नई दिल्ली : सऊदी अरब के ब्लॉगर रईफ़ बदावी को दस साल की जेल की सजा पूरी होने के बाद जेल से रिहा कर दिया गया है. कनाडा में रहने वाली बदावी की पत्नी इंसाफ हैदर ने ट्वीटर के जरिये इसकी जानकारी दी. इंसाफ हैदर ने बताया है कि रिहाई के बाद रईफ हैदर से उनकी बातचीत भी हुई है. सऊदी अरब के एक सुरक्षा अधिकारी ने भी बदावी की रिहाई की पुष्टि की है.
सऊदी अरब के ब्लॉगर रईफ़ बदावी को 2012 में पर अपनी वेबसाइट 'सऊदी लिबरल नेटवर्क' पर इस्लाम का अपमान करने, साइबर अपराध और अपने पिता के अवहेलना करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. रईफ़ बदावी ने 2008 में ऑनलाइन फ़ोरम 'लिबरल सऊदी नेटवर्क' बनाया था, जिसमें सऊदी अरब के धर्म अधिकारियों के खिलाफ आलोचना करने वाले आर्टिकल लिखे गए थे.
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— Ensaf Haidar ⚜️ (@miss9afi) March 11, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
بعد 10 سنوات من السجن #رائف_حرّاً pic.twitter.com/1VA0XjSofs
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इसके बाद मुस्लिम धर्मगुरी शेख अब्दुर्रहमान अल-बराक ने बदावी को नास्तिक बताते हुए के ख़िलाफ़ फ़तवा जारी किया था. बदावी को जून 2012 में गिरफ़्तार किया गया था और उन्हें 10 साल क़ैद और 1000 कोड़े मारे जाने की सज़ा दी गई थी. 2015 में बदावी को 50 कोड़े मारे गए थे जिसका पूरी दुनिया में विरोध किया गया था. 2015 में ही रईफ बदावी को अभिव्यक्ति की आज़ादी का समर्थन करने के लिए प्रख्यात पेन पिंटर पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
रिहाई के बाद एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी एक बयान में जारी कर बताया है कि फिलहाल रईफ़ बदावी सऊदी अरब छोड़कर नहीं जा सकेंगे, क्योंकि सरकार ने उनके अगले 10 वर्षों के लिए देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. साथ ही, उन पर 10 वर्षों के लिए किसी भी सोशल मीडिया का उपयोग करने पर भी रोक लगा दी गई है.
बहावी की पत्नी इंसाफ हैदर और उनके तीन बच्चे 2018 में कनाडा शिफ्ट हो गए थे. कनाडा सरकार ने उन्हें नागरिकता दी थी. इसके विरोध में सऊदी अरब ने कनाडा के राजदूत को निष्कासित कर दिया था और व्यापार पर रोक लगा दी थी. हैदर ने उम्मीद जताई है कि उन्हें जल्द ही अपने बच्चों और पति के साथ रहने का मौका मिलेगा. उन्होंने बताया कि उनके पति बहावी खुले विचारों वाले व्यक्ति हैं और वह महिलाओं की स्वतंत्रता भी पसंद करते हैं.
दुनिया भर के देशों और मानवाधिकार संगठनों की अपील के बाद सऊदी अरब ने राजनीतिक कार्यकर्ताओं को रिहा करना शुरू किया है. पिछले साल 2021 में लौजैन अल-हथलौल और रईफ की बहन समर बदावी और नसीमा अल-सदाह को रिहा किया गया था.
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