देहरादून: चारधाम यात्रा गुरुवार को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही पूरी तरह से शुरू हो गई है. चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर यात्रा का अनुभव देने के लिये यात्रा से संबंधित सभी विभाग अलर्ट मोड पर हैं. इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग यात्रा मार्ग में पड़ने वाले होटल और रेस्टोरेंट पर विशेष अभियान चला रहा है. जिसके तहत यात्रियों को मिलावटी खाना परोसने वाले होटल-रेस्टोरेंट पर विभाग सीजेएम कोर्ट में मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रहा है.
होटल-रेस्टोरेंट पर छापे: अब तक करीब 19 लाख श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण करा चुके हैं. रविवार शाम तक करीब ढाई लाख श्रद्धालु धामों के दर्शन कर चुके थे. इसी के चलते चारधाम यात्रा में आने वाले यात्रियों को गुणवक्ता युक्त खाना उपलब्ध करवाने के लिये खाद्य सुरक्षा विभाग यात्रा मार्गों पर मौजूद होटलों और रेस्टोरेंट पर छापेमारी की कार्रवाई कर रहा है. इसके साथ ही अभियान चलाकर 20 क्विंटल से ज्यादा मिलावटी खाद्य सामग्री को डिस्पोज किया गया है.
खाद्य विभाग को मिल रही थी शिकायत: विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अब तक खाद्य सुरक्षा विभाग कई होटलों से सैंपल इकट्ठे कर चुका है. जिनमें से सात सैंपल फेल हुए हैं. इन सभी होटलों पर खाद्य सुरक्षा विभाग सीजेएम कोर्ट में मुकदमा करने की तैयारी भी कर रहा है. दरअसल, विभाग के पास चारधाम यात्रा मार्ग से इस बात की शिकायत आ रही थी कि होटलों में उत्तराखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों से मिलावटी खाद्य सामग्री सप्लाई की जा रही है. जिसकी शिकायत पर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने छापेमारी कर मिलावटी खाद्य सामग्री को जब्त किया.
यह भी पढ़ें: चारधाम यात्रा के सफल संचालन के लिए तीन नोडल अधिकारी नियुक्त, इन अफसरों को मिली जिम्मेदारी
खाद्य विभाग करेगा कानूनी कार्रवाई: वहीं, खाद्य सुरक्षा विभाग के आयुक्त डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि मुख्य सचिव के निर्देश पर 27 मार्च से अभियान चलाया गया. इस दौरान भारी मात्रा में मिलावटी खाद्य पदार्थों को नष्ट करते हुए इसके सैंपल को रुद्रपुर भेजा गया था. जिसमें से अभी तक 7 सैंपल फेल हो चुके हैं. साथ ही ये खाने के लिए अयोग्य घोषित हो चुके हैं. लिहाजा खाद्य विभाग, जिनके सैंपल फेल हुए हैं, उनके खिलाफ सीजेएम कोर्ट में मुकदमा दायर करने जा रहा है. साथ ही कहा कि समय-समय पर इस तरह की कार्रवाई स्वास्थ्य विभाग की तरफ से की जा रही है. जिससे आने वाले श्रद्धालुओं की सेहत के साथ कोई खिलवाड़ न हो पाये.