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ग्राउंड रिपोर्टः भगवान से मनाइए हरिद्वार में न हो आगजनी की घटना, उपकरण होने के बाद भी नहीं बुझ सकेगी आग

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Published : May 12, 2019, 2:25 PM IST

हरिद्वार में आग की घटनाओं से निपटने के लिए पर्याप्त उपकरण मौजूद हैं. लेकिन इन उपकरणों का प्रयोग करने वाले फायरमैन की कमी है.

हरिद्वार फायर स्टेशन.

हरिद्वार: जनपद में मायापुर, लक्सर, रुड़की और सिडकुल मिलकार कुल चार फायर स्टेशन हैं. ईटीवी भारत ने इन फायर स्टेशनों की ग्राउंड रिपोर्टिंग की. जिसमें सामने आया कि धर्मनगरी में आग की घटनाओं से निपटने के लिए पर्याप्त उपकरण मौजूद हैं. लेकिन इन उपकरणों का प्रयोग करने वाले फायरमैन की कमी है. वहीं, चीफ फायर ऑफिसर राजेंद्र ख्याति का कहना है कि आचार संहिता खत्म होने के बाद ही खाली पदों को भरा जा सकता है.

हरिद्वार फायर स्टेशन.

बता दें कि पिछले साल हरिद्वार में कुल 346 आग लगने की घटनाएं सामने आई थीं. जिसमें 24,94,00,058 रुपये की संपत्ति जलकर खाक हो गई थी. इस साल 10 मई तक 157 आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं. हरिद्वार के चीफ फायर ऑफिसर राजेन्द्र सिंह ख्याति ने बताया कि जिले में प्रतिदिन लगभग 2-3 आग लगने की घटनाएं हो रही हैं. ऐसे में फायरमैन की कमी एक बड़ी समस्या है.

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वहीं, चीफ फायर ऑफिसर राजेन्द्र सिंह ख्याति ने बताया कि हरिद्वार में फायरमैन के प्रमोशन हो गए थे. जिसके बाद से ही जिले में लगभग 30 फायरमैन की कमी है. उन्होंने कहा कि अब आचार सहिंता हटने के बाद दोबारा भर्ती प्रक्रिया शुरू हो सकती है.

Intro:एंकर- धर्मनगरी हरिद्वार में फायर स्टेशनों की क्या हालत है यह जानने के लिए ईटीवी भारत ने ग्राउंड रिपोर्टिंग निकला। जनपद हरिद्वार में 4 फायर स्टेशन मायापुर, लक्सर, रुड़की और सिडकुल में मौजूद है, हमारी ग्राउंड रिपोर्ट में सामने आया कि जनपद हरिद्वार में आग की घटनाओं से लड़ने के लिए पर्याप्त उपकरण मौजूद है लेकिन इनका प्रयोग कर आग बुझाने के लिए फायर मेन की काफी कमी है। गर्मी बढ़ने के कारण देखा जाए तो हरिद्वार में रोज ही लगभग औसत 2- 3 आग लगने की घटनाएं हो रही है ऐसे में फायर मेन्स की कमी एक बड़ी समस्या है।


Body:VO1- हरिद्वार के चीफ फायर ऑफिसर राजेन्द्र सिंह ख्याति ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि हरिद्वार में मौजूद चारों फायर स्टेशनों में पर्याप्त फायर उपकरण मौजूद है लेकिन पुराने फायर मेन्स के प्रमोशन के बाद अब हरिद्वार में लगभग 30 फायर मेन्स की कमी है जोकि आचार सहिंता हटने के बाद ही भरी जा सकेगी। विगत वर्ष की बात करें तो हरिद्वार में कुल 346 आग लगने की घटनाएं हुई थी जिनमें 24,94,00,058 रुपये की संपत्ति जलकर खाक हो गयी थी, इस वर्ष की बात करे तो 10 मई तक 157 आग लगने की घटनाएं हो चुकी है।


Conclusion:बाइट- राजेन्द्र सिंह ख्याति, चीफ फायर ऑफिसर, हरिद्वार
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