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उत्तराखंड में बर्ड फ्लू संक्रमित राज्यों से मुर्गियों और अंडों की आपूर्ति पर रोक

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Published : Jan 8, 2021, 9:06 AM IST

उत्तराखंड में बर्ड फ्लू से सुरक्षा के लिए पशुपालन विभाग ने संक्रमित राज्यों से मुर्गियों, चूजों और अंडों की आपूर्ति पर रोक लगा दी है. यह भी निर्देश जारी किए गए हैं कि किसी पोल्ट्री फार्म में मुर्गियों में बर्ड फ्लू के लक्षण मिलने पर अंडों व मुर्गियों की खरीद बंद कर दी जाएगी.

Uttarakhand bird flu news
Uttarakhand bird flu news

देहरादून: बर्ड फ्लू को लेकर प्रदेश में जारी अलर्ट के तहत पशुपालन विभाग की ओर से महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है. जिसके तहत बर्ड फ्लू प्रभावित पड़ोसी राज्यों से अगले आदेश तक मुर्गों के साथ ही अन्य पोल्ट्री प्रोडक्ट्स जैसे की अंडे इत्यादि के आयात पर रोक लगा दी गई है.

इस बारे में पशुपालन निदेशक डॉ केके जोशी ने बताया कि एहतियात के तौर पर बर्ड फ्लू प्रभावित राज्यों से मुर्गो और अन्य पॉल्ट्री प्रोडक्ट्स के आयात पर बैन लगाया गया है. फिलहाल केवल उन्हीं पोल्ट्री फार्म से आयात किया जाएगा जहां तीन माह पहले बर्ड फ्लू के लक्षण वाली कोई बीमारी नहीं पाई गई थी.

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वहीं दूसरी तरफ पशुपालन निदेशक डॉ केके जोशी की ओर से यह साफ किया गया है कि अब तक प्रदेश से जितने भी मृत पक्षियों का सीरम सैंपल HSADL भोपाल भेजा गया है. उसमें किसी भी पक्षी में बर्ड फ्लू के लक्षण नहीं मिले हैं. ऐसे में लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. इस बात का ख्याल लोगों को जरूर रखना चाहिए कि वह पके हुए चिकन और अंडों का ही सेवन करें, ऐसा इसलिए क्योंकि बर्ड फ्लू का वायरस तेज गर्मी में निष्क्रिय हो जाता है.

डीजी हेल्थ ने की बैठक

पशु पालन विभाग के बाद उत्तराखंड का स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क हो गया है. उत्तराखंड डीजी हेल्थ अमिता उप्रेती ने पशु पालन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की है. बैठक में स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी भी मौजूद रहे. बैठक में डीजी हेल्थ ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों का सतर्क रहने के निर्देश जारी किए है. डीजी हेल्थ के मुताबिक पाशुपालन विभाग ने ब्लॉक स्तर पर रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया है. रैपिड रिस्पांस टीम के माध्यम से पोल्ट्री फार्म पर निगरानी रखी जा रही है. साथ ही उन्होंने सभी जिलो के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों का सतर्क रहने के निर्देश जारी किए है.

ऋषिकेश में पशुपालन विभाग अलर्ट

बर्ड फ्लू की दस्तक ने देश में संक्रमण का नया दौर शुरू कर दिया है. हालांकि उत्तराखंड राज्य इससे अछूता है. लेकिन समीपवर्ती प्रदेशों में संक्रमण पहुंचने से स्थानीय लोग भी दहशत में नजर आ रहे हैं. मीट का सेवन करने वालों में खौफ है, तो इससे जुड़े कारोबारियों के चेहरे पर मायूसी भी दिख रही हैं. ऋषिकेश के पशु चिकित्सालय को मुख्यालय से इस महामारी के बाबत सावधानी बरतने के साथ ही निगरानी रखने के निर्देश मिले हैं. लिहाजा, अब स्थानीय पशु चिकित्सक भी मुख्यालय के इस निर्देश का पालन करते हुए जल्द ही क्षेत्र में मीट की दुकानों पर सैंपलिंग की कार्रवाई शुरू करने जा रहे हैं. हालांकि इसके लिए अभी कोई तारीख मुकर्रर नहीं की गई है, मगर एहतियात के तौर पर जल्दी नगर क्षेत्र की दुकानों से विभागीय चिकित्सकों की टीम सैंपल कलेक्ट कर सकती है.

पशु चिकित्सा अधिकारी डा. राजेश रतूड़ी के मुताबिक फिलहाल क्षेत्र में बर्ड फ्लू कोई मामला सामने नहीं आया है. मुख्यालय से निगरानी के साथ ही बर्ड फ्लू के संक्रमण से संबंधित कोई भी केस मिलने पर तत्काल अवगत कराने के लिए कहा गया है, ताकि उसे बढ़ने से पहले ही रोका जा सके.

डॉक्टरों की सलाह

कई राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं. ऐसे में अब लोग चिकन और अंडे खाने से कतरा रहे हैं, लेकिन लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. जानकारों की माने तो उत्तराखंड में बर्ड फ्लू के मामले अभी सामने नहीं आये है. उसके बावजूद भी लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है. अपर पशुपालन निदेशक और पशु डॉक्टर भुवन चंद्र कर्नाटक मुताबिक चिकन और अंडा खाने से संक्रमण फैलने की संभावना नहीं है, अगर कोई व्यक्ति बर्ड फ्लू से ग्रसित मुर्गी या अंडे को छूता है तो संक्रमण फैलने की संभावना बनी रहती है. ऐसे में लोगों को चिकन खाने से पहले उसको 100 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर अच्छी तरह से पकाएं या उबाल लें. जिससे चिकन में कोई संक्रमण की संभावना न रहे.

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