह की बगिया, तरक्की की लिख रहे इबारत

वहीं, उन्होंने बताया कि इस गेहूं के कई फायदे हैं. कई गुणों से भरपूर काला गेहूं कई बीमारियों को भी कम करता है. ऐसे में सरकार को काले गेहूं की खासियत के मद्देनजर किसानों को उपलब्ध कराया जाना चाहिए. जिससे उनकी आमदनी बढ़ सकें. साथ ही नए तरीके खेती को बढ़ावा मिल सकें. पारंपरिक बीज से अलग काले गेहूं का शोधित बीज अपनाएंगे तो निश्चित रूप से उपज के साथ आय में भी इजाफा होगा, कई किसान काला गेहूं की खेती कर रहे हैं.

वहीं, डोईवाला कृषि अधिकारी इंदु गोदियाल ने बताया कि उन्होंने भी काले गेहूं के बारे में जानकारी ली है. यह काला गेहूं कई बीमारियों में लाभदायक है. वो भी प्रयास करेंगे कि सरकारी स्तर पर काले गेहूं को मंगवाकर किसानों को दिया जाए.

कई गुणों से भरपूर है काला गेहूं

  • काले गेहूं के प्रयोग से दिल से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा कम होता है.
  • काला गेहूं आयरन से भरपूर होता है.
  • काले गेहूं में ट्राइग्लिसराइड मौजूद रहते हैं.
  • गेहूं में मैग्नीशियम भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है.
  • शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में सहायक होता है.
  • काले गेहूं में फाइबर भी भरपूर मात्रा में मौजूद होता है.
  • काला गेहूं पेट के रोग दूर करने में सहायक होता है.
  • डायबिटीज में भी यह गेहूं बेहद असरदार है.

डोईवालाः पारंपरिक खेती के साथ ही किसान अब काले गेहूं की खेती को आतुर दिखाई दे रहे हैं. जहां एक ओर पारंपरिक खेती से किसानों का मोह भंग हो रहा है तो वहीं दूसरी ओर किसान उन्नत किस्म के बीजों से खेती को नया आयाम दे रहे हैं. इनमें जॉलीग्रांट का एक किसान राजकुमार पुंडीर भी हैं. जिन्होंने अपने खेत जैविक तरीके से काला गेहूं उगाया है. गेहूं की पैदावार में उन्होंने किसी भी रासायनिक खाद का प्रयोग नहीं किया है. उन्होंने इस बार काले गेहूं को प्रयोग के तौर पर लगाया था. जिसका अच्छा बेहतरीन परिणाम मिला है.

किसान राजकुमार पुंडीर ने जैविक तरीके से उगाया काला गेहूं.

किसान राजकुमार पुंडीर ने बताया उन्हें पारंपरिक खेती के बजाए एक्सपेरिमेंटल खेती करने का शौक रहा है. उन्होंने एक बेवसाइट के जरिए सुल्तानपुर से काला गेहूं मंगवाया था. जब उन्होंने काले गेहूं के बारे में जानकारी जुटाई तो यह गेहूं कई गुणों से भरपूर पाया. उन्होंने काले गेहूं को प्रयोग के तौर पर लगाया, जिसकी पैदावार भी दूसरे गेहूं से बेहतर साबित हुई. अगले सीजन में वो कई बीघा खेत में इस गेहूं को उगाएंगे.

ये भी पढ़ेंः फूलों की खेती से महक रही बलवीर सिंह की बगिया, तरक्की की लिख रहे इबारत

वहीं, उन्होंने बताया कि इस गेहूं के कई फायदे हैं. कई गुणों से भरपूर काला गेहूं कई बीमारियों को भी कम करता है. ऐसे में सरकार को काले गेहूं की खासियत के मद्देनजर किसानों को उपलब्ध कराया जाना चाहिए. जिससे उनकी आमदनी बढ़ सकें. साथ ही नए तरीके खेती को बढ़ावा मिल सकें. पारंपरिक बीज से अलग काले गेहूं का शोधित बीज अपनाएंगे तो निश्चित रूप से उपज के साथ आय में भी इजाफा होगा, कई किसान काला गेहूं की खेती कर रहे हैं.

वहीं, डोईवाला कृषि अधिकारी इंदु गोदियाल ने बताया कि उन्होंने भी काले गेहूं के बारे में जानकारी ली है. यह काला गेहूं कई बीमारियों में लाभदायक है. वो भी प्रयास करेंगे कि सरकारी स्तर पर काले गेहूं को मंगवाकर किसानों को दिया जाए.

कई गुणों से भरपूर है काला गेहूं

  • काले गेहूं के प्रयोग से दिल से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा कम होता है.
  • काला गेहूं आयरन से भरपूर होता है.
  • काले गेहूं में ट्राइग्लिसराइड मौजूद रहते हैं.
  • गेहूं में मैग्नीशियम भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है.
  • शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में सहायक होता है.
  • काले गेहूं में फाइबर भी भरपूर मात्रा में मौजूद होता है.
  • काला गेहूं पेट के रोग दूर करने में सहायक होता है.
  • डायबिटीज में भी यह गेहूं बेहद असरदार है.
Last Updated : Apr 23, 2021, 2:29 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.