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चारधाम देवस्थानम बोर्ड की बैठक में ड्राफ्ट रूल को स्वीकृति मिली

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Published : Oct 27, 2020, 9:56 PM IST

उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड की बैठक में कई प्रस्वातों पर चर्चा हुआ है. जिन पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा.

Chardham Devasthanam board meeting
बैठक लेते हुए सीएम त्रिवेंद्र

देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास पर उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम् प्रबन्धन बोर्ड की बैठक हुई. बैठक में बोर्ड के संचालन के साथ ही बोर्ड द्वारा तैयार किये विभिन्न ड्राफ्ट रूल को स्वीकृति प्रदान की गई. जिसे शासन को उपलब्ध कराया जाएगा. इसमें पुजारियों, न्यासी तीर्थ-पुरोहितों, पंडों व हकहकूक धारियों के अधिकारों का विनिश्चय और संरक्षण से संबंधित नियमावली भी शामिल है. इस दौरान देवस्थानम बोर्ड के लोगों के डिजाइनों पर भी चर्चा हुआ. जिस पर जल्द ही निर्णय लिया जायेगा.

बैठक में बदरीनाथ धाम मंदिर और समीपवर्ती स्थलों के विस्तारीकरण व सौन्दर्यीकरण को लेकर कुछ निर्णय लिए गए. बदरीनाथ धाम में हर साल यात्रियों की संख्या बढ़ रही है, जिसक कारण इस क्षेत्र का विस्तारीकरण और सौन्दर्यीकरण आवश्यक है, ताकि भविष्य में यात्रियों के दर्शन, यातायात और ठहरने की समुचित व्यवस्था हो सके. इसके लिए देवस्थानम बोर्ड को इसकी व्यवस्था सौंपे जाने पर विचार किया गया. बोर्ड के स्तर पर इससे सम्बन्धित कार्रवाई सुनिश्चित कर शीघ्र प्रस्ताव तैयार कर शासन को सौंपे जाने पर सहमति बनी है.

पढ़ें- केदारनाथ धाम: तीर्थ यात्रियों की संख्या बढ़ते ही 'लूट' पर उतरे व्यापारी, लड़खड़ाने लगी व्यवस्थाएं

बोर्ड अपने स्तर पर इसके लिये तकनीकि और विषय विशेषज्ञों की व्यवस्था भी कर सकेगा. इसके साथ ही बैठक में तृतीय केदार, तुगनाथ मन्दिर और सभा मंडप आदि के जीर्णोद्धार पर भी सहमति बनी है. इसके लिये यूएसए के दानी पंकज कुमार ने सारा खर्च का जिम्मा उठाने की इच्छा जतायी है. इसके साथ ही केदारनाथ स्थित ईशानेश्वर मन्दिर के नव निर्माण के लिये भी स्वीकृति प्रदान की गई. इस मन्दिर के निर्माण के लिये मुम्बई के दानी मनोज सोलंकी ने इच्छा व्यक्त की है. यही नहीं केदारनाथ मंदिर के पूरब द्वार की मरम्मत पर भी सहमति बनी है, जिसके मरम्मत के लिए हरियाणा के यतिन घई ने खर्च उठाने की सहमति दी है.

बैठक में केदारनाथ के रावल और पुजारी आदि के कक्षों की मरम्मत, भविष्य में ऊखीमठ मन्दिर के जीर्णोद्वार, बहुमूल्य पांडुलिपियों को डिजिटाइज किये जाने, कार्तिक स्वामी मन्दिर को देवस्थानम बोर्ड के अधीन लाये जाने और थैलीसैंण स्थित विन्देश्वर मन्दिर के जीर्णोद्वार किये जाने पर सहमति प्रदान की है.

पढ़ें- चिनूक हेलीकॉप्टर से भारी मशीनों को पहुंचाया गया केदारनाथ, देखें वीडियो

मुख्यमंत्री ने कहा कि बदरीनाथ और केदारनाथ मन्दिरों के पुजारियों, पंडों, पुरोहितों, वाद्य यंत्र वादकों आदि का विवरण तैयार किया जाय. ताकि जरूरत पड़ने पर इन लोगों को भी आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जा सके. उन्होंने कहा कि ये लोग हमारी संस्कृति के संवाहक हैं.

