देहरादून: देशभर में स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 को लेकर जल्द सर्वे होने जा रहा है. इस दिशा में सर्वेक्षण से जुड़ी टीम जल्द स्थलीय निरीक्षण करेगी. हालांकि पिछली छमाही में देहरादून की रैंकिंग में सुधार हुआ था. लेकिन सबकी नजर अब होने वाली जमीनी पड़ताल पर होगी.
स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछले अनुभव उत्तराखंड के विभिन्न शहरों के लिए निराशाजनक रहे हैं. खासकर राजधानी देहरादून की रैंकिंग देशभर के विभिन्न शहरों में काफी खराब हुई है. हालांकि पिछली छमाही में रैंकिंग में सुधार हुआ है,लेकिन हकीकत में रैंकिंग के असल हालात स्वच्छता सर्वेक्षण टीम के स्थलीय निरीक्षण के बाद ही तय हो पाएंगे.
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जानकारी के अनुसार सर्वेक्षण से जुड़ी टीम जमीनी निरीक्षण 31 जनवरी तक करेगी. जिसमें स्वच्छता को लेकर तय किए गए तमाम पैरामीटर्स पर शहरों को अंक दिए जाएंगे. वहीं देहरादून नगर निगम आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि निगम की तरफ से लगातार बेहतर करने के प्रयास किए गए हैं और पिछली छमाही में बेहतर रैंकिंग से उम्मीदें भी बढ़ गई हैं.
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वहीं राजधानी के स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर रैंकिंग लाने के दावे किए जा रहे हैं. इसको लेकर नगर निगम समेत दूसरी अथॉरिटी अपनी पूरी तैयारियां बता रही है. लेकिन आम लोग आज भी नगर निगम की सफाई व्यवस्था से खुश नहीं दिखाई देते हैं. शहर में चोक पड़ी नालियां और कूड़े के ढेर शहरवासियों के लिए सबसे बड़ी परेशानी हैं. लोगों का कहना है कि स्वच्छता के नाम पर नगर निगम स्तर से कोई काम नहीं किया जा रहा है.
बहरहाल स्वच्छ्ता सर्वेक्षण को लेकर निगम के अधिकारी भले व्यवस्था दुरस्त होने का दावा कर रहे है. लेकिन दावों की हकीकत का पता तो केंद्र की टीम के सर्वेक्षण के बाद ही चल पाएगा.