सोलन: हिमाचल प्रदेश में इन दिनों टमाटर का सीजन उफान पर है. किसान भी इस बार टमाटर के दाम मिलने से खुश नजर आ रहे हैं. टमाटर सब्जी मंडी सोलन में कम पहुंच रहा है. जिसकी वजह से टमाटर के दामों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. एक सप्ताह में टमाटर के दाम और ₹900 से ₹1600 प्रति क्रेट तक पहुंच चुके हैं. खास बात यह भी है कि हिमाचल का टमाटर इस बार देश की बड़ी मंडियों राजस्थान, हरियाणा और बेंगलुरु पहुंच रहा है.
किसानों को टमाटर के दाम औसतन 60 रुपए तक मिल रहे हैं: राजस्थान में जहां सूखे जैसे हालात बने हुए हैं तो वहीं, बेंगलुरु का सीजन इस बार लेट होने के आसार जताए जा रहे हैं. जिसकी वजह से देश भर की बड़ी मंडियों में हिमाचल के टमाटर की सप्लाई देखने को मिल रही है. वहीं, बाहरी राज्यों के आढ़ती भी इन दिनों में सब्जी मंडी सोलन में पहुंच रहे हैं. टमाटर बढ़िया क्वालिटी का होने के कारण दाम भी किसानों को बेहतर मिल रहे हैं. सब्जी मंडी में मंगलवार की अगर बात की जाए तो किसानों को टमाटर के दाम प्रति क्रेट ₹900 से ₹1600 तक मिले हैं. प्रति किलो के हिसाब से किसानों को टमाटर के दाम औसतन 60 रुपए तक मिल रहे हैं. वहीं, बाजारों तक पहुंचते-पहुंचते आम आदमी को यही टमाटर 100 रुपए प्रति किलो तक मिल रहे हैं.
'किसानों को मिल रहे बेहतर दाम': सब्जी मंडी सोलन की आढ़ती किशोर कुमार व सुरेश ठाकुर का कहना है कि इस बार टमाटर की फसल पर गहरा असर बाहरी राज्यों की मंडियों में पड़ा है. राजस्थान के लिए इन दिनों यहां से सप्लाई टमाटर की की जा रही है, क्योंकि वहां पर सूखे जैसे हालात बन जाने के कारण टमाटर की फसल प्रभावित हुई है. वहीं, दूसरी तरफ बेंगलुरु का टमाटर भी अभी नहीं चला है. जिसकी वजह से वहां की छोटी मंडियों में भी सोलन से सप्लाई टमाटर की जा रही है. उन्होंने की सब्जी मंडी सोलन में सोलन सिरमौर मंडी के कुछ क्षेत्रों का टमाटर पहुंच रहा है. किसानों को 1000 रुपए से लेकर ₹1600 तक दाम प्रति क्रेट मिल रहे हैं. उन्होंने आशंका जताई है कि आगामी 2 सप्ताह तक इसी तरह से किसानों को टमाटर के दाम मिलते रहेंगे.
हिमाचल पहुंच रहे बाहरी राज्यों के आढ़ती: बता दें कि बाहरी राज्यों की बड़ी मंडियों में भी हिमाचल के टमाटर की डिमांड बढ़ चुकी है. टमाटर की आपूर्ति पूरी करने के लिए पंजाब, हरियाणा, राज्यस्थान के आढ़ती सब्जी मंडी में आ रहे हैं, क्योंकि ना तो इस बार राजस्थान में टमाटर हो पाया है और ना ही बेंगलुरु में अब तक सीजन शुरू हुआ है. राजस्थान से आए आढ़ती का कहना है कि वहां पर बारिश ना होने से टमाटर की फसल को खासा नुकसान पहुंचा है. जिस कारण उन्हें हिमाचल की मंडी से टमाटर ले जाना पड़ रहा है.
टमाटर के दाम बढ़ने के कारण: भीषण गर्मी और बेमौसम बारिश इन दो कारणों की वजह से टमाटर के दाम आसमान छू रहे हैं. इसके अलावा बिपरजॉय तूफान का असर भी टमाटर की फसल पर पड़ा है. बता दें कि गुजरात और महाराष्ट्र टमाटर का उत्पादन करने वाले शीर्ष राज्य हैं. जो बिपरजॉय तूफान से काफी प्रभावित हुए. इसके चलते टमाटर के उत्पादन पर असर पड़ा. साथ ही पिछले साल टमाटर की कम कीमत के कारण इस बार किसानों में टमाटर की बुआई कम की. यानी कम उत्पादकता के चलते भी टमाटर की कीमतें आसमान पर हैं. कई राज्यों में दाम 100 रुपये प्रति किलो पार कर चुका है.
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