देहरादूनः राज्य में क्रिकेट प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए खेल मंत्री अरविंद पांडे की मीटिंग रंग लाई है. उत्तराखंड के तीनों संघों ने विलय पर सहमति जताई है. ये फैसला 17-18 जून को बीसीसीआई की एफिलिएशन टीम के दौरे से पहले लिया गया है. इसलिए इसे उत्तराखंड खेल मंत्रालय की बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है. बीसीसीआई की एफिलिएशन टीम के दौरे के दौरान उत्तराखंड क्रिकेट की मान्यता को लेकर दावेदारी पेश करेगी.
दरअसल, बीते शुक्रवार को उत्तराखंड में सक्रिय तीन क्रिकेट एसोसिएशन को एकजुट करने के लिए खेल मंत्री अरविंद पांडे ने विधानसभा स्थित कार्यालय में मीटिंग की थी. बैठक में खेल मंत्री अरविंद पांडे ने विलय पर जोर दिया. इस पर गौर करने के बाद संघ के प्रतिनिधियों ने विलय पर सहमति जताई है. तीनों संघों ने खेल मंत्री अरविंद पांडे की मौजूदगी में राज्य को क्रिकेट की मान्यता दिलाने को लेकर एक संघ के गठन से संबंधित सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये.
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उत्तराखंड के सक्रिय तीनों एसोसिएशन - क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड, उत्तरांचल क्रिकेट एसोसिएशन और यूनाइटेड क्रिकेट एसोसिएशन हैं. इन तीनों एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा है कि विलय होने से खिलाड़ियों को लाभ मिलेगा. पदाधिकारियों का कहना है कि इस फैसले से प्रदेश में क्रिकेट का भविष्य उज्ज्वल होगा और उत्तराखंड के उभरते नये खिलाड़ियों को भी अच्छा मौका मिलेगा.
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वहीं, खेल मंत्री अरविंद पांडे ने बताया कि बीसीसीआई ने पहले भी प्रयास किया था कि प्रदेश के तीनों संघों का आपसी विवाद समाप्त हो और तीनों संघ एक हो जाएं, लेकिन किसी कारण से ऐसा नहीं हो पाया था. लेकिन, अब प्रदेश के तीनों सक्रिय क्रिकेट एसोसिएशन ने खिलाड़ियों के हित के लिए सारे मनमुटाव को खत्म करते हुए सहमति दी है. उनकी ओर से लिखित पत्र भी दिया गया है. इस फैसले उत्तराखंड के क्रिकेट खिलाड़ियों को अच्छा फायदा मिलेगा.