उत्तराखंड देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने बताया कि 25 अक्टूबर तक चारधाम में 1.72 लाख यात्री दर्शनार्थ आये हैं और करीब 2 लाख यात्रियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. जबकि, बदरीनाथ मन्दिर को 7.55 करोड़ और केदारनाथ मन्दिर को 75 लाख की आय हुई है.

देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास पर उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम् प्रबन्धन बोर्ड की बैठक हुई. बैठक में बोर्ड के संचालन के साथ ही बोर्ड द्वारा तैयार किये विभिन्न ड्राफ्ट रूल को स्वीकृति प्रदान की गई. जिसे शासन को उपलब्ध कराया जाएगा. इसमें पुजारियों, न्यासी तीर्थ-पुरोहितों, पंडों व हकहकूक धारियों के अधिकारों का विनिश्चय और संरक्षण से संबंधित नियमावली भी शामिल है. इस दौरान देवस्थानम बोर्ड के लोगों के डिजाइनों पर भी चर्चा हुआ. जिस पर जल्द ही निर्णय लिया जायेगा.

बैठक में बदरीनाथ धाम मंदिर और समीपवर्ती स्थलों के विस्तारीकरण व सौन्दर्यीकरण को लेकर कुछ निर्णय लिए गए. बदरीनाथ धाम में हर साल यात्रियों की संख्या बढ़ रही है, जिसक कारण इस क्षेत्र का विस्तारीकरण और सौन्दर्यीकरण आवश्यक है, ताकि भविष्य में यात्रियों के दर्शन, यातायात और ठहरने की समुचित व्यवस्था हो सके. इसके लिए देवस्थानम बोर्ड को इसकी व्यवस्था सौंपे जाने पर विचार किया गया. बोर्ड के स्तर पर इससे सम्बन्धित कार्रवाई सुनिश्चित कर शीघ्र प्रस्ताव तैयार कर शासन को सौंपे जाने पर सहमति बनी है.

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बोर्ड अपने स्तर पर इसके लिये तकनीकि और विषय विशेषज्ञों की व्यवस्था भी कर सकेगा. इसके साथ ही बैठक में तृतीय केदार, तुगनाथ मन्दिर और सभा मंडप आदि के जीर्णोद्धार पर भी सहमति बनी है. इसके लिये यूएसए के दानी पंकज कुमार ने सारा खर्च का जिम्मा उठाने की इच्छा जतायी है. इसके साथ ही केदारनाथ स्थित ईशानेश्वर मन्दिर के नव निर्माण के लिये भी स्वीकृति प्रदान की गई. इस मन्दिर के निर्माण के लिये मुम्बई के दानी मनोज सोलंकी ने इच्छा व्यक्त की है. यही नहीं केदारनाथ मंदिर के पूरब द्वार की मरम्मत पर भी सहमति बनी है, जिसके मरम्मत के लिए हरियाणा के यतिन घई ने खर्च उठाने की सहमति दी है.

बैठक में केदारनाथ के रावल और पुजारी आदि के कक्षों की मरम्मत, भविष्य में ऊखीमठ मन्दिर के जीर्णोद्वार, बहुमूल्य पांडुलिपियों को डिजिटाइज किये जाने, कार्तिक स्वामी मन्दिर को देवस्थानम बोर्ड के अधीन लाये जाने और थैलीसैंण स्थित विन्देश्वर मन्दिर के जीर्णोद्वार किये जाने पर सहमति प्रदान की है.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि बदरीनाथ और केदारनाथ मन्दिरों के पुजारियों, पंडों, पुरोहितों, वाद्य यंत्र वादकों आदि का विवरण तैयार किया जाय. ताकि जरूरत पड़ने पर इन लोगों को भी आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जा सके. उन्होंने कहा कि ये लोग हमारी संस्कृति के संवाहक हैं.

उत्तराखंड देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने बताया कि 25 अक्टूबर तक चारधाम में 1.72 लाख यात्री दर्शनार्थ आये हैं और करीब 2 लाख यात्रियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. जबकि, बदरीनाथ मन्दिर को 7.55 करोड़ और केदारनाथ मन्दिर को 75 लाख की आय हुई है.

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