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मदरसों पर मेहरबान हुई त्रिवेंद्र सरकार, हर साल रखरखाव के लिए दिये जाएंगे 2 करोड़ रुपये

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Published : Dec 5, 2019, 9:23 PM IST

राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए हर साल मदरसों के रखरखाव के लिए 2 करोड़ रु. देने का फैसला लिया है. जिसके बाद मदरसा बोर्ड सरकार के इस फैसले की तारीफ की है.

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मदरसों पर मेहरबान हुई त्रिवेंद्र सरकार

देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम श्राइन बोर्ड को लेकर मचे बवाल के बीच प्रदेश सरकार ने मदरसों के पक्ष एक बड़ा राहत भरा फैसला लिया है. राज्य सरकार प्रदेश में संचालित हो रहे 297 मदरसों के रखरखाव और आधुनिकीकरण के लिए हर साल 2 करोड़ का फंड जारी करेगी. इसके लिए उत्तराखंड में पहली बार बनी मदरसा नियमावली को पहले ही कैबिनेट अपनी मंजूरी दे चुकी है. सरकार द्वारा मदरसों के लिए उठाये गए इस कदम का उत्तराखंड मदरसा बोर्ड ने भी स्वागत किया है.

मदरसा बोर्ड के मुताबिक, उत्तर प्रदेश से अलग होने के 19 साल बाद पहली बार उत्तराखंड सरकार ने मदरसों को मजबूत करने की दिशा में कदम उठाया है. मदरसा बोर्ड ने कहा है कि सरकार का ये फैसला सराहनीय है.

मदरसों पर मेहरबान हुई त्रिवेंद्र सरकार

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मदरसों को आधुनिक करने के लिए त्रिवेंद्र सरकार की सराहनीय पहल
उत्तराखंड में 297 मान्यता प्राप्त मदरसे संचालित हो रहे हैं. जिसमें लगभग 60 हजार से अधिक मुस्लिम समुदाय के बच्चे तालीम ले रहे हैं. ऐसे में राज्य सरकार ने हर साल दो करोड़ की धनराशि मदरसों के लिए देने का प्रावधान किया है. सरकार द्वारा मिलने वाली आर्थिक राशि से मदरसों में कंप्यूटर, शौचालय, स्वच्छ पेयजल, जनरेटर व कक्षाओं का विस्तार किया जाएगा.

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यूपी से अलग होने के बाद पहली बार मदरसों को लेकर बड़ा कदम: मदरसा बोर्ड
वहीं, इस मामले में उत्तराखंड मदरसा रजिस्टार अखलाक अहमद का कहना है कि उत्तर प्रदेश से अलग होने के बाद पहली बार किसी सरकार ने ये कदम उठाया है. सरकार के इस कदम के बाद मदरसों में तालीम लेने वाले बच्चों को सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकेंगी. उन्होंने कहा कि मदरसों के उत्थान को लेकर उठाया गया यह कदम पूरी मुस्लिम समुदाय के बच्चों की बेहतरी के लिए है.

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मदरसों के तालीम लेने वाले बच्चे का शिक्षा क्षेत्र में भविष्य बेहतर: अल्पसंख्यक मंत्री
इस मामले में कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने कहा कि मदरसों के उत्थान के लिए नियमावली पिछले महीने कैबिनेट के पास गई थी. जिसके बाद सरकार ने मदरसों को आधुनिक और बेहतर संसाधनों से लैस करने के लिए प्रतिवर्ष दो करोड़ की धनराशि मदरसों को मुहैया कराने का फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले से मदरसों में तालीम लेने वाले बच्चों को भविष्य बेहतर होगा.

Intro:pls-नोट डेस्क- इस खबर के विजुअल और कैबिनेट मंत्री की बाइक FTP से भेजी गई है फोल्डर name- "uk_deh_04_madarsa_vis_7200628"


summary-उत्तराखंड सरकार मदरसों पर हुई मेहरबान, हर वर्ष देगी दो करोड़ रुपए, मदरसों के रखरखाव फंड को लेकर बनी नियमावली कैबिनेट ने की थी पास, हर वर्ष मिलेंगे मदरसों के रखरखाव आधुनिकरण के लिए दो करोड़ रुपए की सरकारी धनराशि।


उत्तराखंड में चारधाम में श्राइन बोर्ड को लेकर मचे बवाल के बीच प्रदेश सरकार ने मदरसों के पक्ष एक बड़ा राहत भरा फैसला लिया है। राज्य सरकार अब प्रदेश में संचालित हो रहे 297 मदरसों के बेहतर रखरखाव आधुनिकरण जैसे मामलों के लिए प्रतिवर्ष 2 करोड़ का फंड जारी करेगी। इसके लिए उत्तराखंड में पहली बार बनी मदरसा नियमावली को पहले ही कैबिनेट अपनी मंजूरी दे चुका है । राज्य में मौजूदा भाजपा सरकार द्वारा मदरसों के लिए उठाये गए इस कदम का उत्तराखंड मदरसा बोर्ड ने स्वागत किया है। मदरसा बोर्ड के मुताबिक उत्तर प्रदेश से अलग होने के 19 साल बाद पहली बार उत्तराखंड सरकार ने मदरसों को मजबूत करने की दिशा में जो आर्थिक धनराशि मुहैया कराने का निर्णय लिया हैं वह मुस्लिम समुदाय के लिए सरकार का सराहनीय कदम हैं।




Body:मदरसों को आधुनिक बेहतर करने त्रिवेंद्र सरकार की सराहनीय पहल

उत्तराखंड राज्य में 297 मान्यता प्राप्त मदरसे संचालित हो रहे हैं जिसमें लगभग 60 हजार से अधिक मुस्लिम समुदाय के बच्चे ताली ले रहे हैं। ऐसे में उत्तराखंड त्रिवेंद्र रावत सरकार द्वारा प्रति वर्ष दो करोड़ की धनराशि मदरसों को आधुनिक बनाने के साथ-साथ जिलेवार जरूरत के मुताबिक उनको संसाधन मुहैया कराने के लिए दिया जाएगा। सरकार द्वारा मिलने वाली आर्थिक राशि से मदरसों में कंप्यूटर,शौचालय,स्वच्छ पेयजल, जनरेटर व कक्षाओं का विस्तार करने के साथ ही अन्य तरह की जरूरतों को पूरा करने के लिए राज्य में अलग-अलग मदरसों में सरकारी धन को उपयोग किया जाएगा।

यूपी से अलग होने के बाद पहली बार मदरसों को लेकर राज्य सरकार ने बड़ा सराहनीय कदम उठाया: मदरसा बोर्ड

वह इस मामले में उत्तराखंड मदरसा रजिस्टर अखलाक अहमद का कहना है कि उत्तर प्रदेश से अलग होने के बाद पहली बार किसी सरकार द्वारा यह मुस्लिम समुदाय के मदरसों में तालीम लेने वाले बच्चों की बेहतरी के लिए सराहनीय कदम उठाया गया है। हालांकि अभी तय नहीं किया है कि प्रतिवर्ष मिलने वाली दो करोड़ की धनराशि को शिक्षा विभाग, निदेशालय या मदरसा बोर्ड द्वारा आवंटन किया जाएगा। लेकिन उसके बावजूद मदरसों के उत्थान को लेकर उठाया गया यह कदम पूरी मुस्लिम समुदाय के बच्चों की बेहतरी के लिए हैं।

सरकार के इस कदम से मदरसों के तालीम लेने वाले बच्चे का शिक्षा क्षेत्र भविष्य बेहतर: अल्पसंख्यक मंत्री

वह इस मामले में कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने जानकारी देते हुए बताया कि मदरसों के उत्थान के लिए नियमावली पिछले माह नवंबर को कैबिनेट में पास हो गई थी अब प्रदेश में पहली बार मदरसों को आधुनिक और बेहतर संसाधनों से लैस करने के लिए प्रतिवर्ष दो करोड़ की धनराशि मदरसों को मुहैया कराई जाएगी। सरकार के इस कदम से मदरसों में तालीम देने वाले मुस्लिम बच्चे बेहतर शिक्षा के साथ आगे बढ़ सके।

बाईट-यशपाल आर्य, अल्पसंख्यक मंत्री, उत्तराखंड


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